बब्बर खालसा फैला रहा आतंकी नेटवर्क, एनआईए की चार्जशीट में इस खतरनाक षड्यंत्र का खुलासा
बब्बर खालसा विभिन्न देशों में आतंकी नेटवर्क फैला रहा है। पंजाब पुलिस ने सोमवार को पाकिस्तान की सीमा से लगे फिरोजपुर जिले में खालिस्तान समर्थक आतंकी लखबीर सिंह के सहयोगियों के 48 ठिकानों पर छापेमारी की। मक्खू मल्लांवाला जीरा तलवंडी भाई और मुदकी में छापे के दौरार 12 लोगों से पूछताछ की गई। गैंगस्टर खालिस्तान समर्थकों के लिए टारगेट किलिंग में शूटरों का काम कर रहे हैं।
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़ : खालिस्तान समर्थक प्रतिबंधित आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) दुनिया भर के देशों में अपना नेटवर्क फैला रहा है। पूर्व में एनआईए की ओर से दाखिल चार्जशीट से सामने आया कि यह संगठन विभिन्न देशों में बसे खालिस्तान समर्थकों की मदद से अपने महत्वपूर्ण सदस्यों और तड़ीपार आतंकियों को बसाने की कोशिश कर रहा है। उसने गैंगस्टरों और खालिस्तान समर्थकों को एक साथ लाते हुए आतंकी-गैंगस्टर नेटवर्क बनाया है।
गैंगस्टर खालिस्तान समर्थकों के लिए टारगेट किलिंग में शूटरों का काम कर रहे हैं। बदले में उन्हें सीमा पार से अत्याधुनिक हथियार मिलते हैं। एनआईए के मुताबिक, बीकेआई ने महत्वपूर्ण सुरक्षा प्रतिष्ठानों को निशाना बनाया और हमला किया। इनमें पंजाब के मोहाली स्थित इंटेलिजेंस मुख्यालय और तरनतारन में सरहाली पुलिस स्टेशन पर आरपीजी हमला शामिल है।
पाकिस्तान के आईएसआई का मिल रहा समर्थन
इन मामलों में आरोपित हरियाणा, दिल्ली व उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों से हैं, जो बीकेआई के निर्देशों पर काम कर रहे हैं। जांच एजेंसी के अनुसार, बीकेआई आतंकवादियों की उपस्थिति भारत के बाहर पाकिस्तान, उत्तरी अमेरिका, यूरोप और स्कैंडिनेविया में है। बीकेआई वर्तमान में अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन, बेल्जियम, फ्रांस, जर्मनी, नार्वे, स्विट्जरलैंड और पाकिस्तान में सक्रिय है। आतंकी समूहों को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का पूरा समर्थन मिल रहा है।
यह भारत, कनाडा, यूरोपीय संघ, जापान, मलेशिया, यूनाइटेड किंगडम और अमेरिका सहित कई देशों की ओर से आधिकारिक तौर पर प्रतिबंधित और अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन के रूप में नामित किया गया है। एनआईए के मुताबिक, बीकेआई का प्रमुख वाधवा सिंह बब्बर पाकिस्तान में छिपा हुआ है।
मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या में भी था शामिल
चार्जशीट में कहा गया है, मेहल सिंह बीकेआई का उप प्रमुख है। मेहल और वाधवा दोनों उन 20 आतंकियों में से हैं, जिन्हें भारत चाहता है कि पाकिस्तान प्रत्यर्पित करे। वाधवा सिंह बब्बर ने 31 अगस्त, 1995 को पंजाब के मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या की निगरानी की थी। वाधवा ने जनवरी, 2004 में हत्याकांड के आरोपित जगतार सिंह हवारा को बुड़ैल जेल से भागने की साजिश रची थी।
आतंकी लखबीर के साथियों के 48 ठिकानों पर छापेमारी
फिरोजपुर में पंजाब पुलिस ने सोमवार को पाकिस्तान की सीमा से लगे फिरोजपुर जिले में खालिस्तान समर्थक आतंकी लखबीर सिंह के सहयोगियों के 48 ठिकानों पर छापेमारी की। मक्खू, मल्लांवाला, जीरा, तलवंडी भाई और मुदकी में छापे के दौरार 12 लोगों से पूछताछ की गई। पुलिस के मुताबिक, कई दिनों से लखबीर के नाम से रंगदारी के लिए लोगों को फोन आ रहे थे। जीरा में शुक्रवार को 15 लाख की रंगदारी न देने पर लखबीर के गुर्गों ने दुकानदार पर गोलियां चलाई थीं।
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