Move to Jagran APP

Punjab News: 'खतरे में 24 लाख छात्रों का भविष्‍य...', NEET घोटाला मामले में NTA पर फूटा AAP का गुस्‍सा; भाजपा को भी घेरा

आम आदमी पार्टी ने नीट घोटाले (NEET Scam) पर एनटीए (NTA) की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं। आप प्रवक्‍ता ने कहा कि एनटीए ने आम चुनाव के नतीजों की अफरा-तफरी के बीच 4 जून को ही रिजल्ट घोषित कर दिया। उसने 67 छात्रों को 720/720 अंकों के साथ टॉपर घोषित किया। उन्‍होंने कहा कि ऐसे घोटाले बर्दाश्त नहीं किए जा सकते 24 लाख छात्रों के भविष्‍य का सवाल है।

By Kailash Nath Edited By: Himani Sharma Published: Thu, 20 Jun 2024 04:29 PM (IST)Updated: Thu, 20 Jun 2024 04:29 PM (IST)
NEET Scam पर एनटीए पर भड़की आम आदमी पार्टी (फाइल फोटो)

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी (AAP) पंजाब ने 5 मई को नीट परीक्षा (NEET Exam) में शामिल हुए 24 लाख छात्रों के भविष्य को खतरे में डालने के लिए भाजपा सरकार की आलोचना की। पार्टी ने इस मामले की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट से एसआईटी बनाने की अपील की और इसमें शामिल सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।

24 लाख छात्रों के भविष्‍य का सवाल: आप

'आप' प्रवक्ता बिक्रमजीत पासी ने प्रश्नपत्र लीक, रिजल्ट की तिथि, ग्रेस मार्क्स और इस मामले पर एनटीए (नेशनल टेस्टिंग एजेंसी) की चुप्पी पर सवाल उठाए। आप नेता ने कहा कि हम इस मामले पर किसी की चुप्पी बर्दाश्त नहीं कर सकते क्योंकि यह 24 लाख छात्रों के भविष्य का सवाल है। इस मामले को हल्के में नहीं लिया जा सकता।

अफरा-तफरी के बीच रिज्‍ल्‍ट कर दिया घोषित: पासी

पासी ने कहा कि नीट की परीक्षा 5 मई को हुई थी और इसका रिजल्ट 14 जून को आना था, लेकिन एनटीए ने आम चुनाव के नतीजों की अफरा-तफरी के बीच 4 जून को ही रिजल्ट घोषित कर दिया। उसने 67 छात्रों को 720/720 अंकों के साथ टॉपर घोषित किया। फिर ऐसे छात्र भी रहे, जिन्हें 719, 718, 717 आदि अंक मिले, जो असंभव है।

यह भी पढ़ें: Jalandhar By-Election: जालंधर वेस्ट से बसपा ने बिंदर लाखा को बनाया उम्मीदवार, 10 जुलाई को होना है मतदान

इस परीक्षा में सही उत्तर के लिए उम्मीदवार को 4 अंक दिए जाते हैं, निगेटिव मार्किंग भी होती है, गलत उत्तर के लिए एक अंक काटा जाता है। इसलिए 715, 710, 705 और इसी तरह के अंक हो सकते हैं, लेकिन 719, 718, 717 आदि नहीं। उन्होंने गलत अंक देने को ग्रेस अंक बताकर सही ठहराने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने कभी भी ग्रेस अंक देने के आधार और नियमों को सार्वजनिक रूप से नहीं बताया।

उन्होंने कहा कि लाखों छात्र यह परीक्षा पास करने के लिए कड़ी मेहनत करते हैं। इसलिए एनटीए पारदर्शी और पहले से उल्लेखित प्रक्रिया के बिना अपनी पसंद के कुछ चुनिंदा छात्रों को ग्रेस अंक नहीं दे सकता। इसलिए इसकी गहन जांच होनी चाहिए।


This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.