गर्मी के तेवर से तप रहा पंजाब... 44 डिग्री पहुंचा पारा, लू के थपेड़ों से बचने के लिए इन बातों का रखें ध्यान
Heat Wave Alert पंजाब में गर्मी ने तपिश बढ़ा दी है। तापमान की बात करें तो पारा 44 डिग्री के पार पहुंच गया है। लू के थपेड़ों से बचने के लिए लोग सिर पर तौलिया आंखों में चश्मा लगाकर नजर आए लेकिन यह उपाय भी नाकाफी साबित हो रहे है। झुलसा देने वाली गर्मी से लोगों के अलावा पशु-पक्षी भी बेहाल थे।
हेमंत राजू, बरनाला। Heat Wave Alert: पंजाब में अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया है। तेज धूप के चलते सुबह 10 बजे के बाद ही तपिश शुरू हो जाती है। रही सही कसर लू ने पूरी कर दी है।
तेज धूप और लू के चलते दोपहर में सड़कें सुनसान हो गई हैं। लू के थपेड़ों से बचने के लिए लोग सिर पर तौलिया, आंखों में चश्मा लगाकर नजर आए, लेकिन यह उपाय भी नाकाफी साबित हो रहे है। झुलसा देने वाली गर्मी से लोगों के अलावा पशु-पक्षी भी बेहाल थे।
44 डिग्री पहुंचा तापमान
रविवार को जिले का अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गर्मी का असर बेल वाली सब्जियों के उत्पादन पर भी देखने को मिल रहा है। कृषि वैज्ञानिक का कहना है कि गर्मी का असर करेला, तोरी, घीया की सब्जियों पर दिखने लगा है।
ठंडे पानी के लिए घड़ा और सुराही का सहारा ले रहे ग्रामीण
श्री स्कीन सेंटर बरनाला के डॉ. हरिंदर गर्ग रेडियोलोजिस्ट के अनुसार मिट्टी के घड़े या सुराही की मांग बढ़ गई है। गर्मी बढ़ने के कारण लोगों को प्यास बुझाने के लिए ठंडे पानी की जरूरत पड़ रही है। शहरों में शीतल जल के लिए लोग फ्रिज और वाटर कूलर का सहारा ले रहे हैं। वहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में मिट्टी के घड़े व सुराही की मांग बढ़ गई है। लोग घड़ा और सुराही खरीदने के लिए बाजार पहुंच रहे हैं।
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बाजारों में बढ़ी एसी-कूलर की डिमांड
गर्मी बढ़ते ही इलेक्ट्रानिक्स का बाजार भी गुलजार हो गया है। बाजार में कूलर और एसी की डिमांड बढ़ गई है। शहर के कॉलेज रोड पर भारत स्टील इंडस्ट्रीज के मालिक सुनील महाजन ने कहा कि पिछले दो वर्षों में इतनी मांग नहीं थी। मई के पहले हफ्ते तक तो मौसम साधारण था। अब 10 दिनों से अचानक मौसम पूरी तरह से गर्म हो गया है। एसी और कूलर की मांग दोगुणा बढ़ गई है, उन्हें ऑर्डर पूरा करना मुश्किल हो गया है।
ज्यादा प्रोटीन वाला खाना न खाएं, नींबू पानी व लस्सी का सेवन करें
मनोरोग विशेषज्ञ डॉक्टर हिमांशू सिंगला के अनुसार हीट वेव से बचाव के लिए ज्यादा प्रोटीन वाला खाना खाने और पकाने से बचें, तेज धूप में खासकर दोपहर 12 बजे से तीन बजे के बीच घर से बाहर निकलने से बचें, प्यास न लगने पर भी ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं। गर्मी में डीहाईड्रेशन से बचने के लिए नींबू पानी, दही, लस्सी, छाछ के साथ-साथ फलों का जूस पीएं, ताजे फल जैसे ककड़ी, तरबूज, नींबू, संतरा का सेवन करें।
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इन बातों का रखें ख्याल
हलके रंग के पतले और ढीले कॉटन के कपड़े पहनें। बाहर नंगे पैर जाने से बचें, धूप में जाते वक्त छाता टोपी, तौलिया या किसी भी चीज से सिर को ढके, हीट स्ट्रेस के लक्षणों पर खासतौर से नजर रखें, जैसे-चक्कर, बेहोशी, मतली या उल्टी, सिरदर्द, जरूरत से ज्यादा प्यास लगना, गहरे पीले रंग का मूत्र, पेशाब में कमी, सांस की गति और दिल की धड़कन का बढ़ना, बच्चों और पालतू जानवरों को खड़ी गाड़ियों में अकेला छोड़ने से बचें। धूप में जाने से पहले सनस्क्रीन का इस्तेमाल जरूर करें और नियमित रूप से इसे लगाते रहें।