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Chandigarh News: इंटरनेट मीडिया पर रील्स बनाकर हथियार बेचने के साथ दे रहे चलाने की भी ट्रेनिंग

इंटरनेट मीडिया पर रील्‍स बनाकर हथियार बेचने के साथ चलाने की भी ट्रेनिंग दी जा रही है। ये गैंगस्टर दिल्ली एनसीआर पंजाब हरियाणा व राजस्थान में सक्रिय हैं। इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर अवैध हथियारों को लोड करने से लेकर चलाने तक की ट्रेनिंग दी जा रही है।

By Jagran NewsEdited By: Himani SharmaUpdated: Sat, 25 Mar 2023 08:29 AM (IST)
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इंटरनेट मीडिया पर रील्स बनाकर हथियार बेचने के साथ दे रहे चलाने की भी ट्रेनिंग

कुलदीप शुक्ला, चंडीगढ़: गैंगस्टरों के नाम से इंटरनेट मीडिया पर अकाउंट्स बनाकर गुर्गे रील्स डालकर अवैध तरीके से हथियार बेचने के साथ ही उन्हें चलाने की भी खुलेआम ट्रेनिंग दे रहे हैं। ये गैंगस्टर दिल्ली एनसीआर, पंजाब, हरियाणा व राजस्थान में सक्रिय हैं। इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर अवैध हथियारों को लोड करने से लेकर चलाने तक की ट्रेनिंग दी जा रही है। रील में अवैध हथियार को खरीदने की कीमत से लेकर उसकी अलग-अलग किस्म भी बताई जा रही है।

इंटरनेट मीडिया अकाउंट्स को बंद करवाकर पहले भी लिया गया था एक्‍शन

इससे पहले भी इस तरह के चलने वाले इंटरनेट मीडिया अकाउंट्स को बंद करवाकर चंडीगढ़ पुलिस की साइबर, सीआइडी और आपरेशन सेल यूनिट ने एक्शन लिया था। ये गुर्गे हथियारों की रील बनाकर फेसबुक और अन्य प्लेटफार्म पर डाल रहे हैं। हथियार की सप्लाई के लिए अपना वाट्सएप नंबर और मोबाइल नंबर भी उपलब्ध करवा रहे हैं। इतना ही नहीं हथियार बेचने वाले गुर्गे आनलाइन भुगतान करने के बाद होम डिलीवरी का भी दावा कर रहे हैं।

हथियारों को चलाने के लिए पूछ जा रहे सवाल

इनके पोस्ट पर हजारों की संख्या में लोग हथियारों के दाम, चलाने के बारे में अलग-अलग सवाल भी पूछ रहे हैं। हालांकि ये कुछ चुनिंदा लोगों को ही जवाब दे रहे हैं। चंडीगढ़ की साइबर, आपरेशन सेल और सीआइडी की संयुक्त टीम ने जांच के बाद इस तरह के सभी इंटरनेट मीडिया अकाउंट्स को बंद करवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

कई अन्य के नाम से फेसबुक पर अकाउंट बने

इसमें दिल्ली एनसीआर, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ में सक्रिय रहे गैंगस्टर नीरज बवाना, लारेंस बिश्नोई, विक्की गौंडर, रूबी तलवण, दविंदर बंबीहा, जयपाल भुल्लर समेत कई अन्य के नाम से फेसबुक पर अकाउंट बने हुए हैं, जिनसे अवैध हथियारों की डील होती है। ज्यादातर गैंगस्टर तो एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं, लेकिन उनके गैंग के गुर्गे अवैध हथियारों के कारोबार को चला रहे हैं।

आपराधिक गिरोह के सरगना की ओर से इंटरनेट मीडिया पर दिखाई जा रही सक्रियता इन दिनों पुलिस के रडार पर है। इसके लिए चंडीगढ़ के साइबर और आपरेशन सेल के अलावा सीआइडी की संयुक्त टीम आतंकी गतिविधियों और गैंगस्टरों के नाम पर सक्रिय इंटरनेट मीडिया अकाउंट्स की पहचान कर इन्हें बंद करवाने में लगी है। दो साल में पुलिस ने इस तरह के 1080 एफबी अकाउंट बंद करवाए हैं। - केतन बंसल, एसपी साइबर सेल, चंडीगढ़