चंडीगढ़ में एनसीसी हेडक्वाटर में वार्षिक प्रशिक्षण शिविर शुरू, तृतीय वर्ष के 17 कैडेट्स ने लिया भाग
चंडीगढ़ में एनसीसी तृतीय वर्ष के 30 कैडेट्स के लिए मंगलवार को सेक्टर-31 स्थित एनसीसी हेडक्वाटर में वार्षिक प्रशिक्षण शिविर शुरू हुआ जिसमें 17 लड़कियां शामिल हुई। ब्रिगेडियर बीएस ढिल्लन ग्रुप कमांडर एनसीसी चंडीगढ़ ने कैडेटों को संबोधित किया।
चंडीगढ़, जेएनएन। विश्व में सबसे बड़ा वर्दीधारी युवा संगठन राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) का राष्ट्र निर्माण में बड़ा योगदान है। स्कूलों और कॉलेजों के कैडेट्स को एनसीसी प्रशिक्षण में जूनियर कैडेट के लिए दो साल का प्रशिक्षण समय है और वरिष्ठ कैडेट के लिए तीन साल का। दो साल के एनसीसी प्रशिक्षण के बाद स्कूलों में मौजूद कैडेट्स को ए प्रमाणपत्र और सीनियर डिवीजन या सीनियर विंग के कैडेट्स को तीन साल प्रशिक्षण पूरा करने के बाद सी प्रमाणपत्र दिया जाता है। एनसीसी प्रमाणपत्र कैडेट्स के लिए भविष्य में काफी सहायता करते है। जिनमें से प्रमुख सी सर्टिफिकेट धारकों के लिए सशस्त्र बलों में सीधा प्रवेश, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस संगठनों द्वारा बोनस अंक, बीएसएफ, सीआरपीएफ, उच्चतर शिक्षा के लिए भी उन्हें प्रवेश में वरीयता के साथ-साथ राज्य सरकार की नौकरियां में भी वरीयता मिलती है।
एनसीसी तृतीय वर्ष के 30 कैडेट्स के लिए मंगलवार को सेक्टर-31 स्थित एनसीसी हेडक्वाटर में वार्षिक प्रशिक्षण शिविर शुरू हुआ, जिसमें 17 लड़कियां शामिल हुई। ग्रुप कैप्टन एमआर पांडेय के नेतृत्व में विंग कमांडर बीएस श्रीनिवास, डॉ राकेश ठाकुर, डॉ शिल्पी आहूजा, एनसीसी अधिकारियों, स्थायी प्रशिक्षक और सिविल स्टाफ की सहायता से आयोजित किया गया।
कैंप की शुरुआत पीजीजीसी -11 और डीएवी कॉलेज सेक्टर -10 से कैडेट्स के आने से हुई और ब्रिगेडियर बीएस ढिल्लन, ग्रुप कमांडर एनसीसी चंडीगढ़ ने कैडेटों को संबोधित किया। कैंप में इनडोर और आउटडोर एनसीसी गतिविधियों में भाग लेना, विभिन्न जागरूकता व्याख्यान, जीवन रक्षक कौशल, सीपीआर और प्राथमिक चिकित्सा के क्षेत्र में विशेषज्ञों द्वारा संचालित प्रेक्टिकल, ड्रिल, आर्म्स ड्रिल, वेपन ट्रेनिंग, एयरोमॉडलिंग होने जा रहे हैं। शिविर के अंत में सभी कैडेटों को प्रतिष्ठित सी प्रमाण पत्र में पात्र बनाने के लिए शिविर प्रमाण पत्र दिया जाएगा।.
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