चंडीगढ़ः प्रापर्टी फ्री होल्ड करवाने के 72 गुना फीस वसूल रहा प्रशासन, फासवेक ने गृह मंत्री को पत्र लिखा
Chandigarh News फासवेक अध्यक्ष बलजिंदर सिंह बिट्टू का कहना है कि प्रापर्टी की वर्तमान वेल्यू के हिसाब से चार्ज वसूला जा रहा है जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए। फासवेक ने गृह मंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप करके यूटी प्रशासन से बात करने की मांग की है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। Chandigarh News: रेजिडेंश्यल लीज होल्ड प्रापर्टी को फ्री होल्ड करवाने का शुल्क प्रशासन की ओर से काफी ज्यादा चार्ज किया जा रहा है। इस संबंध में फासवेक ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखा है। फासवेक ने गृह मंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप करके यूटी प्रशासन से बात करने की मांग की है।
पत्र में फासवेक ने कहा है कि कंवसिस डीड करवाने के लिए भी जो चार्ज लिया जा रहा है वह काफी ज्यादा है इसे कम किया जाए। फासवेक अध्यक्ष बलजिंदर सिंह बिट्टू का कहना है कि प्रापर्टी की वर्तमान वेल्यू के हिसाब से चार्ज वसूला जा रहा है जबकि ऐसा नहीं होना चाहिए। बिट्टू का कहना है कि कई साल पहले जिस रेट पर प्रापर्टी खरीदी है उसी पर ही फ्री होल्ड शुल्क वसूल किया जाना चाहिए।
फासवेक के अनुसार साल 1996 की अधिसूचना के अनुसार उस समय 1710 रुपये प्रति स्केयर मीटर के हिसाब से चार्ज वसूला जा रहा था। यह रेट साल 2013 तक जारी रहा। साल 2013 में प्रापर्टी को लीज टू फ्री होल्ड करवाने के प्रावधान पर रोक लगा दी गई। साल 2017 में फिर से प्रापर्टी फ्री होल्ड करने की अधिसूचना नए रेट के आधार पर लागू कर दी गई। जो रेट तय किया गया वह साल 1996 के मुकाबले में 72 गुना ज्यादा थी।इस समय कलेक्टर रेट काफी ज्यादा है जबकि मार्केट में इतना प्रापर्टी की वेल्यू नहीं है।
साल 1996 में वन टाइम कन्वर्जन करवाने के लिए एक एलआइजी के फ्लैट का रेट जो 2950 रुपये चार्ज किया जाता था अब इसका रेट दो लाख 11 हजार 800 रुपये चार्ज किया जा रहा है जो कि 72 गुना बढ़ गया है।इसी तरह से 150 स्केयर मीटर का कनवर्जन चार्ज जो 12 हजार 825 रुपये था अब उसका चार्ज 6 लाख 66 हजार रुपये चार्ज किया जा रहा है। शहर में इस समय हजारों लोग ऐसे है जो कि बढ़े हुए रेट के कारण अपनी प्रापर्टी की न तो कंवसिस डीड करवा पा रहे हैं और न ही अपनी प्रापर्टी को फ्री होल्ड में कनवर्ट करवा पा रहे हैं।ऐसे में कनवर्जन रेट कम होना चाहिए।
पिता ने खरीदी प्रापर्टी तो वर्तमान वेल्यू पर क्यों चार्ज हो रहा है शुल्क
बिट्टू का कहना है कि 30 साल अगर किसी के पिता ने कोई प्रापर्टी एक लाख में खरीदी और आज वह प्रापर्टी एक करोड़ रुपये की होगी तो प्रशासन को ऐसा नहीं करना चाहिए कि अभी की वेल्यू के हिसाब से कनवर्जन चार्ज वसूल किया जाए। उनका कहना है कि यह तो लोगों को लूटने की नीति पर काम किया जा रहा है।जब व्यक्ति के पिता ने प्रापर्टी की सारी कीमत पहले ही दे दी तो फिर वर्तमान वेल्यू पर कलेक्टर रेट क्यों चार्ज किया जा रहा है।