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Chandigarh: अगर ऐसा किया तो माना जाएगा राष्ट्रीय ध्वज का अपमान, तीन साल की होगी सजा

भारतीय राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करना कानून के नियमों के खिलाफ है। ऐसे में जुर्माना और जेल की सजा का भी प्रवाधान है। लेकिन अब गृह मंत्रालय ने इस संबंध में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नए एडवाइजरी जारी की है जिसके तहत नियम सख्त किए गए हैं।

By Ankesh KumarEdited By: Updated: Wed, 17 Feb 2021 01:55 PM (IST)
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भारत का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा का अपमान करने के खिलाफ नई एडवाइजरी जारी की गई है।

चंडीगढ़, जेएनएन। महत्वपूर्ण नेशनल कल्चरल और स्पोर्ट्स इवेंट में पब्लिक केवल पेपर के फ्लैग ही इस्तेमाल कर सकती है। यह पेपर फ्लैट कार्यक्रम के बाद जमीन पर नहीं फेंका जा सकता। नेशनल फ्लैग को सम्मान के साथ डिस्पोज्ड ऑफ करना जरूरी होगा।

कई जगह पेपर की जगह प्लास्टिक फ्लैग का इस्तेमाल हो रहा है। प्लास्टिक फ्लैग पेपर फ्लैग की तरह बायोडिग्रेडेबल नहीं हैं। लंबे समय तक यह डीकंपोस्ट नहीं होते। इस वजह से प्लास्टिक फ्लैग का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता। गृह मंत्रालय ने चंडीगढ़ सहित सभी यूटी और राज्यों को विशेष एडवाइजरी जारी की हैं।

यह होगा खतरनाक

किसी भी सार्वजनिक जगह या अन्य स्थान पर लोगों के सामने भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को जलाया, फाड़ा, लिखा जाता है तो यह सीधे तौर पर अवमानना होगी। फिर चाहे वह बोलकर, लिखकर या एक्ट के जरिये ही क्यों न किया गया हो। जिसमें जुर्माना या तीन साल तक की जेल और दोनों भी हो सकते हैं। इसके अलावा अगर कोई व्यक्ति जानबूझ कर राष्ट्रीय गान का अपमान करता है या डिस्ट्रबेंस करता है तो इस केस में भी जुर्माना और सजा दोनों का प्रावधान है।

गृह मंत्रालय ने जारी की एडवाइजरी

गृह मंत्रालय ने इस संबंध में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एडवाइजरी जारी की है। जिसमें फ्लैग कोड ऑफ इंडिया-2002, द प्रिवेंशन ऑफ इनसल्टस टू नेशनल ऑनर एक्ट-1971 को सख्ती से लागू करने के आदेश दिए हैं। इसमें केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय ध्वज के प्रति जिम्मेदारी को बताया है। स्पष्ट किया है कि कुछ लोग, संगठन या एजेंसी जानकारी के अभाव में कई बार गाइडलाइंस का उल्लंघन कर रही हैं। अगर अब ऐसा होता है तो उनके खिलाफ एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई की जाएगी।

आंदोलन से जोड़कर देखा जा रहा

26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर दिल्ली में लाल किले पर तिरंगे का अपमान हुआ। उसके अलावा भी कई जगह ऐसी घटनाएं सामने आई जहां तिरंगे का अपमान किया गया। इसके बाद केंद्र सरकार ने सभी राज्यों और यूटी को यह एडवाइजरी जारी की हैं। किसान आंदोलन की आड़ में शरारती तत्व राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने की साजिश रच रहे हैं। इन गाइडलाइंस को इससे जोड़कर देखा जा रहा है।

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