Bathinda News: गोवंश की हो रही मौतें... डायट मनी के नाम पर हो रहा घपला, गो सेवा कमिशन के चेयरमैन ने प्रशासन पर उठाए सवाल
Bathinda News पंजाब के बठिंडा में गोवंश की हो रही मौतों के बाद गो सेवा कमिशन के चेयरमैन ने प्रशासन पर सवाल उठाए हैं। वहीं मौके पर गोशाला प्रबंधन की तरफ से गोवंश की डाइट मनी के लिए काउ सेस फंड हासिल करने हेतु भेजे जाने वाली जानकारी पर भी सवाल खड़े किए गए। वहीं निष्पक्ष जांच करवाने की मांग की है।
जागरण संवाददाता, बठिंडा। जिला प्रशासन की तरफ से गांव हररायेपुर में चलाई जा रही गोशाला में लगातार गोवंश की हो रही मौतों के बाद वीरवार को गो सेवा कमिशन के चेयरमैन अशोक सिंगला ने हररायेपुर गोशाला का दौरा किया।
इस दौरान शहर की विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने गोशाला के कुप्रबंधन को लेकर प्रशासन की तरफ से किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं करने का मामला भी उठाया।
गोवंश की डाइट मनी पर खड़े किए गए सवाल
वहीं मौके पर गोशाला प्रबंधन की तरफ से गोवंश की डाइट मनी के लिए काउ सेस फंड हासिल करने हेतु भेजे जाने वाली जानकारी पर भी सवाल खड़े किए गए। इस दौरान नौजवान वेलफेयर सोसायटी के प्रधान सोनू महेश्वरी ने बताया कि गो सेवा कमिशन के चेयरमैन के सामने हाल ही में गौशाला प्रबंधन की तरफ से डाइट मनी के लिए आवेदन नगर निगम को दिया है। इसमें 967 गायों के लिए डाइट मनी जारी करने के लिए कहा गया है।नगर निगम को किया जा रहा गुमराह
संस्था वर्करों ने जब मौके पर जाकर गोवंश की गिनती की, तो वहा 766 गोवंश था। इस तरह से करीब 201 गोवंश की अतिरिक्त डाइट मनी मांगी गई है। संस्था वर्करों ने कहा कि जिला प्रशासन व नगर निगम को गुमराह कर 201 अतिरिक्त गोवंश दिखाए जा रहे हैं। इसमें 19 अप्रैल 2024 को भी एक रिपोर्ट गोशाला की तरफ से भेजी गई थी, जिसमें 967 गोवंश गौशाला में बताए गए। इसमें एक माह के अंदर ही पशुओं की तादाद 766 रह गई।
लाखों रुपयों का किया जा रहा घपला: वर्कर
इससे साबित होता है कि करीब 200 से अधिक जानवर एक माह के अंदर ही गोशाला के अंदर कुप्रबंधन के कारण मर चुके हैं व अब मरे हुए पशुओं की डाइट मनी भी हासिल कर लाखों रुपये का घपला हर माह किया जा रहा है।यह भी पढ़ें: Bathinda Crime: बठिंडा पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, संगत मंडी में गोली मारकर हत्या करने वाले दो आरोपी गिरफ्तार
उन्होंने इस बाबत चेयरमैन गो सेवा कमिश्नर के पास यह मामला उठाया, तो उन्होंने जिला प्रशासन को हिदायत दी कि वह मौके पर सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों को लेकर जाए व गायों की गिनती करे व गौशाला की तरफ से भेजी जा रही गलत जानकारी की पड़ताल करे।
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