Punjab News: पंजाब में हाई वोल्टेज लाइन की वजह से हुए हादसे में 10 वर्षीय मासूम झुलसा, फरीदकोट किया गया रेफर
मोगा में छत के ऊपर से गुजर रही हाई वोल्टेज लाइन की चपेट में आने से 10 वर्षीय मासूम बच्चा झुलस गया। जिसके बाद उसे उपचार के लिए मोगा के अस्पताल ले जाया गया जहां से डॉक्टरों ने उसे फरीदकोट रेफर कर दिया।
चंडीगढ़, जागरण राज्य ब्यूरो। पंजाब के मोगा से रविवार को करंट की वजह से 10 साल के मासूम के झुलसने की खबर सामने आई। जिसको तत्काल प्रभाव से उपचार के लिए मोगा के एक अस्पताल ले जाया गया। बता दें कि मोगा में छत के ऊपर से गुजर रही 132 केवी हाई वोल्टेज लाइन से प्लास्टिक डोर टकरा गई। जिसके बाद बच्चा प्लास्टिक की डोर को खींचता हुआ हाई वोल्टेज लाइन के करीब पहुंच गया, तभी अचानक धमाका हुआ और बच्चा पूरी तरह से झुलस गया।
100 फीसदी झुलसा मासूम बच्चा
मासूम बच्चे को चिंताजनक स्थिति में उपचार के लिए मोगा के अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे फरीदकोट रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों ने बताया कि बच्चा 100 फीसदी झुलस गया है। इस घटना के चलते बेदी नगर क्षेत्र में आसपास घरों के इलेक्ट्रॉनिक आइटम भी जल गए।
पतंग देखते समय प्लास्टिक डोर की चपेट में आया बच्चा
इससे पहले लुधियाना के समराला में शुक्रवार को चार वर्षीय बच्चा जुझार सिंह प्लास्टिक डोर की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो गया था। बच्चे के चेहरे पर करीब 120 टांके लगे थे। लुधियाना के डीएमसी अस्पताल में डाक्टरों को बच्चे की तुरंत सर्जरी करनी पड़ी थी। लोहड़ी पर समराला के रहने वाले विक्रमजीत सिंह स्वजनों के साथ गुरुद्वारा श्री कटाना साहिब में माथा टेककर घर वापस आ रहे थे। इस दौरान बच्चे जुझार सिंह ने आसमान में पतंग देखकर कार का शीशा खोला तो प्लास्टिक डोर की चपेट में आ गया था।
Samrala News: पतंग देखते समय प्लास्टिक डोर की चपेट में आया चार वर्षीय बच्चा, 120 टांके लगे
जबकि पठानकोट के सुंदर नगर मोहल्ला में शनिवार को पतंग उड़ाते समय एक चार वर्षीय बच्चे की छत से गिरने से मौत हो गई थी। मृतक की पहचान प्रिंस के रूप में हुई थी। छत से गिरने के बाद मोहल्ले के लोग इलाज के लिए बच्चे को तत्काल सिविल अस्पताल ले गए थे लेकिन इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई थी।
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