Punjab Congress Discord: कैप्टन की दो घंटे तक चली केंद्रीय कमेटी से बातचीत, अब आलाकमान करेगा फैसला
Punjab Congress Discord पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की कांग्रेस की तीन सदस्यीय कमेटी के साथ बातचीत समाप्त हो गई है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने करीब दो घंटे तक कमेटी के समक्ष अपनी बात रखी। कैप्टन ने बाद में मीडिया से कहा कि ये चुनाव के मद्देनजर चर्चा थी।
By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Fri, 04 Jun 2021 07:56 PM (IST)
चंडीगढ़/नई दिल्ली, जेएनएन/एएनआइ। Punjab Congress: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह कांग्रेस में घमासान को खत्म करने के लिए कांग्रेस हाईकमान की तरफ से बनाई गई तीन सदस्यीय कमेटी के समक्ष पेश हुए। कैप्टन अमरिंदर ने करीब दो घंटे तक कमेटी के समक्ष अपनी बातें रखी। बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कैप्टन ने कहा कि ये चर्चाएं राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर हो रही है।
कैप्टन ने कहा- विधानसभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर हुई चर्चाबता दें कि कमेटी में मल्लिकार्जुन खड़गे, जय प्रकाश अग्रवाल और हरीश रावत शामिल हैं। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह करीब दो घंटे तक अपनी बात रखी। मुख्यमंत्री करीब 11.10 बजे 15 रकाब गंज स्थित कांग्रेस के कार्यालय में पहुंच गए थे।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कमेटी के समक्ष अपना पक्ष रखने के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि ये चर्चाएं पंजाब में अगले साल हाेने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों के सिलसिले में हाे रही है। कैप्टन ने बैठक में हुई बातचीत के बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि यह पार्टी का आंतरिक मामला है और आंतरिक चर्चा का कोई जिक्र नहीं किया जा सकता है। कमेटी से जो विचार-विमर्श हुआ उसे सार्वजनिक नहीं किया जा सकता है। 6 माह के बाद पंजाब में इलेक्शन आ रही है। उस पर भी विचार हुआ। 2022 के चुनाव को लेकर भी चर्चा हुई।
वहीं, बैठक से पहले हरीश रावत ने कहा था कि मुख्यमंत्री को सुनने के बाद सुनवाई की कार्यवाही पूरी हो जाएगी। इसके बाद कमेटी अपनी रिपोर्ट बनाकर पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को दे देगी। चूंकि सोनिया गांधी अगले दो-तीन दिनों तक उपलब्ध नहीं है। अतः उसके बाद ही रिपोर्ट उन्हें सौंपी जाएगी। इससे स्पष्ट संकेत मिलने लगे है कि जून का दूसरा सप्ताह भी पंजाब कांग्रेस के लिए खासे गर्मागर्मी वाला रहने वाला है, क्योंकि जब तक कमेटी की रिपोर्ट और हाईकमान की तरफ से कोई स्पष्ट संकेत नहीं आ जाते है, तब तक पंजाब में कांग्रेस की गतिविधियों का मेन फोकस दिल्ली ही रहने वाला है।
अहम बात यह है कि मुख्यमंत्री के कमेटी के सामने पेश होने से पहले कांग्रेस के राज्य सभा सदस्य प्रताप सिंह बाजवा दोबारा कमेटी से मिले थे। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि वह कमेटी के पास पुनः क्यों गए थे, क्योंकि बाजवा बुधवार को ही कमेटी के समक्ष अपनी बात रख चुके थे।पंजाब के इतिहास में पहली बार बतौर कांग्रेसी मुख्यमंत्री पार्टी के किसी पैनल के समक्ष हुए पेश
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर ने 2022 का जिक्र करके इस बात के साफ संकेत दे दिए कि उनके लिए स्थिति आल इज वेल है। याद रहे कि पंजाब में अक्टूबर 2015 में हुए बेअदबी के मामले में इंसाफ न होने के कारण चुनाव के अंतिम वर्ष में कांग्रेस के मंत्री, राज्य सभा सदस्य, सांसद व विधायक सरकार को कटघरे में खड़ा कर रहे थे। कांग्रेस का एक बड़ा वर्ग आरोप लगा रहा था कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के साथ मिले हुए हैं। इसलिए बेअदबी और कोटकपूरा गोली कांड के केस में सही से पैरवी नहीं की गई।
केंद्रीय कमेटी ने सोमवार से पंजाब कांग्रेस के मंत्रियों, विधायकों, सांसदों, राज्य सभा सदस्यों, वर्तमान व पूर्व प्रदेश प्रधान की राय जान रही थी। शुक्रवार को इस कमेटी के समक्ष मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पेश हुए। पंजाब के राजनीतिक इतिहास में पहला एसा मौका था जब कांग्रेस के किसी मुख्यमंत्री को इस तरह के मामले में हाईकमान की कमेटी के समक्ष पेश होकर सफाई देनी पड़ी हो। मुख्यमंत्री कल से ही इस बैठक की तैयारी में जुटे हुए थे। मुख्यमंत्री जिस प्रकार से अपने साथ फाइलें ले गए थे। उससे साफ होता है कि उन्होंने अपनी सरकार के कामकाज का बचाव किया। क्योंकि कैप्टन के विरोधी न सिर्फ उन तक पहुंच को लेकर बल्कि अफसरशाही को लेकर भी खासे नाराज थे।
सुनवाई का काम पूरा, कमेटी देगी हाईकमान को रिपोर्टः रावतवहीं, कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी व कमेटी के सदस्य हरीश रावत का कहना है, मुख्यमंत्री के पक्ष के बाद सुनवाई का काम पूरा हो गया है। कमेटी अब अपनी रिपोर्ट पार्टी हाईकमान को दे देगी। वहीं, पार्टी के उच्चस्तरीय सूत्र बताते हैं कि राहुल गांधी पंजाब में चल रहे पूरे घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए है। बता दें कि कमेटी ने सोमवार 31 मई से सुनवाई शुरू की लेकिन राहुल गांधी ने 29 मई को पंजाब के एक दर्जन के करीब मंत्रियों व विधायकों से बातचीत की थी।
आना और जाना दोनों में संदेश मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह जब वीरवार को दिल्ली जा रहे थे तो उन्होंने में दिल्ली में एंट्री से पहले आप के तीन विधायकों का कांग्रेस में ज्वाइन कर यह संदेश दे दिया था कि वह पंजाब के कैप्टन है। वहीं, जब कमेटी रूम से बाहर आए तो उन्होंने आगामी विधानसभा का राग छेड़ यह संकेत दे दिया कि वह चुनाव की रणनीति भी तैयार करके आए है।
बता दें कि मुख्यमंत्री ने वीरवार को कांग्रेस के सांसद मनीष तिवारी, अमृतसर से सांसद गुरजीत सिंह औजला, कैबिनेट मंत्री विजय इंदर सिंगला, राणा गुरमीत सिंह आदि के साथ न सिर्फ बैठक की थी, बल्कि उनके साथ किसी फाइव स्टार होटल में डिनर भी किया था।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।