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चंडीगढ़ में खुलेगा सेंसर बोर्ड का क्षेत्रीय कार्यालय, अनुराग ठाकुर बोले- फिल्म जगत को पायरेसी मुक्त करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध

Chandigarh Censor Board अनुराग ठाकुर ने कहा कि अब फिल्मकारों को फिल्म सर्टिफिकेशन के लिए सेंसर बोर्ड कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं है। आनलाइन ही सर्टिफिकेट प्राप्त किया जा सकता है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार फिल्म जगत को पायरेसी मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है और इस दिशा में अनेक कड़े कदम लगातार उठाए जा रहे हैं।

By Jagran News Edited By: Mahen Khanna Updated: Mon, 26 Feb 2024 07:20 AM (IST)
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Chandigarh Censor Board चित्र भारती फिल्मोत्सव के समापन समारोह को संबोधित करते अनुराग ठाकुर। (फाइल फोटो)
जागरण संवाददाता, पंचकूला Chandigarh Censor Board केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सेंसर बोर्ड) का क्षेत्रीय सुविधा कार्यालय शीघ्र ही चंडीगढ़ में खोला जाएगा। इस केंद्र के खुलने से पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख तथा उत्तराखंड के फिल्मकारों को विशेष लाभ मिलेगा।

अनुराग ठाकुर रविवार को इंद्रधनुष आडिटोरियम में 5वें चित्र भारती फिल्मोत्सव के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने फिल्म फेस्टिवल में चयनित विभिन्न श्रेणी के विजेता फिल्मकारों को ट्राफी, नकद पुरस्कार के चेक एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।

सरकार फिल्म जगत को पायरेसी मुक्त करेगी

अनुराग ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार फिल्म जगत को पायरेसी मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है और इस दिशा में अनेक कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। हाल ही में संसद ने एक कानून भी पारित किया है, जिसके तहत पायरेसी करने वालों पर लाखों रुपये के जुर्माने के साथ जेल की सजा का भी प्रविधान किया गया है। पायरेसी की समस्या से निपटने के लिए 12 विशेष अधिकारियों की नियुक्ति की गई है।

अब सेंसर बोर्ड कार्यालय जाने की जरूरत नहीं

अनुराग ठाकुर ने कहा कि अब फिल्मकारों को फिल्म सर्टिफिकेशन के लिए सेंसर बोर्ड कार्यालय जाने की आवश्यकता नहीं है। आनलाइन ही सर्टिफिकेट प्राप्त किया जा सकता है। डीएवीपी के लिए भी पोर्टल लांच किया गया है। इस माध्यम से बुकिंग व पेमेंट आनलाइन की जा सकेंगी।

अनुराग ने फिल्मकारों से आह्वान किया कि वे भारत को कंटेंट कोंटिनेंट और कंटेंट हब बनाने की दिशा में कार्य करें। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने साइंस और सनातन के क्षेत्र में अभूतपूर्व तरक्की की है। आइआइएमसी को डिम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा दिया गया है।

भारतीय सिनेमा की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे सिनेमा ने विश्व में अपनी एक अलग छाप छोड़ी है। प्रतिवर्ष दुनिया में 2500 फिल्में बनती हैं, जिनमें से 50 प्रतिशत फिल्मों का निर्माण भारत करता है। कोविड के समय में जब मनोरंजन का कोई साधन नहीं था दूरदर्शन द्वारा रामायण के प्रसारण ने दर्शकों की रिकार्ड रेटिंग दर्ज की। इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डा. मनमोहन वैद्य, अभिनेत्री इशा गुप्ता, फिल्म निर्देशक विपुल शाह भी उपस्थित थे।

फिल्म फेस्टिवल के समापन पर 31 फिल्मों की स्क्रीनिंग

तीन दिवसीय चित्र भारती फील्मोत्सव का समापन मास्टर क्लास 133 फिल्मों की स्क्रीनिंग के साथ हुआ। तीसरे दिन 31 फिल्मों की स्क्रीनिंग हुई। इनमें आठ शार्ट फिल्में, आठ डाक्यूमेंट्री, 11 कैंपस एनएफ (डाक्यूमेंट्री) और चार कैंपस प्रोफेशनल फिल्में शामिल रहीं।

भारत की बात विषय पर सुप्रसिद्ध फिल्म लेखक अमिताभ वर्मा और विनोद अनुपम ने मास्टर क्लास में अनुभव सांझा किए। दूसरी मास्टर क्लास फिल्म डायरेक्शन पर थी, जो विपुल अमृत लाल शाह, अमित राय और आकाशादित्य लामा ने ली।

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