Sangrur Lok Sabha Election 2024: युवा सांसद हेयर ने तोड़ा बरनाला का 26 साल पुराना रिकॉर्ड, जानें क्यों खास है गुरमीत सिंह की जीत
शाम होने के साथ ही अब लोकसभा चुनाव के नतीजों को लेकर तस्वीर साफ होता नजर आ रही है। इसी क्रम में पंजाब की कुछ सीटों पर भी जीत हासिल करने वाले प्रत्याशियों के नाम सामने आने लगा है। संगरूर सीट इन्हीं में से एक है जहां आम आदमी पार्टी के गुरमीत सिंह मीत हेयर ने जीत हासिल की है। जानते हैं क्यों खास उनकी यह जीत।
हेमंत राजू, बरनाला। बरनाला से विधायक व कैबिनेट मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने बरनाला शहर का रिकॉर्ड तोड़ते हुए लोकसभा हलका संगरूर से जीत हासिल करके बरनाला शहर के लोगों का गौरव बढ़ाया है। करीब 26 साल बाद बरनाला का कोई युवा सांसद बना है।
गौरतलब है कि करीब ढाई महीने पहले पार्टी द्वारा जब मीत हेयर को लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित किया गया था, तो मीत हेयर के राजनीतिक विरोधियों ने यह प्रचार किया था कि मीत हेयर खुद चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं।
इस दावे को गलत साबित करते हुए मीत हेयर ने अपने विरोधियों को एक लाख 72 हजार 560 वोटों के बड़े अंतर से हराकर करारा जवाब दिया हैं। बता दें कि लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान बरनाला पहुंचे थे, तो उन्होंने कहा था कि मीत हेयर किस्मत का धनी है, वह जीतेगा और उसे और भी बड़ा बनने का मौका मिलेगा।
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रिकॉर्ड तोड़ते जा रहे हेयर
मीत हेयर ने जब से राजनीति में कदम रखा है, तब से वह रिकॉर्ड तोड़ते और बनाते जा रहे हैं। मीत हेयर ने साल 2017 में पहली बार बरनाला सीट से विधानसभा चुनाव लड़ा और दो बार के कांग्रेस विधायक केवल सिंह ढिल्लों को हराकर पहली बार विधानसभा पहुंचे। इसके बाद साल 2022 में बरनाला विधानसभा क्षेत्र से 37 हजार से अधिक वोटों से जीत हासिल करके दूसरी बार विधायक बने।
गौरतलब है कि साल 1997 से लेकर 2022 तक, जो भी बरनाला से विधायक बने, वे सरकार के विरोध में ही रहे, लोगों के बीच यह आम चर्चा रही कि बरनाला हलके से जीतने वाले विधायक की पार्टी प्रदेश की सत्ता पर काबिज नहीं हो सकती, लेकिन मीत हेयर ने 2022 का विधानसभा चुनाव जीतकर इस अवधारणा को भी तोड़ दिया और पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री बनने का अवसर भी मिला।
कुछ ऐसा है संगरूर का चुनावी रिपोर्ट कार्ड
लोकसभा क्षेत्र संगरूर से बरनाला शहर के निवासी सुरजीत सिंह बरनाला को 1977, 1996, 1998 में तीन बार सांसद बनने का मौका मिला। एडवोकेट राजदेव सिंह खालसा ने भी 1989 में लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया था। गुरचरण सिंह दद्धाहुर 1991 में संगरूर लोकसभा क्षेत्र से संसद सदस्य भी चुने गए थे। सुरजीत सिंह बरनाला ने शिअद, एडवोकेट राजदेव सिंह खालसा ने अकाली दल बाबा (सरदार जोगिंदर सिंह रोडे) और दद्धाहुर ने कांग्रेस पार्टी में चुनाव जीता था।
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