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Punjab Cabinet : भगवंत मान कैबिनेट में माझा क्षेत्र की चढ़त, पिछली बार आप ने यहीं से खाई थी मात

Punjab Cabinet Expansion पंजाब कैबिनेट में विस्‍तार के बाद भगवंत मान की सरकार में माझा क्षेत्र का प्रतिनिधित्‍व बढ़ा है। इस क्षेत्र में आम आदमी पार्टी के 16 विधायक हैं और इनमें से पांच मंत्री बनाए गए हैं।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Tue, 05 Jul 2022 09:27 AM (IST)
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पंजाब के मुख्‍यमंत्री भगवंत मान। (फाइल फोटो)
चंडीगढ़ , [ इन्द्रप्रीत सिंह]। Bhaqwant Mann Cabinet:   मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने मंत्रिमंडल का पहला विस्तार करते हुए पांच और विधायकों को मंत्री बनाया है। सबसे खास बात यह है कि बेशक नए बनाए गए पांच मंत्रियों में से मालवा से चार मंत्री लिए गए हैं लेकिन कैबिनेट में माझा का अनुपात सबसे ज्यादा है। मान मंत्रिमंडल में आप को 66 विधायक देने वाले मालवा से नौ (13.63 (प्रतिशत), 16 विधायक देने वाले माझा से पांच (31.5 प्रतिशत) और 10 विधायक देने वाले दोआबा से मात्र एक ( 10 प्रतिशत) मंत्री है।

आम आदमी पार्टी का माझा की तरफ ध्यान देने का एक कारण यह भी है कि जहां मालवा ने आप की झोली में पिछली बार की तरह इस बार भी अच्छी खासी सीटें दी हैं। वहीं माझा ने 2017 के चुनाव में पार्टी को निराश किया था जबकि आप को इस क्षेत्र से काफी उम्मीदें थीं।

पहले सुच्चा सिंह छोटेपुर और उसके बाद गुरप्रीत ¨सह घुग्गी को कमान देकर पार्टी ने इस क्षेत्र में अपनी पकड़ बनाने की भरपूर कोशिश की लेकिन पिछले चुनाव में सफलता नहीं मिली। यहां तक कि घुग्गी भी बटाला से चुनाव हार गए थे। 2022 के चुनावों में माझा ने आम आदमी पार्टी को निराश नहीं किया। इस कारण आप के संयोजक व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल इस क्षेत्र का खास ख्याल रख रहे हैं।

वरिष्ठता में कई विधायक होने के बावजूद जब प्रोटेम स्पीकर बनाने की बारी आई तो केजरीवाल ने डा. इंद्रबीर सिंह निज्जर को चुना और अब उन्हें मंत्रिमंडल में जगह दी। उनके अलावा लाल चंद कटारूचक, कुलदीप धालीवाल, लालजीत भुल्लर और हरभजन सिंह ईटीओ को मंत्री पद दिया हुआ है।

डा. निज्जर शिरोमणि गुरुद्व्रारा प्रबंधक कमेटी के बाद सिखों की दूसरी सबसे महत्वपूर्ण संस्थान चीफ खालसा दीवान के चुने हुए अध्यक्ष भी हैं। उन्हें मंत्री पद देकर पार्टी ने इस क्षेत्र को मजबूत करने की कोशिश की है। वहीं यह भी कहा जा रहा है कि सरकार ने मंत्रिमंडल विस्तार संगरूर में मिली हार कारण किया है।

कुंवर को दूसरी बार भी नहीं मिली मंत्रिमंडल में जगह

चुनाव के दौरान अर¨वद केजरीवाल ने पूर्व आइजी कुंवर विजय प्रताप सिंह के लिए लोगों से अपील की थी कि वह उन्हें जिताएं तो कुंवर को गृह मंत्री बनाएंगे। परंतु कुंवर को मंत्रिमंडल में नहीं लिया गया। इसी कारण वह शपथ ग्रहण समारोह में नजर नहीं आए।

यही नहीं, पिछले हफ्ते संपन्न हुए विधानसभा सत्र के दौरान भी कुंवर ने दो मौकों पर सरकार को परेशानी में डाल दिया था।खासतौर पर जब उन्होंने विधानसभा में गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और बरगाड़ी कांड पर दस मिनट के लिए बोलने के लिए समय मांगा। उन्होंने गैंगस्टर लारेंस बिश्नोई को पंजाब पुलिस द्वारा ग्लैमराइज करने का आरोप भी लगाया था।

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