मानसून में अलर्ट मोड पर चंडीगढ़ नगर निगम, हर मुश्किल से निपटने के लिए गठित की 18 टीमें; कर्मचारियों की छुट्टियां रद
मानसून का आगमन हो चुका है। ऐसे में चंडीगढ़ नगर निमग ने जलभराव जमीन धंसने व हर आपदा से निपटने के लिए कमर कस ली है। नगर निगम प्रशासन ने इन्हीं समस्याओं से निपटने के लिए 18 टीमों का गठन किया है। इसके साथ ही सात कंट्रोल रूप भी स्थापित किए गए हैं। वहीं कर्मचारियों की सभी तरह की छुट्टियां भी रद कर दी गई हैं।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। मानसून सीजन में जलभराव, पेड़ गिरने, रोड, बिल्डिंग धंसने या गिरने, पेयजल, बिजली आपूर्ति प्रभावित होने जैसी स्थिति से निपटने के लिए नगर निगम ने 18 टीमों का गठन कर सात कंट्रोल रूम स्थापित किए हैं।
स्टाफ की केजुअल लीव और अर्नंड लीव को रद कर दिया गया है। किसी को भी मानसून सीजन के दौरान छुट्टी नहीं मिलेगी। 15 सितंबर तक यह आदेश जारी रहेंगे।
नगर निगम कमिश्नर आनिंदिता मित्रा ने यह आदेश जारी किए हैं। सात फ्लड/वाटर लॉगिंग कंट्रोल सेंटर सातों दिन तीन शिफ्ट में काम करेंगे। टेलीफोन अटेंडेंट्स शहरवासियों की शिकायत दर्ज करेंगे। सभी टीम मेंबर तुरंत जवाब देंगे।
यह टीम ऐसे करेंगी काम
18 टीमों में पब्लिक हेल्थ आफिसर कंट्रोल रूम के लिए एसपीओसी होगा और वह टीम में शामिल बीएंडआर, एचएंडई, फायर एंड एमओएच के अधिकारियों से समन्वय बनाएगा। सभी टीम मेंबर तुरंत प्रतिक्रिया देंगे।
बीएंडआर विंग प्रभावित रोड या कोलेप्स साइट पर तुरंत पहुंचकर अपने स्तर पर ही बैरिकेडिंग करेगी। एमसी पब्लिक हेल्थ डिविजन नंबर-3 के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर पांच वाटर टैंकर ड्राइवरों के साथ 24 घंटे उपलब्ध रखेंगे।
सभी डिपार्टमेंट के हेड बरसात के समय अलग-अलग एरिया के लिए मल्टीटास्क वर्कर को मौजूदा स्टाफ में से ही व्यवस्थित करेंगे। एसडब्ल्यूडी और सीवरेज सिस्टम से जुड़ा स्टाफ अपने निर्धारित एरिया में ड्यूटी करेगा।
पब्लिक हेल्थ डिविजन नंबर-1, 2 के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अपने निर्धारित एरिया में कर्तव्य का निर्वहन करेंगे। सभी विंग काम को आपात समझते हुए तुरंत करना सुनिश्चित करेंगे।
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