चंडीगढ़ ने रोकी पंजाब की बसें तो मोहाली फेज-छह बस स्टैंड पर ही उतर रहे यात्री, बिना राेकटाेक पहुंच रहे ट्राईसिटी
चंडीगढ़ ने पंजाब की बसों की एंट्री में पूर्ण तौर पर पाबंदी लगा दी तो पंजाब सरकार ने फेज-छह बस स्टैंड से ही बसों को चलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
मोहाली, [रोहित कुमार]। चंडीगढ़ ने पंजाब की बसों की एंट्री में पूर्ण तौर पर पाबंदी लगा दी तो पंजाब सरकार ने फेज-छह बस स्टैंड से ही बसों को चलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। लेकिन इसका नुकसान अब ट्राईसिटी के लोगों को हो रहा है। क्योंकि मोहाली बस स्टैंड पर सभी जिलों की बसें पहुंच रही हैं। जिनमें आने वाले यात्रियों की सिर्फ खानापूर्ति के लिए स्क्रीनिंग की जा रही है। बिना जांच के लोग ऑटो में बैठकर ट्राईसिटी के अलग-अलग हिस्सों में पहुंच रहे हैं। जिससे कोरोना फैलने का खतरा और बढ़ रहा है।
ध्यान रहे कि बीते सोमवार से राज्य के विभिन्न जिलों के लिए बसों की आवाजाही शुरू हो गई थी। बस स्टैंड से लुधियाना, जालंधर, अमृतसर, मोगा व पठानकोट जाने के लिए बसें आती-जाती हैं। निगम बस स्टैंड को अटैच करने की तैयारी में उधर मोहाली बस स्टैंड बनाने वाली कंपनी करीब चार सालों का प्रॉपर्टी टैक्स नहीं भर पाई हैं। करीब 15 लाख रुपये टैक्स बनता है।
नगर निगम इस संबंध में कई बार कंपनी को नोटिस भी भेज चुका है। निगम इसे अटैच करने की तैयारी में था। दूसरी तरफ कंपनी के प्रबंधकों पर केस भी दर्ज हो चुके हैं। क्योंकि उन्होंने जिन लोगों से शोरूम आदि के लिए पैसे लिए थे। उनको संपत्ति का कब्जा नहीं दिया था।
बिजली का भी नहीं है प्रबंध, शीशे टूटे
मोहाली बस स्टैंड पर बिजली का प्रबंध भी नहीं है। क्योंकि बिजली का बिल जमा न करवाने के कारण करीब छह माह पहले बिजली का मीटर काट दिया गया था। इसके अलावा बस स्टैंड के शीशे टूटे हुए हैं। पीने के पानी का उचित प्रबंध नहीं है। बस स्टैंड पर आने वाले यात्रियों को ऑटो चालक इधर-उधर छोड़ रहे है। जिनका कोई रिकॉर्ड मेनटेन नहीं किया जा रहा।
एक बस में केवल 25 सवारी अधिकारी
अड्डा इंचार्ज गुरिंदर सिंह ने बताया कि पंजाब में चलने वाली पंजाब रोडवेज की सारी बसों को मोहाली बस स्टैंड से चलाया गया है। अब बसें चंडीगढ़ बस स्टैंड की जगह मोहाली से चल रही है। एक बस में 25 से ज्यादा लोगों को चढ़ने नहीं दिया गया।