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Sidhu Moosewala हत्याकांड में बड़ा खुलासा, पाकिस्तान से आए थे हथियार; नेता के फार्म हाउस में ली थी ट्रेनिंग

मूसेवाला पर कई फायर किए गए थे जिसके बाद उनकी मौत हो गई थी। इस हत्याकांड में अब तक 30 से ज्यादा आरोपित पकड़े जा चुके हैं। एनआइए जांच में यह बात पहले ही साफ हो चुकी है कि मूसेवाला की हत्या में जो हथियार आरोपितों ने इस्तेमाल किए थे वे सीमा पार पाकिस्तान से मंगवाए गए थे। पाकिस्तान से यह बाद हथियार को उत्तर प्रदेश पहुंचे थे।

By Jagran NewsEdited By: Mohammad SameerUpdated: Sat, 19 Aug 2023 06:55 AM (IST)
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सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में बड़ा खुलासा, पाकिस्तान से आए थे हथियार (file photo)
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़: पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड के आरोपित लारेंस बिश्नोई गैंग के शूटर अयोध्या में इकट्ठा हुए थे। वहां एक नेता के फार्म हाउस में हथियार चलाने का अभ्यास किया। हत्या की योजना अयोध्या में ही बनाई गई। हथियार पाकिस्तान से मंगाए गए थे।

पूछताछ में जानकारी सामने आई 

अजरबैजान से गिरफ्तार कर लाए गए लारेंस के भांजे सचिन थापन से राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआइए) की पूछताछ में यह जानकारी सामने आई है। सचिन अभी एनआइए की हिरासत में दिल्ली में है। पूछताछ में सामने आया कि कनाडा में बैठे गोल्डी बराड़ ने जैसे ही शूटरों को वारदात को अंजाम देने के आदेश दिए तो वह अयोध्या से निकल पडे़ थे।

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एजेंसियों के हाथ उस समय के कुछ फोटो व वीडियो भी लगे हैं, जिसमें आरोपित धार्मिक स्थलों पर घूमने के अलावा हथियारों के साथ दिख रहे हैं। वीडियो में दिख रहे कई आरोपित अब तक सुरक्षा एजेंसियों के हाथ लग चुके हैं। सचिन थापन और मूसेवाला हत्याकांड में शामिल शूटर्स की फोटो भी सामने आई हैं। बताया जा रहा है कि यह फोटो अयोध्या और लखनऊ की हैं।

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इन फोटो में खुद सचिन थापन भी है। साथ ही लारेंस के शूटर सचिन भिवानी और कपिल पंडित भी हथियार दिखाते नजर आ रहे हैं। इन फोटो में लारेंस गैंग के सदस्य ठंड से बचने के लिए जैकेट्स और टोपियां पहने हुए हैं, जबकि मूसेवाला की जब हत्या हुई थी तब गर्मी का मौसम था। इसका मतलब है कि हत्याकांड की साजिश काफी पहले से रची जा रही थी।

सूत्रों के मुताबिक जांच में पता चला है कि मूसेवाला की हत्या से पहले लारेंस गैंग के इन शूटर्स को उत्तर प्रदेश के एक बड़े नेता की हत्या की सुपारी दी गई थी, लेकिन किसी वजह से वो प्लान सिरे नहीं चढ़ पाया था। इसके बाद गैंग ने पंजाब का रुख किया और मूसेवाला की हत्या कर दी। 29 मई 2022 को सिद्धू मूसेवाला की उस समय हत्या की गई थी जब वह शाम को अपने दोस्तों के साथ थार गाड़ी में घर से निकले थे। इसके बाद आरोपितों ने उनको घेर लिया था।

मूसेवाला पर कई फायर किए गए थे, जिसके बाद उनकी मौत हो गई थी। इस हत्याकांड में अब तक 30 से ज्यादा आरोपित पकड़े जा चुके हैं। एनआइए जांच में यह बात पहले ही साफ हो चुकी है कि मूसेवाला की हत्या में जो हथियार आरोपितों ने इस्तेमाल किए थे वे सीमा पार पाकिस्तान से मंगवाए गए थे।

पाकिस्तान से यह बाद हथियार को उत्तर प्रदेश पहुंचे थे। वहां पर आरोपितों ने ट्रायल व अन्य औपचारिकताएं की थी। इसके बाद दुबई में बैठे गैंगस्टर बिक्रम बराड़ के माध्यम से उन्होंने गोल्डी बराड़ से संपर्क साधा था। साथ ही इस वारदात को अंजाम दिया था।

मूसेलवाला हत्याकांड में दो आरोपितों को पुलिस एनकाउंटर में मारा जा चुका है, जबकि मुख्य आरोपित गोल्डी बराड़ अभी भी कनाडा में है। गोल्डी के प्रत्यर्पण को लेकर एनआइए व अन्य जांच एजेंसियां कोशिश कर रही हैं।

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