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Bathinda News: बठिंडा सैन्य छावनी कांड में दो दिन बाद भी खाली हाथ पुलिस, चल रही है केवल जांच, जांच और जांच

Bathinda News गोलियां चलाने वाले फौज की वर्दी में नहीं थे। उन्होंने सादे कपड़े पहन रखे थे। 80 मीडियम रेजिमेंट के ये जवान ऑफिसर्स मेस में गार्ड ड्यूटी पर तैनात थे। फायरिंग के बाद मिलिट्री स्टेशन को सील कर दिया गया था।

By Jagran NewsEdited By: Narender SanwariyaPublished: Fri, 14 Apr 2023 02:00 AM (IST)Updated: Fri, 14 Apr 2023 02:00 AM (IST)
बठिंडा सैन्य छावनी कांड में दो दिन बाद भी खाली हाथ पुलिस, चल रही है केवल जांच, जांच और जांच

बठिंडा, जागरण संवाददाता। बीती बुधवार तड़के बठिंडा सैन्य छावनी में दो अज्ञात लोगों की तरफ से 80 मीडियम रेजिमेंट के चार जावानों को गोलियां मारकर की गई हत्या के 48 घंटे बीत जाने के बाद भी सेना और पुलिस को हमलावारों के बारे में कोई सुराग नहीं मिल सका है। हालांकि, सेना और बठिंडा पुलिस की ज्वाइंट टीमों ने घटना के दूसरे दिन घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की, लेकिन इन फुटेज से जांच टीमों को ऐसा कोई ठोस सबूत नहीं मिल सका, जिसके जरिए वह हमलावारों तक पहुंच सके।

वहीं दूसरे दिन भी बठिंडा सैन्य छावनी सील रही और अंदर सर्च अभियान भी चलाया गया, लेकिन हमलावारों के बारे में कुछ पता नहीं चल सका है। वहीं मामले सुरक्षा के जुड़े होने के चलते पुलिस व सेना अधिकारी भी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। वही बुधवार देर रात चारों जवानों का सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम करने वाले डाक्टरों का कहना है कि मृत सैनिकों के सीने गोलियों से छलनी थे। आज जवानों के शवों को उनके गांव भेज दिया गया। इस बीच वीरवार को भी मिलिट्री और पुलिस के उच्चाधिकारियों की बैठक जारी रही।

इस मामले को इस मायने में भी संदिग्ध माना जा रहा है कि गोलियां चलाने वाले फौज की वर्दी में नहीं थे। उन्होंने सादे कपड़े पहन रखे थे। 80 मीडियम रेजिमेंट के ये जवान ऑफिसर्स मेस में गार्ड ड्यूटी पर तैनात थे। फायरिंग के बाद मिलिट्री स्टेशन को सील कर दिया गया था। लोगों के आने-जाने पर भी रोक लगा दी गई थी। आर्मी एरिया में सर्च आपरेशन चलाया गया। इस दौरान अंदर रहने वाले सैनिकों के परिवारों को घर में रहने को कहा गया। कैंट के अंदर के स्कूल भी बंद कर दिए गए थे। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात आरोपियों पर हत्या और आर्म्स एक्ट का केस दर्ज किया है।

इस घटना से दो दिन पहले यूनिट के गार्ड रूम से इंसास राइफल और गोलियां गायब हुई थी। पुलिस और आर्मी को इस राइफल का घटना में इस्तेमाल होने का शक है। आर्मी ने बयान जारी कर बताया कि सर्च टीम को इंसास राइफल मिली है। जिसमें कुछ मैगजीन भी हैं। पुलिस व आर्मी की ज्वाइंट टीम ने राइफल को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। जिससे स्पष्ट होगा कि यह वारदात इसी राइफल से की गई या नहीं। आर्मी ने किसी संदिग्ध को हिरासत में लेने की बात से भी इनकार किया है।

मरने वालों में सागर बन्ने, कमलेश आर, योगेश कुमार जे, संतोष कुमार नागराल शामिल हैं। इनमें 2 जवान कर्नाटक और 2 तमिलनाडु के हैं। इनकी उम्र 24 से 25 साल की उम्र है। इनकी नौकरी को अभी 3-3 साल ही हुए थे। जिसने फायरिंग की है, उसके बारे में अभी कुछ पता नहीं चला है। जिन जवानों ने देखा, उनका कहना है कि फायरिंग करने वाले 2 आरोपित थे। गोली मारने वाले 2 लोग सफेद कुर्ता-पायजामा पहनकर आए थे। मुंह ढका हुआ था।

ये लोग किस व्हीकल में आए, इसके बारे में पता नहीं है। गोली मारने वाले सिविलियन हैं या आर्मी के जवान, इसके बारे में जांच की जा रही है। इसके अलावा पंजाब पुलिस व मिलिट्री पुलिस के साथ मिलकर टेरर एंगल की भी जांच की जा रही है। अंदर सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए हैं। इसकी भी छानबीन की जा रही है। दूसरी तरफ घटना के 48 घंटे बीत जाने के बावजूद मिलिट्री एरिया में रेड अलर्ट जारी है। मिलिट्री एरिया के स्कूल आज भी बंद रखे गए।


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