Delhi-Katra Expressway परियोजना भी लटक सकती है अधर में, जमीन अधिग्रहण में देरी के कारण NHAI ने बंद किए 3 प्रोजेक्ट
दिल्ली से कटरा तक के लिए एक एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य जारी है। इस हाइवे के बनने के बाद लोगों की राह काफी आसान हो जाएगी। लेकिन मौजूदा समय में अधिकारियों की उदासीनता के कारण यह प्रोजेक्ट अधर में अटक सकता है। वर्तमान ने एनएचआईए ने तीन प्रोजेक्ट बंद भी कर दिए हैं। 3303 करोड़ रुपए की लागत से इनका निर्माण होना था।
कैलाश नाथ, चंडीगढ़। अधिकारियों की उदासीनता और ढीले रवैये के कारण नेशनल हाईवे अथॉर्टी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) पंजाब के चार प्रोजेक्ट जिसमें लुधियाना-रोपड़-खरड़, दक्षिण लुधियाना बाईपास और अमृतसर से टांडा प्रोजेक्ट को बंद कर दिया है। जबकि लुधियाना-बठिंडा हाईवे प्रोजेक्ट को बंद करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
ये चारों ही प्रोजेक्ट के तहत 148.67 किलोमीटर हाईवे बनना था। यही नहीं ढीले रवैये के कारण दिल्ली-कटरा एक्सप्रेस-वे का काम भी अधर में लटका हुआ है।
तरनतारन और अमृतसर में जमीन अधीग्रहण व अवॉर्ड का काम पूरा नहीं हो पाया है। बंद हुए प्रोजेक्टों की कीमत 3,303 करोड़ के करीब है।
अधिकारियों की उदासीनता को लेकर एनएचएआई के चेयरमैन संतोष कुमार यादव ने पंजाब के मुख्य सचिव अनुराग वर्मा को पत्र लिख कर अपनी नाराजगी भी जताई है।चेयरमैन के अनुसार पंजाब में 1500 किलोमीटर नेशनल हाईवे का काम चल रहा है। जिसकी कीमत 52,000 करोड़ रुपये के करीब है। जिसमें ग्रीन फील्ड प्रोजेक्ट और ब्राउन फील्ड प्रोजेक्ट भी शामिल है।
तीन प्रोजेक्ट को बंद करने का लिया गया फैसला
अधिकारियों के रवैये से एनएचएआई काफी नाराज हो गया है। जिसके चलते एनएचएआई ने पंजाब में 3303 करोड़ रुपये के तीन प्रोजेक्ट बंद करने का फैसला लिया है, अगर अधिकारियों की इस ढीली कार्रवाई को जल्द ही ठीक नहीं किया गया तो आने वाले दिनों में 4942 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट बंद होने की कगार पर पहुंच जाएंगे।
पंजाब सरकार के अधिकारियों की ढिलाई के कारण न सिर्फ 8245 करोड़ का यह प्रोजेक्ट खतरे में है, बल्कि 42 हजार 175 करोड़ रुपये का दूसरा प्रोजेक्ट भी सवालों के घेरे में है।42 हजार 175 करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट में भी पंजाब सरकार के अधिकारियों ने 100 फीसदी जमीन एनएचएआई को नहीं सौंपी है। जिसके चलते ये प्रोजेक्ट भी बीच में लटके हुए हैं। एनएचएआई ने पंजाब के मुख्य सचिव को लिखे पत्र में यह भी कहा हैं कि क्या पंजाब में प्रोजेक्ट बंद कर देने चाहिए?
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।