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Punjab Politics: भाजपा और शिअद का गठबंधन तय, पीएम मोदी से मिलेंगे सुखबीर बादल; 16 तक हो सकती है ये अहम घोषणा

SAD and BJP Alliance भाजपा और शिअद का गठबंधन लगभग तय ही हो गया है। शिअद अध्‍यक्ष सुखबीर बादल पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे। वहीं बैठक में लोकसभा में सीटों का फॉर्मूला भी तय हो सकता है। सुखबीर बादल 16 तक गठबंधन की घोषणा भी कर सकते हैं। शिअद ने सितंबर 2020 में भाजपा के साथ ढाई दशक पुराने गठबंधन तोड़ लिया था।

By Kailash Nath Edited By: Himani Sharma Updated: Fri, 09 Feb 2024 09:08 PM (IST)
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प्रधानमंत्री से मिलने से पहले अमित शाह से मिलेंगे शिअद प्रधान
कैलाश नाथ, चंडीगढ़। भारतीय जनता पार्टी और शिरोमणि अकाली दल का गठबंधन लगभग तय हो गया है। शिअद के प्रधान सुखबीर बादल 11 या 12 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करेंगे। प्रधानमंत्री से मुलाकात से पहले शिअद प्रधान की मुलाकात अमित शाह से होगी। इसमें ही लोक सभा में सीटों का फॉर्मूला तय हो जाएगा। वहीं, राज्य में पंजाब बचाओ यात्रा निकाल रहे सुखबीर बादल की यह यात्रा 11 और 12 को नहीं होगी।

भाजपा ने दिए संकेत

भाजपा ने भी इस बात के संकेत देने शुरू कर दिए है। भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष शुक्रवार को चंडीगढ़ पहुंचे। जानकारी के अनुसार उन्होंने भी गठबंधन को लेकर भाजपा नेताओं की नब्ज को टटोला। वहीं, सरकार ने हरियाणा में होने वाली हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी (एचएसजीपीसी) के चुनाव को भी टाल दिया।

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अहम बात यह है कि एचएसजीपीसी के चुनाव की घोषणा भी 7 फरवरी को की गई थी। इसके एक दिन बाद ही इसे टाल दिया गया। क्योंकि शिरोमणि अकाली दल इसका विरोध कर रहा था। वीरवार को एसजीपीसी के प्रधान हरजिंदर सिंह धामी ने विरोध दर्ज करवाया था। पार्टी सूत्र बताते हैं कि यह सारे कदम तब ही उठाए गए जब दोनों पार्टियों के बीच की दूरियां कम हो गई। बता दें कि तीन कृषि बिलों को लेकर शिअद ने सितंबर 2020 में भाजपा के साथ ढाई दशक पुराने गठबंधन तोड़ लिया था।

गठबंधन टूटने के बाद हुआ नुकसान

भाजपा के साथ गठबंधन तोड़ने के बाद शिअद को राजनीतिक रूप से नुकसान का सामना करना पड़ा। पार्टी 2022 के विधान सभा चुनाव में मात्र 3 सीटों पर सिमट गई। दो विधान सभा चुनाव हारने के बावजूद शिअद को राजनीतिक रूप से बढ़त मिलती नहीं दिख रही है। वहीं, विभिन्न सर्वे के रिपोर्ट भी शिअद और भाजपा के हक में अच्छे नहीं आ रहे है। जिसे देखते हुए अब एक बार फिर दोनों पार्टी ने एक ही मंच पर आने का मन बनाया है।

सीटों का फॉर्मूला भी तय

पार्टी के नेता बताते हैं कि सीटों का फॉर्मूला भी तय हो गया है। शिअद 7 और भाजपा 6 सीटों पर लोक सभा का चुनाव लड़ेगी। जबकि इससे पहले शिअद 9 और भाजपा 3 सीटों पर चुनाव लड़ती थी। सुखबीर बादल 11-12 फरवरी को अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात कर सकते है और 16 फरवरी को भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से पहले गठबंधन की घोषणा हो सकती है।

बता दें कि नई दिल्ली में भाजपा की 16 फरवरी को राष्ट्रीय कार्यकारिणी व 17-18 फरवरी को नेशनल काउंसिल की बैठक होनी है। इससे पहले ही भाजपा अन्य पार्टियों के अलावा शिअद के साथ गठबंधन करने की घोषणा कर सकती है।

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बता दें कि भले ही अकाली दल और भाजपा का गठबंधन टूट गया हो लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के निधन पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने सारे कार्यक्रम को छोड़ कर चंडीगढ़ पहुंचे थे। जबकि बादल के संस्कार पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा व भोग पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पहुंचे थे। तब से ही यह कयास लगाए जाते रहे हैं कि चुनाव के करीब दोनों पार्टियां एकसाथ आ सकती है।

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