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Delhi-Katra Expressway परियोजना भी लटक सकती है अधर में, जमीन अधिग्रहण में देरी के कारण NHAI ने बंद किए 3 प्रोजेक्ट

दिल्ली से कटरा तक के लिए एक एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य जारी है। इस हाइवे के बनने के बाद लोगों की राह काफी आसान हो जाएगी। लेकिन मौजूदा समय में अधिकारियों की उदासीनता के कारण यह प्रोजेक्ट अधर में अटक सकता है। वर्तमान ने एनएचआईए ने तीन प्रोजेक्ट बंद भी कर दिए हैं। 3303 करोड़ रुपए की लागत से इनका निर्माण होना था।

By Kailash Nath Edited By: Prince Sharma Updated: Thu, 18 Jul 2024 05:42 PM (IST)
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दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस का निर्माण रुक सकता है (जागरण फाइल फोटो)
कैलाश नाथ, चंडीगढ़। अधिकारियों की उदासीनता और ढीले रवैये के कारण नेशनल हाईवे अथॉर्टी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) पंजाब के चार प्रोजेक्ट जिसमें लुधियाना-रोपड़-खरड़, दक्षिण लुधियाना बाईपास और अमृतसर से टांडा प्रोजेक्ट को बंद कर दिया है। जबकि लुधियाना-बठिंडा हाईवे प्रोजेक्ट को बंद करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

ये चारों ही प्रोजेक्ट के तहत 148.67 किलोमीटर हाईवे बनना था। यही नहीं ढीले रवैये के कारण दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस-वे का काम भी अधर में लटका हुआ है।

तरनतारन और अमृतसर में जमीन अधीग्रहण व अवॉर्ड का काम पूरा नहीं हो पाया है। बंद हुए प्रोजेक्टों की कीमत 3,303 करोड़ के करीब है।

अधिकारियों की उदासीनता को लेकर एनएचएआई के चेयरमैन संतोष कुमार यादव ने पंजाब के मुख्य सचिव अनुराग वर्मा को पत्र लिख कर अपनी नाराजगी भी जताई है।

चेयरमैन के अनुसार पंजाब में 1500 किलोमीटर नेशनल हाईवे का काम चल रहा है। जिसकी कीमत 52,000 करोड़ रुपये के करीब है। जिसमें ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट और ब्राउन फील्ड प्रोजेक्ट भी शामिल है।

तीन प्रोजेक्ट को बंद करने का लिया गया फैसला

अधिकारियों के रवैये से एनएचएआई काफी नाराज हो गया है। जिसके चलते एनएचएआई ने पंजाब में 3303 करोड़ रुपये के तीन प्रोजेक्ट बंद करने का फैसला लिया है, अगर अधिकारियों की इस ढीली कार्रवाई को जल्द ही ठीक नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में 4942 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट बंद होने की कगार पर पहुंच जाएंगे।

पंजाब सरकार के अधिकारियों की ढिलाई के कारण न सिर्फ 8245 करोड़ का यह प्रोजेक्ट खतरे में है, बल्कि 42 हजार 175 करोड़ रुपये का दूसरा प्रोजेक्ट भी सवालों के घेरे में है।

42 हजार 175 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट में भी पंजाब सरकार के अधिकारियों ने 100 फीसदी जमीन एनएचएआई को नहीं सौंपी है। जिसके चलते ये प्रोजेक्ट भी बीच में लटके हुए हैं। एनएचएआई ने पंजाब के मुख्य सचिव को लिखे पत्र में यह भी कहा हैं कि क्या पंजाब में प्रोजेक्ट बंद कर देने चाहिए?

पंजाब में 52 हजार करोड़ रुपए की लागत से बन रहे प्रोजेक्ट

एनएचएआई के चेयरमैन संतोष कुमार यादव के पत्र के अनुसार पंजाब में 52 हजार करोड़ रुपये की लागत से 1500 किलोमीटर सड़कों का निर्माण करने के प्रोजेक्ट चल रहे है।

जिसमें पंजाब सरकार के अधिकारियों को अपनी देखरेख में जमीन का अधिग्रहण करना होगा और अधिग्रहित जमीन का भुगतान करना होगा।

फिलहाल पंजाब में 3700 करोड़ रुपये कीमत की 845 हेक्टेयर जमीन पर कब्जा लेने और जमीन अधिग्रहण पर भुगतान करने का काम चल रहा है।

अधिकारियों द्वारा इसमें अनावश्यक देरी की जा रही है। इसके साथ ही एनएचएआई के तहत पंजाब में 8245 करोड़ रुपये की लागत से 7 परियोजनाओं में 256 किलोमीटर का काम होना है।

इन 7 परियोजनाओं में से 3 परियोजनाएं 2021 में दी गईं लेकिन अब तक भूमि अधिग्रहण और धन वितरण का काम नहीं किया गया है। जिसके चलते इन सड़कों को तैयार करने वाले ठेकेदार भी हाथ खड़े करने लगे हैं।

इन सात प्रोजेक्टों का जिक्र किया एनएचएआई ने

1. दिल्ली कटरा एक्सप्रेस वे

2. लुधियाना-रूप नगर- खरड़ रद्द कर दिया

3. लुधियाना-बठिंडा रद्द करने की प्रक्रिया शुरू

4. दक्षिणी लुधियाना बाई पास रद्द कर दिया

5. अमृतसर-टांडा रद्द कर दिया

6. होशियारपुर- फगवाड़ा

7. होशियारपुर-ऊना

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