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Punjab News: लोकसभा के नतीजों से तैयार होगी विस चुनाव की जमीन, बादल परिवार की साख और CM मान की प्रतिष्ठा दांव पर

Punjab Election 2024 पंजाब में लोकसभा चुनाव के नतीजे विधानसभा चुनाव की जमीन तैयार करेंगे। इस चुनाव में जहां बादल परिवार की साख दांव पर लगी हुई है वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री की भी प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। क्योंकि बठिंडा सीट को लेकर अब तक की हुई मीटिंगों व जनसभाओं में उन्होंने बादल परिवार को राजनीति से बाहर करने का आह्वान किया था।

By Gurprem Lehri Edited By: Himani Sharma Updated: Sun, 02 Jun 2024 06:33 PM (IST)
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लोकसभा के नतीजों से तैयार होगी विस चुनाव की जमीन (फाइल फोटो)
गुरप्रेम लहरी, बठिंडा। शरीर झुलसा देने वाली गर्मी में करीब ढाई माह चली चुनाव प्रक्रिया के पूरी होने के बाद अब चार जून नेताओं की किस्मत का फैसला करेगा। वहीं लोकसभा चुनाव (Punjab Lok Sabha Election 2024) के नतीजों से विधानसभा चुनाव (Punjab By-Election 2024) की जमीन भी तैयार होगी।

इस चुनाव में, जहां बादल परिवार की साख दांव पर लगी हुई है, वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री (CM Bhagwant Mann) की भी प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। क्योंकि बठिंडा सीट को लेकर अब तक की हुई बैठकों व जनसभाओं में उन्होंने बादल परिवार को राजनीति से बाहर करने का आह्वान किया था।

कई नेताओं ने विधानसभा की जमीन भी कर ली तैयार 

इस लोकसभा चुनाव में कई नेताओं द्वारा लोकसभा प्रत्याशी के लिए तो काम किया ही, साथ ही अपने लिए भी विधानसभा की जमीन तैयार कर ली। कुछ नेता जो पिछले विधानसभा चुनाव के बाद अपना असर रसूख गवां चुके थे, उनको अब दोबारा लोगों के बीच विचरने का मौका मिला और उन्होंने अपनी जमीन तैयार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

हरसिमरत के लिए आर-पार के चुनाव

इस लोकसभा चुनाव में अगर शिरोमणि अकाली दल की प्रत्याशी हरसिमरत कौर बादल चुनाव जीत जाती हैं तो इसका असर बठिंडा संसदीय क्षेत्र के नौ विधानसभा हलकों पर तो पड़ेगा ही साथ ही मालवा के अन्य जिलों के विधानसभा हलकों पर भी पड़ेगा। इस जीत के बाद अकाली दल दोबारा से खड़ा होता नजर आएगा और अगर वह चुनाव हार जाती हैं तो आगामी विधानसभा चुनाव में शिअद की हालत और पतली हो सकती है।

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वहीं बादल परिवार को अपना राजनीतिक अस्तित्व बचाने में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। क्योंकि इससे पहले स्वर्गीय प्रकाश सिंह बादल व सुखबीर सिंह बादल के अलावा बिक्रम सिंह मजीठिया भी चुनाव हार चुके हैं। बादल परिवार में सिर्फ हरसिमरत कौर बादल ही इकलौती ऐसी नेता है जो अभी तक चुनाव नहीं हारी।

भाजपा को मिलेगी नए समीकरण बनाने में मदद

अगर भाजपा इस चुनाव में अच्छा वोट बैंक प्राप्त कर लेती है तो हलके में भाजपा की राजनीति को हवा मिल सकती है। भाजपा ने पहला चुनाव बठिंडा संसदीय क्षेत्र में मजबूती से लड़ा है। उनको भी इस बात पता चल जाएगा कि वह कितने पानी में है। अगर भाजपा प्रत्याशी अच्छे वोट लेने में कामयाब हो जाती हैं तो विधानसभा चुनाव में भाजपा अपना भविष्य तलाशती नजर आएगी।

अगर इस बार लोकसभा चुनाव में मतदाताओं द्वारा उनको नकार दिया गया तो आगामी विधानसभा चुनाव में उनको फिर से शिअद के साथ गठबंधन करना पड़ सकता है। भाजपा प्रत्याशी परमपाल कौर मलूका का पहला चुनाव उनको राजनीति में स्थापित करने में कामयाब हो सकता है।

जीत मोहिंदर सिद्धू का राजनीति प्रभाव दिखाएगा यह चुनाव

कांग्रेस के प्रत्याशी जीत मोहिंदर सिंह सिद्धू का राजनीतिक प्रभाव दिखाएगा। क्योंकि इससे पहले वे सिर्फ तलवंडी साबो हलके से ही चुनाव लड़ते रहे हैं। अगर वे इस चुनाव में कमाल कर जाते हैं तो इससे उनका राजनीति प्रभाव और बढ़ेगा और कांग्रेस की राष्ट्रीय लीडरशिप में उनका अच्छा प्रभाव जाएगा।

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अगर वे चुनाव हार जाते हैं तो भी उनका ज्यादा नुकसान नहीं है। क्योंकि इसके बाद उनके लिए विधानसभा चुनाव में रास्ते खुल जाएंगे। खुशबाज जटाणा के साथ हुए समझौते के तहत अगर हम तलवंडी साबो हलके को छोड़ भी दें तो भी उनके पास बठिंडा शहरी व मौड़ हलका खाली पड़े हैं।

राजनीति में बढ़ेगा गुरमीत खुड्डियां का कद

यह चुनाव आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी गुरमीत सिंह खुड्डियां का राजनीतिक कद बढ़ाएगा। अगर वे चुनाव जीत जाते हैं तो वह राज्य की राजनीति से केंद्र की राजनीति में चले जाएंगे। अगर वे चुनाव हार जाते हें तो भी उनका कद राज्य की राजनीति में बढ़ेगा, क्योंकि उन्होंने पहली बार लड़े लोकसभा चुनाव में बड़े-बड़े दिग्गजों का मुकाबला ही नहीं किया, बल्कि पूरी फाइट दी है।

अगर खुड्डियां चुनाव जीत जाते हैं तो वे पहले ऐसे नेता होंगे, जिन्होंने ससुर व बहू को पराजित ही नहीं किया बल्कि, 75 वर्ष से पंजाब की राजनीति में राज करने वाले परिवार को राजनीति से बाहर का रास्ता दिखा दिया। इस से उनका अपनी पार्टी में भी कद बढ़ जाएगा और वे पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान का सपना पूरा कर चुके होंगे।

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