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Amritpal 2nd Video: अमृतपाल ने एक और Video जारी कर कहा- मैं भगोड़ा नहीं, न मरने से डरता हूं, जल्द आऊंगा सामने

वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल का एक और विडियो सामने आया है। जिसमें उसने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार से कहा कि यह आपकी परीक्षा की घड़ी है। उसने कहा कि जत्थेदार के पद पर बैठे हुए आपकी परीक्षा है कि आप कौम के साथ कितना खड़े हो।

By Jagran NewsEdited By: Nidhi VinodiyaUpdated: Fri, 31 Mar 2023 01:24 AM (IST)
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अमृतपाल ने एक और Video जारी कर कहा- मैं भगोड़ा नहीं, न मरने से डरता हूं, जल्द आऊंगा सामने
चंडीगढ़, राज्य ब्यूरो : वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल का एक और विडियो सामने आया है। जिसमें उसने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह से कहा कि यह आपकी परीक्षा की घड़ी है। उसने कहा कि जत्थेदार के पद पर बैठे हुए आपकी परीक्षा है कि आप कौम के साथ कितना खड़े हो।

वीडियो के माध्यम से अमृतपाल ने जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को कहा कि आपने ही एक मीटिंग में कहा था कि छोटी वहीर (मार्च) निकालेंगे, अगर निकालनी है तो बड़ी वहीर निकाली जाए जो श्री अकाल तख्त साहिब से शुरू होकर श्री दमदमा साहिब तक पहुंचे, वहां पर सरबत खालसा बुलाया जाए।

जल्द ही सबके सामने आऊंगा - अमृतपाल

अमृतपाल ने कहा कि अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार को आगे आना चाहिए और कौम की अगुवाई करनी चाहिए। ऐसा करके वह अपने ऊपर लग रहे परिवारवाद को सपोर्ट करने के आरोपों से भी मुक्त हो सकते हैं। यह वीडियो अमृतपाल की पहली आई वीडियो और उसके बाद आई ऑडियो क्लिप से ज्यादा बड़ी है।

उसने कहा कि वह पुलिस की कस्टडी में नहीं है और हर चीज को साजिश न समझा जाए। अपने भाग जाने के आरोपों के बारे में अमृतपाल ने कहा कि सतगुरु ने उसे किसी मकसद के चलते ही बाहर निकाला है। वह अपने लोगों और कौम के लिए कुछ करना चाहता है। उसने कहा कि वह भगौड़ा नहीं है और न ही मरने से डरता है। जल्द ही सबके सामने आऊंगा।

"सेहत कुछ खराब है"

अमृतपाल ने कहा कि उसके बारे में कहा जा रहा है कि उसने केस कत्ल (बाल कटाना) करवा लिए हैं, लेकिन ऐसा नहीं हैं और न ही मैं इस बारे में सोच सकता हूं। उसने कहा कि मैं अपना सिर कटा लूंगा लेकिन केसों को कत्ल कराने के बारे में नहीं सोच सकता। अमृतपाल ने वीडियो में कहा कि बगावत के दिन संकटमय होते हैं। खाना पीना ठीक से नहीं होता इसलिए सेहत कुछ खराब है।

चढ़दी कला में हैं अमृतपाल

उसने कहा कि जब सतगुरु ने खुद श्री आनंदपुर साहिब का किला छोड़ा था तब भी लोगों ने उनके लिए अपने दरवाजे बंद कर लिए थे। यह मार्ग ही कांटों वाला होता है। अमृतपाल ने इस बात से भी इनकार किया कि उसने सरेंडर करने के लिए पुलिस के सामने तीन शर्तें रखी हैं । अमृतपाल ने कहा कि न तो मैं यातनाओं से डरता हूं और न ही मरने से। पुलिस चाहे जितनी भी यातनाएं दे ले।

लेकिन संगत इस गुमराह करने वाले बयानों की परवाह न करे। वह आज की तारीख में चढ़दी कला में हैं। उसने अपने परिवार से भी चढ़दी कला में रहने की अपील की। अमृतपाल ने कहा कि दुनियावी अदालत पर विश्वास नहीं है।

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