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Chandigarh AQI: तापमान के साथ बढ़ने लगा प्रदूषण, चंडीगढ़ का एक्यूआइ 180 पहुंचा, जाने दूसरे शहरों का हाल

चंडीगढ़ में मंगलवार सुबह प्रदूषण का एयर क्वालिटी लेवल 165 दर्ज किया गया। इसके बाद दिन चढ़ने के साथ प्रदूषण का स्तर भी बढ़ता चला गया और एक्यूआइ 180 के दर्ज किया गया। जो यलो जोन में है। चंडीगढ़ के मुकाबले पास लगते शहरों में प्रदूषण अधिक है।

By Ankesh ThakurEdited By: Updated: Tue, 31 May 2022 05:06 PM (IST)
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मोहाली का एक्यूआइ भी 200 के आसपास रहा।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। Chandigarh Air Pollution: जून के आखिर तक मानसून के चंडीगढ़ में दस्तक देने की बात कही जा रही है। इसके बाद बारिश का दौर शुरू हो जाएगा। उससे पहले 10 से 15 दिन तक प्रदूषित हवा का प्रभाव बना रहेगा। बारिश के बाद ही हवा में व्याप्त प्रदूषण के कण खत्म होंगे। प्रदूषण के यह कण लगातार हवा में फैल रहे हैं। इसका मुख्य कारण धूल भरी तेज हवाएं और कंस्ट्रक्शन वर्क से उड़ने वाली डस्ट है। यही वजह है कि अब चंडीगढ़ में प्रदूषण का स्तर लगातार यलो जोन में बना हुआ है। कभी कभी तो यह यलो से आरेंज जोन में पहुंच रहा है। लेकिन अभी ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी यह पर्यावरण विशेषज्ञ मान रहे हैं।

चंडीगढ़ में मंगलवार सुबह प्रदूषण का एयर क्वालिटी लेवल 165 दर्ज किया गया। इसके बाद दिन चढ़ने के साथ प्रदूषण का स्तर भी बढ़ता चला गया और एक्यूआइ 180 के दर्ज किया गया। जो यलो जोन में है। हालांकि दो दिनों से चंडीगढ़ के मुकाबले पास लगते शहरों में प्रदूषण अधिक है। मंगलवार को पंचकूला का एक्यूआइ 188 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर दर्ज किया गया। वहीं मोहाली का एक्यूआइ भी 200 के आसपास रहा।

इसी तरह से पंजाब के शहरों में लुधियाना का एक्यूआइ 178, जालंधर का 166 और अमृतसर का ग्रीन जोन में केवल 72 दर्ज किया गया। वहीं हरियाणा के शहरों की बात करें तो हरियाणा में अंबाला का एक्यूआइ 159, करनाल का 132 दर्ज किया गया। वहीं देश की राजधानी दिल्ली और एनसीआर की करें तो नई दिल्ली का एक्यूआइ 182, गाजियाबाद का 180, फरीदाबाद का 186 और ग्रुरुग्राम का 175 दर्ज किया गया। यहां भी प्रदूषण यलो जोन में ही है। हालांकि इस एरिया में आंधी और बारिश के बाद प्रदूषण लेवल कम हुआ है।

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