Bathinda News: मिनी सचिवालय व अदालत की दीवारों पर लिखे गए खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, आतंकी पन्नू ने ली जिम्मेदारी
मिनी सचिवालय समेत तीन सरकारी दफ्तरों की दीवारों पर अज्ञात लोगों ने खालिस्तान के नारे लिखे गए हैं। नारे लिखे जाने के बाद बठिंडा पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। वहीं मामले की गंभीरता को लेते हुए पुलिस एवं सीआईडी ने आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। वहीं इस सब की विदेश में बैठे पन्नू ने वीडियो जारी कर जिम्मेवारी ली है।
जागरण संवाददाता, बठिंडा। शहर के सबसे सुरक्षित माने जाने वाले मिनी सचिवालय समेत तीन सरकारी दफ्तरों की दीवारों पर अज्ञात लोगों ने शनिवार सुबह को खालिस्तान के नारे लिखे हैं। इसमें मिनी सचिवालय, डाकघर और महिला थाना व जिला अदालत परिसर की दीवारों पर यह नारे लिखे गए है, जिसके बाद से बठिंडा पुलिस की लापरवाही के चलते मिनी सचिवालय व जिला अदालत की सुरक्षा में बडी चूक सामने आई है। जिसका पता शनिवार सुबह चला, जिसके बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया।
सीआईए स्टाफ एवं डीएसपी डी, एसपी सिटी समेत सीआईडी विभाग की टीमें मौके पर पहुंची और उन्होंने तुरंत काला रंग करवाकर उक्त नारे मिटवाएं। वहीं, सीआईए स्टाफ के अलावा थाना सिविल लाइन पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, जबकि घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की जा रही है, जिससे उक्त नारे लिखे वाले लोगों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जा सके।
नारे लिखे जाने से खुली सुरक्षा की पोल
बता दें कि जिन सरकारी दफ्तरों की दीवारों पर उक्त खालिस्तानी नारे लिखे गए है, वहां से डीसी और एसएसपी की कोठी महज चंद कदमों की दूरी पर स्थित है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि जिन जगहों पर खालिस्तान के नारे लिखे गए हैं वह एरिया जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों की कोठी भी है जहां पर 24 घंटे सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं। इसके बावजूद भी खालिस्तान के नारे लिखे जाना सुरक्षा के दावों की पोल खोलता है।मिनी सचिवालय की जिस दीवार पर खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लिखें गए है, वो महिला पुलिस थाना से कुछ कदम दूरी पर ही है। इसके अलावा मिनी सचिवालय में दाखिल होते ही तीन सीसीटीवी कैमरे सामने नजर आते है, लेकिन किसी का भी फोक्स बाहर की तरफ नहीं और इतना ही नहीं एक कैमरा, तो बिलकुल सामने सिर्फ दिखावे के लिए टांग रखा है। जिस पर अकेली एक तार लटक रही है।ये भी पढ़ें: Punjab Politics: दांव पर मुख्यमंत्री मान और पूर्व सीएम चन्नी की साख, साल 2022 के बाद फिर दिखेगी कांटे की टक्कर
कड़ी सुरक्षा के बीच आखिर कैसे लिखे गए नारे
वहीं, मौके पर पहुंची पुलिस टीम एवं डीएसपी डी ने आसपास के सभी सीसीटीवी कैमरों को चेक करना शुरू कर दिया। दूसरी तरफ अदालत परिसर की जिस दीवार पर खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लिखें गए है, उस दीवार से एसएसपी कार्यालय कुछ कदमों की दूरी पर है। जहां पर हर समय पुलिस फोर्स का पहरा रहता है। उक्त दो महत्वपूर्ण स्थानों की दीवारों पर खालिस्तान जिंदाबाद के नारे लिखें जाना पुलिस की सीधे तौर पर बड़ी लापरवाही सामने नजर आ रही है।
मिनी सचिवालय के अंदर दाखिल होते ही बिलकुल सामने तीन सीसीटीवी कैमरे नजर आते है। दो कैमरों का फोक्स सिर्फ अंदर पार्किंग की तरफ है, जबकि जो बिलकुल सामने कैमरा लगा है, वो सिर्फ दिखावे के लिए लगा है। उसकी एक तार लटक रही है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।