बता दें कि राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी
(National Security Agency) की टीमों ने बुधवार की सुबह बठिंडा में दो जगह पर रेड की गई। इसमें मोड मंडी के रहने वाले गैंगस्टर हैरी मोड और गांव जेठू के गुरप्रीत गुरी के घर पर रेड की गई है। यह दोनों नामी गैंगस्टरों के लिए काम करते हैं और राष्ट्रीयसुरक्षा एजेंसी की टीम उक्त दोनों गैंगस्टरों के घरों पर तलाशी ले रही है। तलाशी के दौरान उनके घर वालों से पूछताछ की जा रही है और इस दौरान बठिंडा पुलिस भी मौजूद है।
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गैंगस्टर से संबंध के चलते की गई छापेमारी
बता दे की गैंगस्टर हैरी मोड और गैंगस्टर हर्ष दीप ढलला के लिए काम करता है जबकि गैंगस्टर गुरदीप सिंह गुरी अलग-अलग गैंग के लिए काम करता है। इन पर कई आपराधिक मामले भी दर्ज हैं और राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी की टीम ने उनके घर गैंगस्टर के साथ संबंध होने के चलते ही छापेमारी की है।
फरीदकोट में भी हुई रेड
जिला फरीदकोट के गांव जीवन वाला में एनआईए की रेड हुई। केंद्रीय मॉडर्न जेल फरीदकोट में बंद सुखजीत सिंह सीतू पुत्र गुरदेव सिंह के घर पर एनआईए की रेड। पारिवारिक सदस्यों से हो रही पूछताछ।
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फिरोजपुर एनआईए ने एक युवक को लिया हिरासत में
फिरोजपुर में शहर की मच्छी मंडी में एनआईए
(NIA) की टीम ने रेड की और जेम्स उर्फ जोरा नाम के युवक को हिरासत में लेकर थाना सिटी ले आये। जहां उससे पूछताछ की गई और लेकिन संतुष्टि ना होने के बाद एनआईए की टीम उसे चंडीगढ़ ले गई।
युवक के पिता ने बताया कि उनका बेटा राजमिस्त्री का काम करता है और ऐसी किसी भी गतिविधि में शामिल नहीं है अब पता नहीं एनआईए ने उसे क्यों गिरफ्तार किया है ।
जगराओं में भी एनआईए ने की छापामारी
जगराओं के रानी झांसी चौक के नजदीक शहर के प्रख्यात मनी एक्सचेंजर की दुकान एवं घर पर एनआईए की टीम ने छापामारी की है। नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी की टीम ने सुबह ही पुलिस बल के साथ मनी एक्सचेंजर के ठिकानों पर दबिश दी और अब दस्तावेजों एवं विभिन्न तरह की ट्रांजेक्शन की जानकारी हासिल की जा रही है। इसके अलाव विदेश भेजे और विदेश से आए रुपयों का भी हिसाब किसाब जुटाया जा रहा है। रकम भेजने वाले एवं लेने वालों की भी सूची तैयार की जा रही है।
बरनाला-गांव संघेड़ा में दर्शन सिंह के घर एनआईए की रेड
जिला बरनाला के गांव संघेड़ा में दर्शन सिंह के घर एनआईए की रेड हुई है। वह गुरुद्वारे में ग्रंथी है। हालांकि रेड के वक्त वहां कोई नहीं था। सूत्रों के मुताबिक दर्शन सिंह के बेटे के गैंगस्टर्स के साथ संबंध हैं। हालांकि यह परिवार संगरूर शिफ्ट हो चुका है। जिसके बाद टीम वहां संगरूर गई हैं।
फिरोजपुर में आतंकवादी अर्शदीप दल्ला के करीबी को हिरासत में लिया
पंजाब के फिरोजपुर से सूचीबद्ध आतंकवादी अर्शदीप डल्ला के करीबी सहयोगी जोन्स उर्फ जोरा नाम के एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है, छह राज्यों में 51 से अधिक स्थानों पर छापेमारी चल रही है। एनआईए की एक टीम दिल्ली में यादविंदर उर्फ जशनप्रीत के घर भी पहुंची है। बताया जा रहा है कि उनके बैंक खातों में विदेश से संदिग्ध लेनदेन किए गए थे। इस को लेकर ही उनसे पूछताछ की जा रही है। छापेमारी बुधवार सुबह शुरू हुई और अभी भी जारी है।
