Punjab Bypoll Result: दूसरी पार्टी के नेताओं को टिकट देना बीजेपी को पड़ा भारी, 3 सीटों पर जमानत जब्त
बीजेपी ने पंजाब उपचुनावों में दूसरी पार्टियों से दिग्गजों को शामिल करने का दांव उल्टा पड़ गया। चार में से तीन सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। लोकसभा चुनाव के मुकाबले इस बार भाजपा के उम्मीदवारों को कम वोट मिले। किसी भी सीट पर भाजपा ने अपने काडर पर भरोसा नहीं जताया सीधे दूसरी पार्टियों से आए उम्मीदवार ही उतारे गए थे।
इन्द्रप्रीत सिंह, चंडीगढ़। भारतीय जनता पार्टी ने दूसरी पार्टियों से बड़े-बड़े दिग्गजों को लाकर ग्रामीण हलकों में उतरने का जो दांव खेला, वह पूरी तरह विफल साबित हुआ है। चार में से तीन सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई है।
इनमें मनप्रीत बादल भी शामिल हैं। इस हार से पार्टी में एक बार फिर से यह बहस छिड़नी तय है कि क्या पार्टी को अपने काडर पर भरोसा करना चाहिए या दूसरी पार्टी की बैसाखियों पर चलना चाहिए।
लोकसभा में मिले थे 18 प्रतिशत वोट
लोकसभा में पार्टी को 18 प्रतिशत वोट मिले थे और इस बार अकाली दल के चुनाव न लड़ने से उम्मीद थी कि इस वोट बैंक के सहारे भाजपा को कुछ न कुछ सफलता जरूर मिलेगी। लोकसभा के मुकाबले इस बार भाजपा के उम्मीदवारों को चुनाव प्रचार करने में भी कोई दिक्कत नहीं आई जबकि लोकसभा चुनाव के दौरान उन्हें किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा था।हालांकि इस बार धान की खरीद न होने और डीएपी खाद न मिलने से किसानी वर्ग नाराज जरूर था। उन्होंने रस्मी विरोध जरूर किया लेकिन उन्होंने भाजपा उम्मीदवारों के प्रचार में कोई खलल नहीं डाला, इसके बावजूद भाजपा के उम्मीदवार पार्टी की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाए। उन्हें लोकसभा में मिले वोट से भी कम वोट मिले।
काडर पर विश्वास न करना पड़ा भारी
खास बात यह थी कि लोकसभा में पार्टी ने अपने काडर के नेताओं को उतारा था लेकिन इन चुनाव में तो सीधे दूसरी पार्टियों से आए उम्मीदवार ही उतारे गए। किसी एक भी सीट पर पार्टी ने अपने काडर पर विश्वास नहीं जताया।बरनाला और गिद्दड़बाहा सीट पर पार्टी को पूरी उम्मीद थी। यहां पर कांग्रेस से भाजपा में आए दो दिग्गज मनप्रीत बादल और केवल ढिल्लों चुनाव लड़ रहे थे। दोनों उम्मीदवारों ने इन सीटों को पहले से क्रमश: चार और दो बार जीत हासिल की है।
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