Punjab News: बेअदबी की घटना में जेल जा चुका है जासूस अमृत गिल, पाकिस्तान को सूचना भेजने के आरोप में किया गया है गिरफ्तार
पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ को भारतीय सेना की सूचनाएं भेजने के आरोप में गिरफ्तार अमृत गिल उर्फ अमृतपाल सिंह बठिंडा जिले के गांव दुल्लेवाला का है। अमृतपाल गरीब परिवार से है। दसवीं पास अमृतपाल के बारे में गांव दुल्लेवाला के लोगों का कहना है कि बेअदबी की घटना के बाद उसे गांव में कम ही देखा गया था। वह काफी समय से गांव से बाहर रह रहा था।
जागरण संवाददाता, बठिंडा। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ को भारतीय सेना की सूचनाएं भेजने के आरोप में गिरफ्तार अमृत गिल उर्फ अमृतपाल सिंह बठिंडा जिले के गांव दुल्लेवाला का है। उसका नाम पहले भी श्री गुटका साहिब की बेअदबी के मामले में आ चुका है।
वर्ष 2020 में उसने रामपुरा फूल के तहत अपने ही गांव दुल्लेवाला में श्री गुटका साहिब के टुकड़े कर अंगों को फेंककर उनकी बेअदबी की थी। इसके बाद बठिंडा पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भी भेजा था, लेकिन वह पिछले कुछ समय से जमानत पर बाहर आकर बठिंडा सैन्य छावनी के अंदर आटो चलाने का काम करने लगा।
सेना की सूचनाएं आइएसआइ तक पहुंचाई
अब जासूसी के आरोप में लखनऊ के आतंकी निरोधक दस्ते ने उसे गिरफ्तार किया है। लखनऊ के आतंकवाद निरोधी दस्ते ने अमृत गिल के साथ उसके साथी गाजियाबाद के रियाजुद्दीन और बिहार के इजहारुल के खिलाफ भी केस दर्ज किया है। उक्त तीनों मिलकर सेना की सूचनाएं आइएसआइ तक पहुंचा रहे थे।
बताया जाता है कि अमृतपाल को बठिंडा की सबसे बड़ी सैन्य छावनी की गुप्त सूचनाएं इकट्ठा करने का काम सौंपा गया था। उसने पास बनवाया था। इससे वह अपना आटो आर्मी कैंटोनमेंट के अंदर ले जाता और और सारी जानकारी पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी को भेजनी शुरू कर दी थी।
अमृतपाल गरीब परिवार से है
अमृतपाल गरीब परिवार से है। दसवीं पास अमृतपाल के बारे में गांव दुल्लेवाला के लोगों का कहना है कि बेअदबी की घटना के बाद उसे गांव में कम ही देखा गया था। वह काफी समय से गांव से बाहर रह रहा था। ग्रामीणों को संदेह है कि 2020 में उसने पैसों के लालच में बेअदबी की थी। उन्होंने मांग की कि बेअदबी की घटना के संबंध में भी उससे पूछताछ की जानी चाहिए।