एनआईए की ये छापेमारी लॉरेंस बिश्नोई, बंबीहा और अर्शदीप डल्ला गिरोह के सहयोगियों से संबंधित परिसरों पर हुई है। छापेमारी तीन अलग-अलग मामलों पर आधारित है। इन पर 2022 में दो मामले दर्ज किए गए थे जबकि एक मामला इस साल दर्ज किया गया। बता दें कि राजस्थान में 13 स्थानों, पंजाब में 30 स्थानों, हरियाणा में 10 स्थानों, दिल्ली में दो स्थानों और यूपी में भी तलाशी जारी है।
डल्ला केटीएफ को संचालित कर रहा है
सूचीबद्ध आतंकवादी डल्ला कथित तौर पर खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) का संचालन कर रहा है। वह पाकिस्तान से भारत में ड्रग्स और हथियारों की सप्लाई का प्रबंधन कर रहा है। वह भारत में राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को अंजाम देने में अपने सहयोगियों की सहायता भी कर रहा है।
आईएएनएस के मुताबिक डल्ला का एक विशाल नेटवर्क है जिसे वह भारत के भीतर और बाहर दोनों जगह से चलाता है। हालाँकि उसके सहयोगी सलाखों के पीछे हैं, फिर भी वे जबरन वसूली में शामिल हैं। जबरन वसूली से प्राप्त धन को या तो विदेशों में भेजा जाता है या पाकिस्तान से हथियार, आईईडी और ड्रग्स खरीदने के लिए उपयोग किया जाता है।आईएएनएस के अनुसार सनी डागर, जगसीर सिंह, हरप्रीत शर्मा कुछ ऐसे साथी हैं जो पाकिस्तान जाकर हथियार इकट्ठा करते हैं। गैंगस्टर नीरज डबास के करीबी सहयोगी, जिसका अब कौशल चौधरी, सनी डागर से भी संबंध है। इसको न केवल हथियार हासिल करने की जिम्मेदारी दी गई है, बल्कि सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से पैसे निकालने की भी जिम्मेदारी दी गई है।
विदेश में भी है डल्ला का गिरोह
भारत में रहने वाले डल्ला के सहयोगियों को मनी ट्रांसफर सेवा योजनाओं के माध्यम से भुगतान किया जा रहा है। अपने भारतीय सहयोगियों को भुगतान सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी सुखप्रीत सिंह को दी गई है। डल्ला का गिरोह विदेशों में भी मजबूती से उपस्थिति है।आईएएनएस की खबर के मुताबिक कनाडा, अमेरिका, दुबई और थाईलैंड से, डल्ला के कई सहयोगी हैं जो निर्देश दे रहे हैं, धन का प्रसार कर रहे हैं, राष्ट्र-विरोधी एजेंडे को बढ़ावा दे रहे हैं और भारत के खिलाफ भयावह साजिश रच रहे हैं।
ये हैं डल्ला के विदेशी सहयोगी
डल्ला के विदेशी सहयोगियों की पहचान लक्की पटियाल (बंबीहा गैंग चलाने वाला), सुखदूल सिंह (रसद की व्यवस्था करने वाला), दलेर सिंह कोटिया (गैंगस्टरों के संपर्क में रहने वाला) के रूप में हुई है। , गुरपिंदर सिंह (डल्ला का भाई), दिनेश शर्मा (गुरुग्राम का निवासी लेकिन अब दुबई में रहता है, फाइनेंसिंग का काम देखता है), नीरज उर्फ पंडित, जो थाईलैंड में रहता है।अब यह भी पुष्टि हो गई है कि अर्शदीप डल्ला लक्षित हत्याओं और मोहाली में पंजाब पुलिस के खुफिया मुख्यालय पर हमलों में शामिल रहा है। वह अन्य खूंखार गैंगस्टरों लखविंदर सिंह लांडा और हरविंदर सिंह रिंदा के भी संपर्क में रहा है, जिन्हें एनआईए ने भी आतंकवादी बताया है।सूत्रों ने बताया कि भारत के भीतर नवीन डबास, अमित डागर, कौशल चौधरी, छोटू बाथ, आसिफ खान, जगसीर सिंह और टिल्लू ताजपुरिया गिरोह जैसे गैंगस्टरों द्वारा जबरन वसूली की गतिविधियां की जाती हैं।