Move to Jagran APP

Chandigarh: फर्जी कंपनी बनाकर पांच करोड़ की जीएसटी धोखाधड़ी मामले में तीन आरोपित गिरफ्तार

चंडीगढ़ पुलिस के आर्थिक अपराध शाखा ने जीएसटी स्कैम में तीन लोगों को दबोचा है। पकड़े गए आरोपितों की पहचान पंजाब के फतेहगढ़ साहिब के जितेंद्र सिंह भल्ला उर्फ विक्की मोहाली के राजीव पोंगा और चंडीगढ़ पुष्प बहल के रूप में हुई है।

By Jagran NewsEdited By: Nidhi VinodiyaUpdated: Sat, 24 Dec 2022 03:00 PM (IST)
Hero Image
फर्जी कंपनी बनाकर पांच करोड़ की जीएसटी धोखाधड़ी मामले में तीन आरोपित गिरफ्तार

चंडीगढ़, जागरण संवाददाता : चंडीगढ़ पुलिस के आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने जीएसटी स्कैम में तीन लोगों को दबोचा है। पकड़े गए आरोपितों की पहचान पंजाब के फतेहगढ़ साहिब के हमायुपुर के बाबा पीर कालोनी के रहने वाले 39 साल के जितेंद्र सिंह भल्ला उर्फ विक्की, मोहाली के खरड़ के सन्नी एनक्लेव के रहने वाले 55 साल के राजीव पोंगा और चंडीगढ़ के सेक्टर-49 के पीजीआइ सोसायटी के पुष्प बहल के रूप में हुई है। इन लोगों ने स्क्रैप डीलर के तौर पर धनास की एक दुकान के फर्जी दस्तावेजों पर फर्जी कंपनी मैसर्स विनिता एंटरप्राइजेज के नाम से कारोबार शुरू किया। फर्जी कंपनी बना इन्होंने पांच करोड़ की जीएसटी का इनपुट क्रेडिट के नाम पर घोटाला किया है।

2019 को इस मामले में केस दर्ज किया था

पूर्व ईटीओ दीपा चौधरी ने पुलिस को दी थी शिकायत यूटी एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग में तैनात तत्कालीन ईटीओ दीपा चौधरी ने जीएसटी घोटाला में सेक्टर-17 थाना पुलिस को शिकायत दी थी। पुलिस ने 13 दिसंबर 2019 को इस मामले में केस दर्ज किया था। शुरुआती जांच में पुलिस ने इस मामले में मैसर्स विनिता एंटरप्राइजेज के प्रोपराइटर राजीव कुमार पोंगा के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी।

जुलाई 2018 से फर्जी बिल बनाकर पांच करोड़ का घोटाला किया 

मैसर्स विनिता एंटरप्राइजेज के नाम पर एक जुलाई 2018 से फर्जी सेल व परचेज के बिल बनाकर 25 करोड़ रुपये की ट्रांजेक्शन दिखाकर उस पर बनते टैक्स पांच करोड़ 10 लाख 94 हजार 466 रुपये का फर्जी इनपुट क्रेडिट टैक्स हासिल किया। जब इस फर्जीवाड़े का विभाग को पता लगा तो उन्होंने 11 फरवरी 2019 को जीएसटी रजिस्ट्रेशन नंबर रद कर दिया।

स्क्रैप की दुकान की जगह मिला था डेंटल क्लीनिक तत्कालीन ईटीओ दीपा चौधरी को जब इस जीएसटी घोटाले का पता लगा था, तब उन्होंने धनास की संधू मार्केट की शाप नंबर छह पर जाकर चेकिंग की तो पाया कि वहां मैसर्स विनिता एंटरप्राइजेज स्क्रैप डीलिंग फर्म की जगह एक डेंटल क्लीनिक खोला हुआ था, इस क्लीनिक को उस समय डा. उर्मिला अरोड़ा और राजीव कुमार नंदिनी चला रहे थे।

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें