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Bathinda: बुरे फंसे! छात्रों के खाते में गलती से दो बार जारी हुई वजीफे की राशि, अब अदायगी की वसूली करने में विभाग के छूटे पसीने

शिक्षा विभाग ने तकनीकी गड़बड़ी के चलते वर्ष 2022-23 के प्री मेट्रिक स्कालर्शिप फार एससी एंड अदर स्कीम के अधीन जारी वजीफे की राशि दो से तीन बार विद्यार्थियों के खाते में जमा करवा दी गई। विभाग के लिए अब विद्यार्थियों से अतिरिक्त अदायगी की वसूली करना मुसीबत बना हुआ है। हालात यह हैं कि करीब पांच माह बाद भी अतिरिक्त वजीफे की अभी तक पूरी वसूली नहीं हो पाई।

By Jagran News Edited By: Himani Sharma Updated: Fri, 05 Jan 2024 01:08 PM (IST)
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गलती से जारी हुए दो और तीन बार वजीफे, वापस लेने में निकले पसीने
सुभाष चंद्र, बठिंडा। शिक्षा विभाग की ओर से बीते वर्ष मार्च माह में तकनीकी गड़बड़ी के चलते वर्ष 2022-23 के प्री मेट्रिक स्कालर्शिप फार एससी एंड अदर स्कीम के अधीन जारी वजीफे की राशि दो से तीन बार विद्यार्थियों के खाते में जमा करवा दी गई। विभाग के लिए अब विद्यार्थियों से अतिरिक्त अदायगी की वसूली करना मुसीबत बना हुआ है। हालात यह हैं कि करीब पांच माह बाद भी अतिरिक्त वजीफे की अभी तक पूरी वसूली नहीं हो पाई है।

816 विद्यार्थियों को जारी हुआ दो से तीन बार वजीफा

बठिंडा जिले में कुल 816 विद्यार्थियों को दो और तीन बार वजीफा जारी हुआ था। इस तरह कुल 11.71 लाख रुपये विद्यार्थियों के खातों में अतिरिक्त चले गए। इसमें से 181 विद्यार्थियों से 2.53 लाख रुपये की वसूली अभी तक भी बाकी है। मानसा जिले की हालत तो और भी खराब है।

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मानसा जिले में 1,670 विद्यार्थियों को 24,20,600 रुपये की अतिरिक्त अदायगी हुई है। अभी तक 884 विद्यार्थियों से 12,38,900 रुपये की वसूली ही हो पाई है। इसी तरह लुधियाना जिले में कुल 22,65,200 रुपये ज्यादा दे दिए गए। इनमें से 10,83,600 रुपये ही वसूल हो पाए हैं। इसी तरह बरनाला जिले में 9,68,800 रुपये ज्यादा दिए गए और 6,74,600 रुपये वसूल हुए।

20 अक्टूबर तक रिकवरी करके देने के दिए थे आदेश

विद्यार्थियों के खातों में ज्यादा पैसे चले जाने के बाद डायरेक्टर जनरल स्कूल शिक्षा विभाग पंजाब की वजीफा शाखा की सहायक डायरेक्टर की तरफ से गत 26 सितंबर को सभी जिला शिक्षा अधिकारियों और स्कूल प्रमुखों को पत्र जारी करके बताया गया था कि तकनीकी खराबी के चलते राज्य के 23,001 विद्यार्थियों को डबल तथा 694 विद्यार्थियों को ट्रिपल पेमेंट हो गई है।

प्रति विद्यार्थी 1,400 रुपये स्टेट शेयर एवं 2,100 रुपये सेंटर शेयर की अदायगी करनी थी लेकिन गलती से स्टेट शेयर के तहत कुछ विद्यार्थियों को 1,400 और कुछ को 2,800 रुपये की अतिरिक्त अदायगी हो गई है। इस तरह विद्यार्थियों के खातों में कुल 3,41,44,600 रुपये अधिक चले गए हैं।

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संबंधित विद्यार्थियों को सूची जारी करते हुए सहायक डायरेक्टर ने कहा था कि वे उनसे अतिरिक्त अदायगी की रिकवरी करके विभाग के प्री मेट्रिक स्कालर्शिप फार एससी स्कीम से संबंधित बैंक खातों में जमा करवाकर 20 अक्टूबर तक इसकी रिपोर्ट करें।

गरीब परिवारों के लिए पैसे लौटाना हुआ मुश्किल

संबंधितों स्कूलों के शिक्षकों के प्रयासों के बावजूद गत 20 अक्टूबर तक पूरी रिकवरी नहीं हो पाई है। शिक्षकों का कहना है कि तमाम लाभार्थी विद्यार्थी गरीब परिवारों से संबंधित हैं और उनके परिजन यह राशि निकलाव कर कब की खर्च भी कर चुके हैं। कुछ विद्यार्थियों के परिजनों ने तो किसी तरह से राशि लौटा दी है, लेकिन अन्य का कहना है कि वे पैसे खर्च चुके हैं और अभी उनके पास देने के लिए पैसे नहीं हैं जब कहीं से पैसे आएंगे तो लौटा देंगे।

वसूली के प्रयास जारी: डीईओ

मानसा के जिला शिक्षा अधिकारी हरिंदर सिंह भुल्लर ने कहा कि 50 प्रतिशत से अधिक की वसूली की जा चुकी है। जबकि अन्य राशि की वसूली के लिए भी हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। शिक्षकों को इस काम में लगाया हुआ है।

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