Kolkata Doctor Murder Case: बठिंडा AIIMS के नियमों में बदलाव, मरीज के साथ रुकने के लिए तीमरदारों को लेनी होगी परमिशन
कोलकाता में ट्रेनी महिला के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या मामले के बाद बठिंडा एम्स ने नियमों में सख्ती की है। अब यहां मरीजों के साथ रुकने वाले तीमारदारों को स्पेशल पास बनवाना होगा। इस पास के बिना कोई भी तीमारदार अस्पताल में नहीं रुक सकेगा। इसके अलावा अस्पताल में भी महिला स्टाफ की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।
जागरण संवाददाता, बठिंडा। कोलकाता में ट्रेनी महिला डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म मामले के बाद पूरे देश में उबाल है। इसे लेकर पंजाब में रोष देखने को मिला। इसी बीच बठिंडा एम्स में काफी नियम बदल दिए गए हैं और प्रबंधों में सख्ताई कर दी गई है।
अब यहां मरीज के साथ आने वाले तीमारदार बिना पास के अस्पताल में नहीं रुक पाएंगे। उन्हें पहले प्रबंधन से पास बनवाना होगा,तभी वे अस्पताल परिसर में रुक पाएंगे। पास के बिना अस्पताल में रुकने की आज्ञा नहीं दी जाएगी। इसके अलावा और भी कई नियम बदल दिए गए हैं और नए एसओपीज जारी कर दिए गए हैं। अस्पताल में महिला स्टाफ की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है।
एम्स के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. राजीव गुप्ता के अनुसार एम्स में रात को मरीज के साथ रुकने वाले उनके अटेंडेंट के लिए पास जारी करने शुरू कर दिए गए हैं। इसके तहत अगर किसी के पास अस्पताल द्वारा जारी किया गया कार्ड नहीं होगा तो वह रात को अस्पताल में नहीं रुक सकेगा।
एम्स बठिंडा ने बढ़ाई सख्ती
इसके अलावा अस्पताल में बने कॉरिडोर में रात के समय में किसी को सोने नहीं दिया जा रहा। वहीं मरीज के साथ वार्ड में एक मरीज के साथ केवल उसके परिवार का एक सदस्य ही रह सकता है। इसके साथ ही अस्पताल में सुरक्षा कर्मियों की गिनती भी बढ़ाई जा रही है। जबकि, रात के समय में अधिकारी चैकिंग करते रहते हैं। अस्पताल में महिला स्टाफ के हॉस्टल की सुरक्षा को भी बढ़ा दिया गया है।
गौरतलब है कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 9 अगस्त 2024 को ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और इसके बाद हत्या की घटना ने चिकित्सा जगत और देश को हिला दिया।
इस घटना के बाद से डॉक्टर्स की सुरक्षा को लेकर देशभर के मेडिकल स्टाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) के अह्वान पर देश भर के डॉक्टर हड़ताल पर चले गए थे। साथ ही डॉक्टर्स ने सरकार से मांग की है कि वे अस्पतालों और परिसरों में डॉक्टर्स की सुरक्षा के लिए कार्रवाई करें।
ये भी पढ़ें: Kolkata: पीड़िता के शरीर पर 14 से ज्यादा चोट के निशान, रिपोर्ट में हुए कई चौंकाने वाले खुलासे; पूर्व प्रिंसिपल पर गलत जानकारी देने का संदेह
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।