SGPC सदस्य संत बलवीर सिंह घुन्नस का बीबी जगीर कौर को समर्थन, श्री अकाल तख्त साहिब समक्ष मांगेंगे माफी
एसजीपीसी सदस्य संत बलवीर सिंह घुन्नस ने अकाली दल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उन्होंने कहा कि किसी भी एसजीपीसी सदस्य ने बादलों के खिलाफ मोर्चा खोलने की जुर्रत नहीं की। बीबी जगीर कौर एक महिला होने के बावजूद बादलों के लिफाफा कल्चर के खिलाफ खड़ी हुई हैं।
By Hemant KumarEdited By: Pankaj DwivediUpdated: Tue, 08 Nov 2022 05:20 PM (IST)
हेमंत राजू, बरनाला। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधकीय कमेटी (एसजीपीसी) प्रधान पद के चुनाव से एक दिन पहले मंगलवार को पूर्व संसदीय सचिव व एसजीपीसी सदस्य संत बलवीर सिंह घुन्नस ने अपने निवास स्थान पर एसजीपीसी की पूर्व अध्यक्ष बीबी जगीर कौर को समर्थन देने का एलान किया।
संत बलवीर सिंह घुन्नस ने कहा कि जब पंजाब में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी हुई थी तो वह तत्कालीन अकाली-भाजपा सरकार में नुमाइंदे थे। जिसकी वह श्री अकाल तख्त साहिब समक्ष पेश होकर माफी मांगेंगे व उन्हें अकाल तख्त साहिब से जो भी सजा दी जाएगी, उसे वह नंगे पांव जाकर कबूल करेंगे।
उन्हाेंने इस बात का भी जिक्र किया कि शिअद की चुनावों में हार के बाद इकबाल सिंह झूंदां की बनी कमेटी ने 100 के करीब क्षेत्रों में जाकर हार के कारणों का पता लगाने के लिए सर्वे करके लोगों से बातचीत की थी। पंजाब के लोगों ने शिअद की समूची लीडरशिप को भंग करने संबंधी कहा था परंतु पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल शिअद के पूरे ढांचे को भंग करके खुद ही प्रधान बन गए। पार्टी में संत घुन्नस को बनता मान-सम्मान न मिलने का दर्द भी प्रेस कांफ्रेंस में झलका।
बीबी जगीर कौर की प्रशंसा करते संत बलवीर सिंह घुन्नस ने कहा कि शिअद के प्रधान से खफा किसी भी एसजीपीसी सदस्य ने बादलों के खिलाफ मोर्चा खोलने की जुर्रत नहीं की। बीबी जगीर कौर एक महिला नेता होने के बावजूद बादलों के लिफाफा कल्चर के खिलाफ खड़ी हुई हैं, जिसका सभी को मिल कर सहयोग करना चाहिए।उन्होंने अन्य एसजीपीसी सदस्यों को भी अपील करते कहा कि वह बीबी जगीर कौर को एसजीपीसी का अध्यक्ष चुनें।
सानूं पार्टी चौं कौण कढ्ढू
उनके इस कदम के बाद पार्टी की कार्रवाई संबंधी पूछे सवाल के जवाब में संत बलवीर सिंह घुन्नस ने कहा कि सानूं पार्टी चौं कौण कढ्ढू, अस्सीं अकाली सी, अकाली हां ते अकाली ही रहांगे। उन्होंने कहा कि वह जब 15 वर्ष के थे तब से शिअद का गांव-गांव जाकर प्रचार कर रहे हैं व पोलिंग बूथों पर बैठते रहे हैं। वह खुद भी अकाली हैं व अकाली ही रहेंगे। उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी भी अपने परिवार के लिए पार्टी से कोई पद नहीं मांगा। लंबी बीमारी के बाद वह अब ठीक हुए हैं व श्री गुरु ग्रंथ साहिब की हुई बेअदबी के लिए वह अकाल तख्त जाकर माफी मांगेंगे।
सुखबीर बादल नूं नानक छक्क च नी मिली अकाली दल: जत्थेदार चुंघां
शिअद के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। शिरोमणि अकाली दल सुखबीर को नानक छक्क में नहीं मिली है। यह शब्द एसजीपीसी सदस्य जत्थेदार बलदेव सिंह चुंघां ने संत घुन्नस के ग्रह निवास पर प्रेस कांफ्रेंस दौरान पत्रकारों से सांझा किए। उन्होंने बीबी जगीर कौर के हक में कहा कि इस बार बीबी जगीर कौर ही एसजीपीसी अध्यक्ष बननी चाहिए। पार्टी से जत्थेदार बलदेव सिंह चूंघां को जिला नेता व बीबी जगीर कौर को शिअद की अनुशासनी कमेटी से निकाले जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वह खुद अकाली हैं व अकाली ही रहेंगे।
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