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सियासी पार्टियां किसान समर्थक हैं तो चुनाव प्रचार बंद करें: किसान नेता

संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा तीन कृषि कानूनों को रद करवाने व एमएसपी की गारंटी देने का नया कानून बनाने की मांग को लेकर रेलवे स्टेशन पर लगाया धरना 339वें दिन भी जारी रहा।

By JagranEdited By: Updated: Sat, 04 Sep 2021 03:46 PM (IST)
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सियासी पार्टियां किसान समर्थक हैं तो चुनाव प्रचार बंद करें: किसान नेता

संवाद सहयोगी, बरनाला

संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा तीन कृषि कानूनों को रद करवाने व एमएसपी की गारंटी देने का नया कानून बनाने की मांग को लेकर रेलवे स्टेशन पर लगाया धरना 339वें दिन भी जारी रहा।

शनिवार को पुलिस व अकाली दल के समर्थकों द्वारा मिलकर किसानों पर हुए लाठीचार्ज पर चर्चा की गई। वक्ताओं ने कहा कि एकतरफ सियासी पार्टियां किसान आंदोलन का समर्थक होने का ड्रामा कर रही हैं, दूसरी तरफ चुनाव रैलियां करके किसानों की एकता को तोड़ने की कोशिश की जा रही है। यदि सियासी पार्टियां सच में किसान आंदोलन की हिमायत करती हैं तो वह चुनाव का एलान होने तक प्रचार बंद कर दें। पांच सितंबर को मुजफ्फरनगर में होने वाली किसान महापंचायत को लेकर किसानों में बेहद उत्साह है। किसान नेताओं ने रैली में जाने के इच्छुकों के लिए प्रबंधक विवरण, रूट, उपलब्ध सुविधाएं व अन्य संबंधित जानकारी सांझी की। करनैल सिंह गांधी, बाबू सिंह खुड्डी कलां, गुरदर्शन सिंह दिओल, जसपाल कौर, चरणजीत कौर, गुरबचन सिंह, उजागर सिंह, बलवंत सिंह, बलजीत सिंह, जसवंत कौर, गुरनाम सिंह, परमिदर हंडियाया ने कहा कि हरियाणा में 2500 व मोगा में 200 किसानों पर मामला दर्ज किया गया है। नेताओं ने मामले रद करके आरोपित पुलिस व सिविल अधिकारियों पर कार्रवाई करने की मांग की। यदि मांगें न मानी गई तो सात सितंबर को करनाल सिविल सचिवालय का घेराव किया जाएगा। प्रीत कौर धूरी ने किसानी आंदोलन के प्रसंग में इंकलाबी गीत पेश किया।

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