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Lakhimpur Kheri Incident: चंडीगढ़ कांग्रेस नेताओं का गवर्नर हाउस के बाहर मौन व्रत, पूर्व केंद्रीय मंत्री बंसल ने किया नेतृत्व

चंडीगढ़ में राज्यपाल भवन के बाहर धरने पर बैठे कांग्रेस नेताओं ने मांग की कि आर्थिक मुआवजा देने से लखीमपुर खीरी के पीड़ित परिवारों की भावनाओं को शांत करने में सक्षम नहीं होगा। दोषियों को दंडित करने से उन्हें कुछ राहत मिलेगी।

By Pankaj DwivediEdited By: Updated: Mon, 11 Oct 2021 01:57 PM (IST)
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चंडीगढ़ में राज्यपाल भवन के आगे धरना देते हुए कांग्रेस नेता। जागरण
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। सोमवार को चंडीगढ़ कांग्रेस के नेताओं ने गवर्नर हाउस के बाहर मौन व्रत रखा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कोषाध्यक्ष पवन बंसल, सुभाष चावला अध्यक्ष चंडीगढ़ कांग्रेस, देविंदर बबला नेता प्रतिपक्ष नगर निगम, एचएस लक्की महासचिव और मुख्य प्रवक्ता, राजीव मौदगिल जिला अध्यक्ष, मनोज लोबाना युवा कांग्रेस अध्यक्ष, हाफिज अनवारुलहक उपाध्यक्ष के नेतृत्व में चंडीगढ़ कांग्रेस ने सोमवार पंजाब राज भवन के बाहर धरना दिया और मौन व्रत रखा।

नेताओं ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के इस्तीफे और लखीमपुर खीरी के किसानों को न्याय दिलाने की मांग की। कांग्रेस नेताओं ने मांग की कि आर्थिक मुआवजा पीड़ित परिवारों की भावनाओं को शांत करने में सक्षम नहीं होगा। दोषियों को दंडित करने से उन्हें कुछ राहत मिलेगी। कांग्रेस नेताओं का मानना था कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अपने मंत्री को बचा रही है और किसानों के साथ नाइंसाफी कर रही है।

मौन व्रत 2 घंटे तक 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक रखा गया। अन्य लोगों में जसबीर बंटी, नसीब जाखड़, करणबीर सिंह कनु, नवदीप सिंह, कुलवंत सिंह, रवि ठाकुर, जीत सिंह, देविंदर गुप्ता, रामेश्वर गिरी, सचिन गालव, गुरमिंदर सिंह, प्रमोद शर्मा, देविंदर भोला, प्रेम नंदा आदि शामिल थे।

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