Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Punjab: पराली की आग बुझाने गए नायब तहसीलदार व फायर अफसरों को 4 घंटे बनाया बंधक, पुलिस ने गुरुद्वारा से छुड़ाया

बरनाला में पराली जलाने वाले किसानों व किसान संगठनों ने नायब तहसीलदार सहित फायर अफसर सुखप्रीत तरनजीत सिंह सहित ड्राइवर राजविंदर सिंह को बंधक बना लिया। वे पंजाब सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन करते रहे और खेतों में पराली जलती रही।

By Hemant KumarEdited By: Pankaj DwivediUpdated: Tue, 01 Nov 2022 07:05 PM (IST)
Hero Image
बरनाला के गांव कलाला में किसानों ने फायर अफसर सुखप्रीत व तरनजीत सिंह सहित ड्राइवर को बंधक बना लिया।

हेमंत राजू, बरनाला। पर्यावरण मंत्री पंजाब गुरमीत सिंह मीत हेयर के गृह निवास जिला बरनाला में अब तक पराली जलाने के 525 मामले सामने आए हैं। जिनमें से दो किसानों को 5000 रूपए जुर्माना किया गया है। जबकि कोई भी रेड एंट्री नहीं हुई हैं। जिले में सरेआम जल पराली में ही पंजाब सरकार व जिला प्रशासन के पराली नही जलाने के आदेश भी जल कर राख हो रहे हैं।

जिले के गांव कलाला में पराली को लगाई गई आग को बुझाने के लिए जैसे ही नायब तहसीलदार बरनाला व फायर ब्रिगेड बरनाला की गाड़ी मंगलवार दोपहर बारह बजे पहुंची, खेतों के किसानों व किसान संगठनों ने नायब तहसीलदार सहित फायर अफसर सुखप्रीत सिंह व तरनजीत सिंह सहित ड्राइवर राजविंदर सिंह को बंधक बना लिया। किसान संगठन व किसान पंजाब सरकार के खिलाफ रोष प्रदर्शन करते रहे व खेतों में पराली जलती रही।

किसान संगठनों ने नायब तहसीलदार बरनाला सुरिंदर कुमार बब्बी,फायर अफसर सुखप्रीत सिंह व तरनजीत सिंह सहित ड्राइवर राजविंदर सिंह को बंधक बना कर गाड़ी सहित गांव के गुरु घर में ले गए। नायब तहसीलदार बरनाला सुरिंदर कुमार बब्बी ने बताया कि दोपहर साढ़े बारह बजे से शाम पौने पांच बजे तक वह गुरू घर में रहे व करीब साढ़े चार घंटे की मशक्कत के बाद महलकलां पुलिस प्रशासन के सहयोग से उन्हें व अन्य कर्मचारियों को मुक्त करवाकर गाड़ी सहित बरनाला रवाना किया गया। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा लगाई गई ड्यूटी के अनुसार उन्होंने पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट बनाकर अपने उच्च अधिकारियों को भेज दी हैं।

थाना महलकलां के प्रभारी इंस्पेक्टर कंवलदीप सिंह ने कहा कि पुलिस केस की जांच कर रही है,नामजद आरोपितों पर कार्रवाई की जाएगी।

प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड बरनाला के एसडीओ विपिन कुमार जिंदल ने बताया कि आकड़ों के अनुसार जिला बरनाला में अब तक पराली जलाने के 525 मामले सामने आए हैं। जिनमें से दो किसानों को 5000 रूपए जुर्माना किया गया है। जबकि कोई भी रेड एंट्री नहीं हुई हैं।