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Punjab News: बठिंडा के अध्यापक मोती कोट बख्तू ने युवाओं में फूंका वोट डालने का जज्बा, तीन प्रतिशत बढ़ा मतदान

पंजाब के बठिंडा (Bathinda News) से संबंधित सामाजिक शिक्षा के अध्यापक मोती कोट बख्तू (Moti Kot Bakhtu) द्वारा युवाओं को मतदान (Lok Sabha Election 2024) के प्रति पिछले आठ साल से जागरुक कर रहे हैं। इस जागरुकता का नतीजे भी सामने आने लगे हैं। उनके द्वारा जिस क्षेत्र में लोगों को जागरुक किया गया वहां पर मतदान करीब तीन फीसद बढ़ गया।

By Jagran News Edited By: Gurpreet Cheema Updated: Mon, 01 Apr 2024 06:51 PM (IST)
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युवाओं को पिछले आठ वर्षों से जागरूक करते अध्यापक मोती कोट बख्तू

गुरप्रेम लहरी, बठिंडा। 2019 के चुनाव में बठिंडा देहाती में 75.22 फीसद मतदान हुआ था जबकि 2022 में 78.24 फीसद हुआ। इसके चलते संबंधित सामाजिक शिक्षा के अध्यापक मोती कोट बख्तू को पिछले सात वर्ष से लगातार जिला प्रशासन द्वारा सम्मानित किया जा रहा है।

मोती कोटबख्तू पेशे से अध्यापक हैं। इसके चलते वे बच्चों को शुरु से ही वोटों के प्रति प्रेरित करने लगते हैं। वे उनको लोकतंत्र का हवाला देकर उनको समझाते हैं कि वे जब 18 वर्ष के हो जाएंगे तो उनको संविधान यह अधिकार देगा कि आप अपना नेता खुद चयन कर सकते हैं। उनसे शिक्षा प्राप्त करने वाले युवाओं में से एक भी ऐसा मतदाता नहीं है जो अपने मत का प्रयोग न करता हो।

मोती मतदान फीसद बढ़ाने के लिए निजी दिलचस्पी लेते हुए लोगों को जागरुक करते हैं और उनके मतदान पर लिखे आर्टिकल हर वर्ष सात-आठ अखबारों में प्रकाशित होते हैं। इससे वे शहरी क्षेत्र के लोगों को जागरूक करने की कोशिश करते हैं जबकि देहात में वे गांवों के क्लबों के साथ मिल कर उनको जागरूक करके फर्स्ट टाइम वोटर के अधिकार का उपयोग करने के लिए प्रेरित करते हैं और इनके सार्थिक नतीजे भी सामने आने लगे हैं।

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मोती कोटबख्तू को मतदान बढ़ाने का जनून है। वे जहां भी लोगों की भीड़ को देखते हैं उनको वोट देने के लिए जागरुक करने लगते हैं, और तो और वे विवाह शादी के प्रोग्राम में भी मतदान के लिए प्रेरित करने लगते हैं। उनके द्वारा अपनी टीम तैयार की गई है जो नाटक के जरिए लोगों को जागरूक करती है। उनके द्धारा नुक्कड़ नाटकों से आम लोगों को जागरुक करने की कोशिश की जा रही है। इसके अलावा उन्होंने वोटर जागरुकता वीडियो बना कर लोगों को जागरुक किया गया।