SYL नहर को लेकर होने वाली बहस के लिए सीएम मान ने प्रो. निर्मल का नाम किया प्रस्तावित, BJP के प्रदेश प्रधान ने खड़े किए सवाल
भाजपा के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ ने मुख्यमंत्री भगवंत मान पर आरोप लगाते हुए कहा कि पहली नवंबर को पीएयू में एसवाईएल नहर पर होने वाली बहस के संचालन के लिए प्रो. निर्मल जौड़ा का नाम प्रस्तावित किया गया है। प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए भाजपा प्रदेश प्रधान ने कहा कि प्रोफेसर जौड़ा मुख्यमंत्री के बचपन के दोस्त हैं।
By Kailash Nath Edited By: Shoyeb AhmedUpdated: Thu, 26 Oct 2023 10:57 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। भाजपा के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ (Punjab BJP President Sunil Jakhar) पहली नवंबर को मुख्यमंत्री भगवंत मान (CM Bhagwant Maan) द्वारा पीएयू में एसवाईएल नहर (SYL Canal) पर होने वाली बहस के संचालन के लिए प्रो. निर्मल जौड़ा का नाम प्रस्तावित करने पर भी सवाल खड़े किए।
प्रदेश कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए भाजपा प्रदेश प्रधान ने कहा कि प्रोफेसर जौड़ा मुख्यमंत्री के बचपन के दोस्त हैं। मुख्यमंत्री की मेहरबानी से पहली बार यूनिवर्सिटी में डीन स्टूडेंट वेलफेयर (डीएसडब्ल्यू) की पोस्ट बनाकर जौड़ा को लगाया गया।
भाजपा प्रधान सरकार से मांगेंगे जवाब
ऐसे में सरकारी नौकर से यह उम्मीद कैसे की जा सकती है कि वह निष्पक्ष बहस का संचालन कर लेगा। मान और प्रो. जौड़ा की पुरानी तस्वीरो को सांझा करते हुए जाखड़ ने सवाल किया कि मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि वह विपक्ष से जवाब मांगेंगे। हकीकत यह है कि जवाब तो मुख्यमंत्री को देना है। विपक्ष सरकार से जवाब मांगता है।ये भी पढ़ें- करोड़ों का टर्नओवर पर टैक्स आ रहा था जीरो, इंटेलिजेंस यूनिट स्थापित करने के बाद कई ऐसे सेक्टर आए सामने
जाखड़ ने कहा कि बतौर भाजपा प्रधान वह इस बहस में हिस्सा लेंगे और सरकार से जवानी, किसानी, ड्रग्स, पानी, कानून व्यवस्था आदि पर जवाब मांगेंगे। भाजपा प्रदेश प्रधान ने कहा कि मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि उन्होंने जो तीन नाम सुझाए थे उससे उन्हें क्या आपत्ति थी। मुख्यमंत्री को क्या डा. धरमवीर गांधी, कंवर संधू या एचएस फूलका की निष्पक्षता पर शक है।
वड़िंग को डर बलविंदर इंसाफ दिलाने गए तो उनकी फाइल न खुल जाए
जाखड़सहायक प्रोफेसर बलविंदर कौर द्वारा आत्महत्या करने के मामले में कांग्रेस की चुप्पी को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि कांग्रेस के प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग इस मामले पर चुप है। क्योंकि उन्हें डर है कि कहीं मुख्यमंत्री भगवंत मान उनकी फाइल खोल कर न बैठ जाएं। क्योंकि बलविंदर कौर ने अपने सोसाइड नोट में शिक्षा मंत्री हरजोत बैंस का नाम लिखा था। अगर राजा वड़िंग इस मुद्दे को उठाते हैं तो इसका आंच सीधा उन पर ही पड़ेगी।
उन्होंने कहा कि फरवरी 2021 में ठेकेदार करण कटारिया उर्फ आशु ने राजा वड़िंग और उनके साले डंपी विनायक से तंग आकर अपनी पत्नी शीनम और दो छोटे बच्चों को गोली मारकर खुद को भी गोली मार ली थी। इसका वीडियो भी वायरल हुआ था। इस मामले में वड़िंग का नाम आया था। वड़िंग के ट्रांसपोर्ट मंत्री बनने के बाद ही यह मामला खत्म हो गया था। वड़िंग को पता है कि अगर वह बलविंदर कौर को इंसाफ दिलाने की बात करेंगे तो मुख्यमंत्री भगवंत मान उनकी फाइल खोल कर बैठ जाएंगे।
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