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Bharat Bandh: पंजाब में भाजपा को छोड़कर सभी दलाें ने दिया समर्थन, खुलकर लेंगे भाग

Bharat Bandh पंजाब में भाजपा को छोड़कर सभी राजनीतिक दलों ने किसान संगठनों के भारत बंद का समर्थन किया है। कांग्रेस शिरोमणि अकाली दल और आम आदमी पार्टी ने बंद में सक्रिय रूप से भाग लेने की घोषणा की है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Tue, 08 Dec 2020 07:27 AM (IST)
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पंजाब कांग्रेस अध्‍यक्ष सुनील जाखड़, शिअद प्रधान सुखबीर सिंह बादल और पंजाब आप प्रधान भगवंत मान। (फाइल फोटो)
चंडीगढ़, जेएनएन। Bharat Bandh: पंजाब में किसान संगठनों के भारत बंद (Bharat Bandh) को भाजपा को छोड़कर सभी राजनीतिक दलों ने समर्थन दिया है। शिरोमणि अकाली दल और आम आदमी पार्टी के बाद कांग्रेस ने भी इसका समर्थन करने का ऐलान किया। इन दलों ने भारत बंद (Bharat Bandh) में सक्रयि रूप से भाग लेने की घोषणा की है।

पंजाब कांग्रेस के अध्‍यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि भारत बंद (Bharat Bandh) के दौरान कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता राज्‍य में जिला स्तर पर प्रदर्शन करेंगे। इसी तरह शिअद और आप ने भी भारत बंद के दौरान प्रदर्शन का ऐलान किया है। शिअद प्रधान सुखबीर सिंह बादल और पंजाब आप के प्रधान भगवंत मान ने कहा है कि बंद को पूरा समर्थन दिया जाएगा।

पंजाब कांग्रेस प्रधान सुनील जाखड़ ने कहा कि देश की सीमाओं की रक्षा और 135 करोड़ भारतीयों की खाद्य सुरक्षा का जिम्मा बड़ी कंपनियों (कारपोरेट घरानों) को नहीं दिया जा सकता है। जाखड़ ने कहा कि किसान देश की भोजन सुरक्षा को खतरे में डालने वाले काले कानूनों को रद करवाने के लिए दिल्ली के दरवाजे पर बैठे हैं। दूसरी ओर, किसानों के बेटे राष्ट्र की सीमाओं की रक्षा के लिए सीमाओं पर पहरा दे रहे हैं। यह त्रासदी है कि ऐसे हालात में देश की सरकार काले कानून वापस लेने को तैयार नहीं है।

जाखड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री को संसद भवन की इमारत का नींव पत्थर रखने की जल्दी है, लेकिन कानूनों को लेकर केंद्र सरकार संसद में कोई चर्चा करने को तैयार नहीं है। ऐसे में नया भवन बनाने का क्या महत्व रह जाता है। सरकार लोगों से जुड़े मुद्दों पर संसद में चर्चा करे, न कि अपने एजेंडे लोगों पर थोपे। प्रधानमंत्री को अपने मन की बात करने की बजाय लोगों के मन की बात सुननी चाहिए।

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उन्‍होंने कहा कि भले ही यह किसान आंदोलन है लेकिन केंद्र सरकार के काले कानून लागू हुए तो छोटे व्यापारी, दुकानदार, ट्रांसपोर्टर आढ़तियों पर इसका विपरीत असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा असल में देश की भोजन सुरक्षा के साथ जुड़ी हुई है, इसीलिए कांग्रेस ने भारत बंद के आह्वान की समर्थन करने का निर्णय किया।

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