Chandigarh Lok Sabha Seat: केंद्रीय मंत्री बंसल के बीच रोड़ा बने ये नेता, क्या 9वीं बार हाथ से जाएगा टिकट?
Chandigarh Lok Sabha Seat चंडीगढ़ सीट पर सस्पेंस अभी भी जारी है। केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल के बीच अपने ही नेता रोड़ा बने हुए हैं। बसंल पहले आठ बार चुनाव लड़ चुके हैं। अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या उनको 9वीं बार भी टिकट मिल पाता है या नहीं। बंसल के अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं आनंदपुर साहिब के सांसद मनीष तिवारी टिकट के लिए प्रबल दावेदार है।
राजेश ढल्ल, चंडीगढ़। आठ बार चंडीगढ़ सीट से चुनाव लड़ने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन कुमार बंसल को इस बार कड़ी चुनौती मिल रही है। 9वीं बार टिकट के लिए उनके अपने रोड़े पैदा कर रहे हैं हालांकि बंसल इस बार भी आश्वासत है कि हाईकमान एक बार फिर से उन पर ही विश्वास जताएगा।
साल 1991 से अब तक लगातार कांग्रेस टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं। बंसल के अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं आनंदपुर साहिब के सांसद मनीष तिवारी टिकट के लिए प्रबल दावेदार है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने एचएस लक्की ने बंसल के खिलाफ खोला मोर्चा
टिकट के लिए कांग्रेस अध्यक्ष एचएस लक्की ने भी बंसल के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। लक्की लगातार हाईकमान के समक्ष लॉबिंग कर रहे हैं। जबकि इससे पहले बंसल को टिकट के लिए इतनी चुनौती नहीं मिलती रही है। बंसल पिछले दो माह से चुनाव प्रचार में जुटते हुए लगातार शहर के मुद्दें उठा रहे हैं। कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति में उम्मीदवार के नाम पर अंतिम मोहर नहीं लग पाई ऐसे में फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष पर छोड़ दिया गया है।बंसल को आठ बार मिली है टिकट
गुरुवार को कांग्रेस ने उम्मीदवारों की तीसरी सूची जारी की लेकिन चंडीगढ़ के उम्मीदवार की घोषणा नहीं हो पाई। लक्की गुट दो सप्ताह पहले टिकट के लिए हाईकमान के नेताओं को भी मिलकर आया है। बंसल को अब तक आठ बार टिकट मिली है, जिनमें से उन्होंने चार चुनाव जीते हैं और चार चुनाव हारे हैं।पिछले दो चुनाव वह भाजपा की सांसद किरण खेर से हारते रहे हैं। इससे पहले तक यह होता था कि टिकट के लिए बंसल को कांग्रेस अध्यक्ष का साथ मिलता रहा है लेकिन इस बार ऐसा नहीं है इस बार अध्यक्ष लक्की खुद मजबूती से अपने लिए टिकट मांग रहे हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल साल 1999 से 2014 तक लगातार शहर के सांसद रहे हैं।
2014 में लक्की ने भी किया था टिकट के लिए आवेदन
इस बार शहर से टिकट के लिए बंसल और लक्की के अलावा पूर्व मेयर रविंदर सिंह पाली, युवा कांग्रेस अध्यक्ष मनोज लुभाना, पूर्व युकां अध्यक्ष हरमेल केसरी और सतीश मंचाल ने भी आवेदन किया था। यह सभी नेता जिन्होंने आवेदन किया है वह कभी शहर में बंसल को ही मजबूत करने के लिए काम करते रहे हैं। लेकिन इस बार ऐसा नहीं है।यह भी पढ़ें: Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस के विधायक को तोड़ना बना AAP के गले की फांस, पार्टी में आते ही चब्बेवाल हुए दागी
इससे पहले टिकट के लिए कभी भी किसी स्थानीय नेता की हिम्मत नहीं होती थी कि वह बंसल के खिलाफ टिकट की मांग करे। साल 2014 में भी लक्की ने उस समय टिकट के लिए आवेदन किया था तो उस समय वह अकेले पड़ गए थे और बंसल गुट की नाराजगी का भी सामना करना पड़ा था। लेकिन इस समय लक्की कांग्रेस अध्यक्ष हैं और पार्टी के नेताओं का उन्हें साथ भी मिल रहा है।
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