शिरोमणि अकाली दल ने किया एसजीपीसी की पूर्व प्रधान बीबी जागीर कौर को पार्टी से सस्पेंड
शिरोमणि अकाली दल ने बीबी जागीर कौर को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण पार्टी से सस्पेंड कर दिया है। जागीर कौर एसजीपीसी की प्रधान रह चुकी हैं। इस बार वह पार्टी से अलग चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही थीं।
By Jagran NewsEdited By: Kamlesh BhattUpdated: Wed, 02 Nov 2022 04:23 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने पर अड़ीं शिरोमणि अकाली दल (शिअद) की वरिष्ठ नेता बीबी जगीर कौर को पार्टी से निलंबित कर दिया गया है। बीबी जगीर कौर शिअद की कोर कमेटी की सदस्य व स्त्री अकाली दल की अध्यक्ष भी हैं। उन पर यह कार्रवाई पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण की गई है।
उन्होंने कुछ दिन पहले ही एसजीपीसी के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने की घोषणा की थी, जबकि पार्टी एसजीपीसी के वर्तमान अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी को ही उम्मीदवार बनाना चाहती है। इसके लिए नौ नवंबर को चुनाव होना है। बीबी तीन बार एसजीपीसी अध्यक्ष रह चुकी हैं। पार्टी की अनुशासन कमेटी की बुधवार को चंडीगढ़ में हुई बैठक में बीबी के निलंबन का निर्णय लिया गया।
कमेटी के अध्यक्ष सिकंदर सिंह मलूका ने बताया कि बीबी जागीर कौर को नोटिस जारी कर कहा गया है कि वह 48 घंटे में पार्टी विरोधी गतिविधियां बंद करें और घोषणा करें कि वह एसजीपीसी चुनाव नहीं लड़ेंगी, अन्यथा उनके विरुद्ध और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि बीबी जगीर कौर पिछले कुछ महीनों से पार्टी विरोधी ताकतों के साथ मिलकर काम कर रही थीं। डा. दलजीत चीमा व सुरजीत रखड़ा ने सोमवार को बीबी से तीन घंटे बैठक कर चुनाव न लड़ने की सलाह दी थी, लेकिन उन्होंने निर्णय बदलने से इन्कार कर दिया। इसके बाद पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने भी बैठक की, लेकिन वह अड़ी रहीं।
एसजीपीसी सदस्यों पर बना रही थीं दबाव: मलूका
अनुशासन कमेटी के अध्यक्ष सिकंदर सिंह मलूका ने बताया कि पार्टी को एसजीपीसी सदस्यों से भी शिकायतें मिली थीं कि जागीर कौर उन पर समर्थन करने का दबाव बना रही थीं। अनुशासन कमेटी ने सारे तथ्यों की जांच के बाद जगीर कौर को पार्टी से निलंबित कर दिया है। कमेटी की बैठक में शरणजीत सिंह ढिल्लों, विरसा सिंह वल्टोहा, डा. सुखविंदर कुमार और मनतार बराड़ मौजूद थे। बराड़ के जवाब से कमेटी असंतुष्ट, एक और मौका कमेटी ने एक अन्य मामले में पार्टी विरोधी बयानबाजी कर रहे नेता जगमीत बराड़ के जवाब पर भी चर्चा की।हर हाल में लड़ूंगी चुनाव, अंजाम की परवाह नहींः जगीर कौर
शिअद से निलंबित किए जाने पर बीबी जगीर कौर ने दैनिक जागरण से कहा, ‘मैं पंथक मर्यादा की बहाली का एजेंडा लेकर चल रही हूं। हर हाल में चुनाव लड़ूंगी। कोई वोट पड़े या न पड़े। अंजाम कुछ भी हो, इसकी परवाह नहीं है, लेकिन सिख धर्म की मर्यादा से खिलवाड़ सहन नहीं होगा।’बीबी जगीर कौर ने आगे कहा, ‘न तो मैंने पार्टी के विरुद्ध कोई गतिविधि की है और न ही पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के खिलाफ कुछ कहा है। एसजीपीसी तो स्वतंत्र संस्था है। एसजीपीसी की कार्यप्रणाली को लेकर पंथक क्षेत्रों में उदासीनता है। मैं लोकतांत्रिक ढंग से चुनाव करवाने की बात कर रही हूं। ‘लिफाफा कल्चर’ बंद होना चाहिए।’
खुद तीन बार ‘लिफाफा कल्चर’ से चुने जाने पर कहा जरूरी नहीं कि गलती को दोहराया जाए खुद तीन बार लिफाफा कल्चर से प्रधान बनने के सवाल पर बीबी जगीर कौर ने कहा, ‘अगर पहले हम कोई गलती करते आ रहे हैं, तो उसका यह मतलब कतई नहीं कि हमें इसका अधिकार मिल गया है और हम उसे बार-बार दोहराएं। मैं पार्टी में रह कर ही अकाली दल की पंथ में साख बहाल करने में लगी हूं। पार्टी के नोटिस का इंतजार कर रही हूं। प्रेस कांफ्रेंस कर जवाब दूंगी।’
भाजपा में जाने के बारे में सोच भी नहीं सकतीं भाजपा से गठजोड़ की चर्चा पर बीबी कहा कि मुझे कुछ दिन पहले मनजिंदर सिंह सिरसा का फोन आया था, लेकिन मैं कभी भाजपा में जाने के बारे में सोच भी नहीं सकती। सुखदेव सिंह ढींडसा के दल से सहयोग मिलने के सवाल पर जगीर कौर ने कहा कि ढींडसा भी उनके कदम के साथ हैं। अन्य दलों को एकजुट कर सिख पंथ की मर्यादा को बहाल करने के लिए डटी रहूंगी। पार्टी का ढांचा तो भंग है, फिर मुझे पार्टी से कैसे निलंबित किया जा सकता है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।