Chandigarh Air Pollution: धूल भरी हवाओं से बढ़ा प्रदूषण, चंडीगढ़ की हवा जालंधर के मुकाबले ज्यादा खराब
चंडीगढ़ में वाहनों के टायरों तले कुचले जाने से भी सूखे पत्ते प्रदूषण का कारण बनते जा रहे हैं। धूल और प्रदूषण के यह कण दोपहिया वाहन चालकों को खासा परेशान कर रहे हैं। प्रदूषण के कण उड़कर आंख में गिरने से चालकों का असंतुलन बिगड़ रहा है।
By Ankesh ThakurEdited By: Updated: Fri, 15 Apr 2022 12:47 PM (IST)
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। Chandigarh Air Pollution: इन दिनों चंडीगढ़ समेत ट्राईसिटी में रोजाना धूल भरी हवाएं चल रही हैं। बादल छाने के साथ धूल भरी हवा तेज होने से खूब धूल उड़ रही है। पेड़ों से पत्ते झड़ रहे हैं। इससे शहर की आबोहवा में प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। हालात यह हो गए हैं कि चंडीगढ़ की हवा पंजाब के जालंधर के मुकाबले ज्यादा खराब हो चुकी है। क्योंकि चंडीगढ़ का एक्यूआइ 157 तो जालंधर का 112 दर्ज किया गया है।
चंडीगढ़ में वाहनों के टायरों तले कुचले जाने से भी सूखे पत्ते प्रदूषण का कारण बनते जा रहे हैं। धूल और प्रदूषण के यह कण दोपहिया वाहन चालकों को खासा परेशान कर रहे हैं। प्रदूषण के कण उड़कर आंख में गिरने से चालकों का असंतुलन बिगड़ रहा है। अगले कुछ दिनों तक यह सिलसिला जारी रहेगा। इस लिए वाहन चालकों को अगले कुछ दिन संभलकर चलने की जरूरत है। खासकर जब ट्रैफिक के बीच से गुजर रहे हों तो संभलकर चलने की जरूरत है। आंखों को चश्मा या कपड़े कवर कर रखना ज्यादा बेहतर रहेगा। ऐसा विशेषज्ञ मान रहे हैं।
बात प्रदूषण के स्तर की करें तो वीरवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़कर 157 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर तक पहुंच गया। वहीं साथ लगते शहर पंचकूला में तो इसका स्तर और भी ज्यादा रहा। पंचकूला का एक्यूआइ 174 दर्ज किया गया। यह अगले कुछ दिनों में बढ़कर 200 के पार पहुंच सकता है। बात पंजाब की करें तो यहां मंडी गोबिंदगढ़ का एक्यूआइ सबसे अधिक 217 दर्ज किया गया। वहीं लुधियाना का 124 और जालंधर का 112 दर्ज किया गया। अगर बात हरियाणा के शहरों की करें तो यहां अंबाला का एक्यूआई 167, कुरुक्षेत्र का 181 और करनाल का 115 दर्ज किया गया। बात अगर नई दिल्ली की करें तो नई दिल्ली का एक्यूआइ 202 दर्ज किया गया। वहीं एनसीआर में फरीदाबाद का एक्यूआइ 296, नोएडा का 240 और गुरुग्राम का एक्यूआइ 256 दर्ज किया गया।
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