Farmers Protest: किसान आंदोलन के चलते भाकियू (चढूनी) ने बुलाई आपात बैठक, मौजूदा स्थिति पर किया जाएगा विचार-विमर्श
किसानों के दिल्ली कूच को लेकर भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya Kishan Union) (चढूनी) की कोर कमेटी ने 15 फरवरी को 11 बजे आपातकालीन बैठक को बुलाया है। इस बैठक में पदाधिकारियों के साथ मौजूदा स्थिति पर विचार विमर्श किया जाएगा। साथ ही उन्होंने सरकार द्वारा आंदोलन को कुचलने के लिए अपनाए जा रहे अमानवीय व असंवैधानिक तरीको की निंदा की।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। भारतीय किसान यूनियन(चढूनी) की कोर कमेटी की आपात मीटिंग कर्म सिंह मथाना(कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष, भाकियू (चढूनी) के निवास स्थान पर संपन्न हुई। इसमें किसानो द्वारा दिल्ली कूच को लेकर चल रहे आंदोलन की मौजूदा स्थिति पर विचार विमर्श किया गया। साथ ही 15 फरवरी को संगठन के पदाधिकारियों की
किसानों की मांग का समर्थन कर रही भाकियू
भाकियू(चढूनी) आंदोलनरत् किसानो की मांगों का समर्थन करती है और सरकार द्वारा आंदोलन को कुचलने के लिए अपनाए जा रहे अमानवीय व असंवैधानिक तरीको की निंदा करती है। आंदोलनरत् किसान अपने ही भारत देश के किसान है लेकिन सरकार दूसरे दुश्मन देश के सैनिकों की तरह किसानो से व्यवहार कर रही है और सड़कों पर कील, दीवार व बैरिकेड लगाकर राइट टू फ्री मूवमेंट का अधिकार किसानो से छीन रही है।
चढूनी ने बुलाई आपातकालीन बैठक
15 फरवरी को सुबह 11 बजे राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम चढूनी द्वारा भाकियू(चढूनी) के केंद्रीय कार्यालय (चढूनी गांव) में संगठन के पदाधिकारियो की आपातकालीन मीटिंग बुलाई गई है, जिसमें आंदोलन की मौजूदा स्थिति पर विचार चर्चा की जाएगी और आगामी रणनीति बनाई जाएगी।ये लोग रहे मौजूद
आज हुई कोर कमेटी की मीटिंग में राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरनाम चढूनी, कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष कर्म सिंह मथाना, मीडिया प्रभारी राकेश बैंस, प्रदेश प्रवक्ता प्रिंस वड़ैच, युवा प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट विक्रम कसाना, कृष्ण कलाल माजरा मौजूद रहे।
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