गणतंत्र दिवस की परेड पर दिखाई जाने वाली तीनों झांकियां रद, सीएम मान नाराज, कहा पंजाब में ही दिखाएंगे
26 जनवरी को गणतंत्र दिवस की परेड पर पंजाब की प्रस्तावित तीनों झांकियों को रद कर दिया गया है । इस साल 20 राज्यों की झांकियां दिखाई जाएंगी लेकिन पंजाब की झांकी इसमें नहीं होगी। यह लगातार दूसरा साल है जब पंजाब की झांकी को स्थान नहीं दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इसकी तीखी आलोचना करते हुए केंद्र सरकार की निंदा की है।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस की परेड पर पंजाब की प्रस्तावित तीनों झांकियों को रद कर दिया गया है । इस साल 20 राज्यों की झांकियां दिखाई जाएंगी लेकिन पंजाब की झांकी इसमें नहीं होगी। यह लगातार दूसरा साल है जब पंजाब की झांकी को स्थान नहीं दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इसकी तीखी आलोचना करते हुए केंद्र सरकार की निंदा की है।
उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई में सबसे ज्यादा कुर्बानियां देने वाले राज्य की झांकी को नहीं दिखाया जा रहा है। यह पंजाब के साथ पक्षपाती रवैया है। दूसरी ओर भाजपा ने मुख्यमंत्री के इन आरोपों का खंडन किया है और कहा है कि यह किसी तकनीकी कारणों से रद हुई होगी , भगवंत मान सिर्फ राजनीति कर रहे हैं।
गणतंत्र दिवस पर नहीं दिखाई जाएगी पंजाब की झांकियां
आज अचानक बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि ये तीन दिन हमारे लिए छोटे साहिबजादों की लासानी शहादत को नमन करने वाले होते हैं लेकिन इसी कुर्बानियाें वाले दिन केंद्र सरकार ने पंजाब के साथ बड़ा धोखा किया है। आज ही हमें चिट्ठी मिली है कि इस बार गणतंत्र दिवस की परेड पर हमारी झांकी को नहीं दिखाया जाएगा।अगले तीन साल में ये झांकियां दिखाने वाले थे
उन्होंने बताया कि झांकी संबंधी हमने 4 अगस्त 2023 को ही इस बारे में केंद्र सरकार को लिख दिया था कि अगले तीन साल के लिए हम यह झांकी लगाना चाहते हैं। केंद्र सरकार ने हमसे तीन विकल्प पूछे गए, हमने तीन प्रस्ताव तैयार किए जिनमें पहला, पंजाब: कुर्बानियों व शहादतों का इतिहास, दूसरा माई भागो- नारी सशक्तिकरण और तीसरा पंजाब की अमीर विरासत और उसकी पेशकारी। सभी के दो-दो डिजाइन भेजे। पहली झांकी में भगत सिंह, साइमन कमीशन गो बैक, दूसरी में भी लगभग ऐसा ही था। दूसरा माई भागो - पहली महिला वारियर- नारी शक्ति के तौर पर पेश किया। तीसरी में पंजाब की संस्कृति को पेश किया गया ।
देश के लिए कुर्बानी देने वालों की झांकी को किया मना
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि देश की आजादी में जिस प्रदेश ने सबसे ज्यादा कुर्बानियां दीं, उसकी झांकी को गणतंत्र दिवस की परेड से बाहर कर दिया गया है। पंजाब के साथ पक्षपात का आरोप लगाते हुए मान ने कहा कि इनका बस चले तो ये जन गण मन से भी पंजाब को निकाल देंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा वाले पूरे देश में विकसित संकल्प यात्रा के नाम पर वैन में लेकर घूम रहे हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की झांकियां निकाल रहे हैं। पर इन्हें भगत सिंह , राजगुरु अच्छे नहीं लगते।क्या ये लोकतंत्र है? - सीएम मान
उन्होंने भाजपा के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़, कैप्टन अमरिंदर सिंह से इस पर जवाब देने को कहा। उन्होंने कहा कि यह पहला मौका नहीं है जब केंद्र इस रत का पंजाब के साथ पक्षपात कर रहा है बल्कि इससे पहले आरडीएफ का पैसा रोक लिया, नेशनल हेल्थ मिशन की राशि रोक ली है। तीर्थ यात्रा योजना के लिए ट्रेन रोक दीं। वाराणसी , पटना साहिब, अजमेर शरीफ वाली सारी ट्रेनें रोक दी। मान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने भाषणों में डबल इंजन सरकार की बात करते हैं और हमें तीर्थ यात्रा योजना के लिए इंजन नहीं दिए जा रहे। उन्होंने कहा कि जहां जहां भाजपा नहीं है उस स्टेट को चलने ही नहीं देते। हर राज्य को तंग किया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट में जाना पड़ रहा है हर बात के लिए। क्या ये लोकतंत्र है?
उन्होंने पूछा कि भाजपा के नेता किस मुंह से 2024 में वोट मांगने आएंगे। इन्हें तो लोग दिखाएंगे कि झांकियां क्या होती हैं। उन्होंने कहा कि बतौर मुख्यमंत्री मेरा फर्ज बनता है कि इसका विरोध करूं। हम पूरे पंजाब में 26 जनवरी को यही झांकियां दिखाएंगे। यह भी लिखेंगे कि रिजेक्टड बाय सेंटर।उधर, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान बिना वजह इस पर राजनीति कर रहे हैं। यह झांकियां किसी तकनीकी पहलू पर रद की गई होंगी। उन्होंने कहा कि भगवंत मान को आदत है कि वह हर बात पर राजनीति करें।
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