Move to Jagran APP

डेंगू की चपेट में आए सांसद गुरमीत मीत हेयर, प्लेटलेट्स कम होने के चलते बिगड़ी हालत, निजी अस्पताल में भर्ती

पंजाब में डेंगू का प्रकोप जारी है। पूर्व कैबिनेट मंत्री और सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर भी डेंगू की चपेट में आ गए हैं। उन्हें फोर्टिस अस्पताल मोहाली में भर्ती कराया गया है। सांसद ने अपने समर्थकों से बरनाला उपचुनाव में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार हरिंदर सिंह धालीवाल का समर्थन करने की अपील की है। पठानकोट में दो दिनों में डेंगू के 10 नए मामले सामने आए हैं।

By Jagran News Edited By: Sushil Kumar Updated: Sun, 27 Oct 2024 04:40 PM (IST)
Hero Image
डेंगू की चपेट में आए सांसद गुरमीत मीत हेयर, अस्पताल में भर्ती।
जागरण संवाददाता, बरनाला। प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री व संगरूर लोकसभा क्षेत्र से सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर विगत एक सप्ताह से डेंगू के कारण बीमार चल रहे हैं। लेकिन प्लेटलेट्स कम होने के कारण उनकी हालत बिगड़ गई और उन्हें फोर्टिस अस्पताल मोहाली में भर्ती करवाया गया है। सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर ने अपने एक्स पर लिख कर इसकी जानकारी सांझा की है।

उन्होंने हलके के लोगों से विधानसभा हलका बरनाला के उपचुनाव में चुनाव लड़ रहे आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार हरिंदर सिंह धालीवाल का समर्थन करने की अपील की है । उन्होंने लिखा कि जब वे ठीक हो जाएंगे तो चुनाव मैदान में वापसी करेंगे।

लगातार बढ़ रहे डेंगू के मरीज

अक्टूबर में दिन और रात के मौसम में उतार-चढ़ाव के चलते पठानकोट में दो दिनों में डेंगू के 10 मरीज मिले हैं। शनिवार को तीन मरीजों की डेंगू रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। मरीज ढांगू पीर, घरोटा और लमीनी के रहने वाले है। सेहत अधिकारियों के मुताबिक यह मरीज कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे।

यह मरीज पहले अपने आसपास एरिया में ट्रीटमेंट करवाते रहे। इन मरीजों ने बुखार न उतरने पर सिविल अस्पताल में आकर टेस्ट करवाया तो रिपोर्ट में डेंगू पॉजिटिव निकले हैं। फिलहाल सेहत विभाग ने मरीजों का ट्रीटमेंट शुरू कर दिया है। जिले में डेंगू पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा बढ़कर 99 पहुंच गया है। इनमें 13 मरीज एक्टिव चल रहे हैं।

वहीं, सिविल अस्पताल में डेंगू वार्ड भी फुल हो गया है। इसमें आठ मरीज भर्ती चल रहे है। डेंगू वार्ड में पाजिटिव व संदिग्ध (प्लेटलेटस कम) होने और बुखार होने पर मरीज भर्ती होकर अपना ट्रीटमेंट करवा रहे है। सेहत अधिकारियों का कहना है कि इलाज करवा रहे सभी मरीजों की हालत ठीक है।

जरूरत पड़ने पर अगर पाजिटिव मरीज बढ़ते है तो डेंगू वार्ड के अलावा दूसरा बड़े वार्ड में मरीज भर्ती किए जाएंगे। फिलहाल जिले में इस वर्ष पिछले साल के मुकाबले डेंगू का प्रकोप कम है।

लोगों को सतर्क और सावधान रहने की जरूरत

डेंगू विरोधी अभियान के तहत लार्वा को नष्ट करने के लिए घर-घर डेंगू सर्वेक्षण किया। इसके साथ ही जिन घरों में लार्वा पाया गया, उन्हें चेतावनी नोटिस जारी किए गए और डेंगू के प्रसार को रोकने के लिए घरों में साफ-सफाई बनाए रखने के निर्देश दिए गए।

इस अवसर पर बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता (मेल) मनदीप सिंह, गुलशन कुमार, परमजीत सिंह ने डुगला मोहल्ला, अर्बन रोड में मच्छरों के लार्वा हाटस्पाट का घर-घर निरीक्षण किया, जिसमें कूलर, फूलों के बर्तनों के नीचे ट्रे, पक्षियों के लिए पानी के कंटेनर और खुली हवा के बर्तन, रेफ्रिजरेटर ट्रे और कबाड़ शामिल थे।

उन्होंने आम लोगों को डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया के लक्षण व बचाव के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि लोगों को डेंगू के प्रति सचेत और सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि डेंगू रोग से बचाव के लिए जागरूकता एक महत्वपूर्ण उपाय है।

उन्होंने कहा कि हमें अपने आसपास साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए, गमलों, रेफ्रिजरेटर की ट्रे, कूलर, पुराने टायर, छतों पर कूड़ा आदि में पानी जमा नहीं होने देना चाहिए। प्रत्येक शुक्रवार-डेंगू को सप्ताह में एक दिन शुष्क दिवस के रूप में मनाना चाहिए।

उन्होंने बताया कि डेंगू बुखार मादा एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से फैलता है। इससे बचाव के लिए अपने शरीर को अच्छी तरह से ढककर रखना चाहिए, रात को सोते समय मच्छरदानी और मच्छर भगाने वाली क्रीम का प्रयोग करना चाहिए। प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में डेंगू बुखार की जांच एवं इलाज निशुल्क किया जाता है।

डेंगू के सामान्य लक्षण तेज बुखार, शरीर में दर्द, पेट में दर्द, मसूड़ों से खून आना, उल्टी आदि हो सकते हैं। यदि किसी व्यक्ति में ये लक्षण दिखाई दें तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।