Chandigarh Mayor Election 2024: हाई कोर्ट में 26 फरवरी को अगली सुनवाई, कांग्रेस ने राष्ट्रपति के अभिभाषण को चुनाव से जोड़ा
Chandigarh Mayor Election 2024 News चंडीगढ़ नगर निगम में मेयर सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के मंगलवार को हुए चुनावों को लेकर दायर की गई याचिका पर आज पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने चंडीगढ़ प्रशासन को नोटिस जारी कर तीन हफ्ते में इस पर जवाब मांगा है। मामले में अगली सुनवाई 26 फरवरी को होगी। अब इस मुद्दे पर राजनीति भी शुरू हो गई।
डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। Chandigarh Mayor Election 2024 चंडीगढ़ नगर निगम में मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के मंगलवार को हुए चुनावों को लेकर दायर की गई याचिका पर आज पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने चंडीगढ़ प्रशासन को नोटिस जारी कर तीन हफ्ते में इस पर जवाब मांगा है। बता दें मामले की अगली सुनवाई 26 फरवरी को होगी।
याचिकाकर्ता के वकील ने अदालत में बताया कि कैसे जो चुनाव की प्रक्रिया है उससे Presiding Officer ने छेड़छाड़ की है और इसकी वीडियो जिसमें वो वोट पर मार्क लगाते हुए नजर आ रहे हैं। इसकी एक कॉपी पेनड्राइव के रूप में अदालत में पेश की गई।
राष्ट्रपति के अभिभाषण को चंडीगढ़ मेयर चुनाव से जोड़ साधा निशाना
अब इस पर राजनीति भी शुरू हो गई। बुधवार को संसद में राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू के अभिभाषण और अंतरिम बजट पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने भाजपा पर निशाना साधते हुए गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार ने सच्चाई छिपाने की कोशिश की है। जिस तरह से चंडीगढ़ मेयर चुनाव में लोकतंत्र को कुचल दिया गया। ठीक उसी तरह आर्थिक और सामाजिक मुद्दे को राष्ट्रपति के भाषण में कुचला गया।
कांग्रेस नेता पवन बंसल ने भाजपा पर साधा निशाना
जबकि कांग्रेस नेता पवन बंसल ने भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे चतुर हैं। अगर कोई फैसला उनके खिलाफ जाता है तो वे उसे अपने पक्ष में करने के लिए हर संभव कोशिश करते हैं। बंसल ने कहा कि उनके(भाजपा) पीठासीन अधिकारी ने जो किया है वह एक अपराध है। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए। यह बेहद गंभीर मामला है।
कांग्रेस-आप गठबंधन के 20 तो भाजपा के 15 फिर भी BJP की जीत
पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट के आदेश पर मंगलवार को कड़ी सुरक्षा में मेयर सीनियर डिप्टी मेयर और डिप्टी मेयर के पद पर चुनाव हुआ था। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन थी। गठबंधन का मुकाबला सीधे तौर पर भाजपा से था। कांग्रेस-आप गठबंधन के 20 तो भाजपा के पास 15 वोट थे। बहुमत होने के बावजूद गठबंधन की करारी हार हुई।