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पंजाबी भाषा को गूगल प्लेटफार्म में शामिल कराने पर चर्चा, विधानसभा स्पीकर बोले अगले 6 महीने में तैयार करना है रोडमैप

पंजाब विधान सभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि पंजाबी भाषा को बनता स्थान दिलाने के लिए पंजाबी का डाटा जल्दी तैयार करके आनलाइन अपलोड करना जरूरी बन गया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले छह महीनों में यह कार्य मुकम्मल कर लिया जाएगा जिससे पंजाबी भाषा भी अन्य 9 भाषाओं की तरह गूगल के एआई प्लेटफार्म पर शामिल हो सके।

By Rohit Kumar Edited By: Nidhi Vinodiya Updated: Mon, 05 Feb 2024 10:16 PM (IST)
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पंजाबी भाषा को गूगल प्लेटफार्म में शामिल कराने पर चर्चा

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। पंजाब विधान सभा स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने पंजाबी भाषा को गूगल प्लेटफार्म जैमिनी एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) पर शामिल कराने के लिए अलग-अलग विभागों और पंजाबी बुद्धिजीवियों के साथ विचार-विमर्श किया। पंजाबी भाषा के डेटा की उपलब्धता छह महीनों में कराने के लिए रोडमैप तैयार करने पर जोर दिया। 

AI पर पंजाबी भाषा नहीं है शामिल 

स्पीकर ने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि गूगल ने अपने एआई प्लेटफार्म पर ताजा जारी जैमिनी आई एप पर गुजराती, मराठी आदि भाषाओं को तो शामिल किया है, लेकिन पंजाबी को इसमें शामिल नहीं किया। उन्होंने बताया कि गूगल ने पंजाबी भाषा को इसलिए एआई प्लेटफार्म पर शामिल नहीं किया क्योंकि पंजाबी का शब्द भंडार डाटा उपलब्ध नहीं है। 

पंजाबी डाटा जल्द से जल्द कराना है शामिल

उन्होंने कहा कि पंजाबी भाषा को बनता स्थान दिलाने के लिए पंजाबी का डाटा जल्दी तैयार करके आनलाइन अपलोड करना जरूरी बन गया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि आने वाले छह महीनों में यह कार्य मुकम्मल कर लिया जाएगा, जिससे पंजाबी भाषा भी अन्य 9 भाषाओं की तरह गूगल के एआई प्लेटफार्म पर शामिल हो सके।

आज का दौर मशीनी बुद्धिमानी का दौर है

स्पीकर ने कहा कि आज का दौर मशीनी बुद्धिमानी का दौर है और इस दौर में पंजाबी को एआई प्लेटफार्म पर शामिल करना आज के समय में बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि यदि पंजाबी इस प्लेटफार्म पर उपलब्ध नहीं होगी तो दूसरी भाषा का न तो पंजाबी में अनुवाद किया जा सकेगा और न ही पंजाबी का किसी दूसरी भाषा में अनुवाद संभव हो सकेगा। 

पंजाबियों को हिंदी का करना पड़ेगा इस्तेमाल

उन्होंने कहा कि आने वाला समय एआई का समय है। उन्होंने कहा कि मशीनी बुद्धिमानी के समय में पंजाबी भाषा के अस्तित्व को बनाए रखने के लिए पंजाबी भाषा में डाटा की उपलब्धता करवानी बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि यदि यह कार्य न किया गया तो पंजाबियों को या तो हिंदी इस्तेमाल करनी पड़ेगी या किसी अन्य भाषा का सहारा लेना पड़ेगा।

पंजाबी दुनिया भर में बोली जाने वाली 10 भाषाओं में से एक है

स्पीकर ने आगे कहा कि पंजाबी दुनिया भर में सबसे अधिक बोली जाने वाली पहली 10 भाषाओं में शामिल है। पंजाबी बोलने वालों में लहिंदे पंजाब, चढ़दे पंजाब, भारत के अलग-अलग राज्यों और दुनिया भर के विभिन्न देशों में बसते लोगों की तरफ से बोली जाती भाषा है। उन्होंने कहा पंजाबी भाषा के अस्तित्व को बनाई रखने के लिए गूगल एआई प्लेटफार्म पर पंजाबी का होना बेहद जरूरी है।

इस मौके पर प्रसिद्ध पंजाबी शायर डॉ. सुरजीत पातर, प्रसिद्ध पंजाबी आलोचक डॉ. अमरजीत सिंह ग्रेवाल के अलावा पंजाब के उच्च शिक्षा विभाग, शासन सुधार विभाग, भाषा विभाग पंजाब और पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला के प्रतिनिधि शामिल हुए।

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