दो गर्लफ्रेंड संग लिव इन में रह रहा था यह खूंखार गैंगस्टर, मिलीं यौन शक्ति की दवाएं
चंडीगढ़ में पकड़ा गया खूंखार गैंगस्टर दिलप्रीत ढाहा की दो गर्लफ्रेंड थी। दोनों युवतियां सगी बहनें हैं। वह एक गर्लफ्रेंड के साथ चंडीगढ़ में नाम बदलकर रह रहा था।
By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Fri, 13 Jul 2018 08:54 PM (IST)
मोहाली, [रोहित कुमार]। पंजाब का खूंखार गैंगस्टर दिलप्रीत ढाहा बड़ा अय्याश था और वह नाम बदलकर दो लड़कियों के साथ लिव इन रिलेशन में रह रहा था। दाेनों लड़कियां आपस में बहनें हैं। चंडीगढ़ के सेक्टर 38 में वह एक गर्लफ्रेंड के साथ पिछले आठ माह से नाम बदलकर रह रहा था। यहां किराये पर ली गई कोठी में रह रहा था और यह कोठी उसकी एक गर्लफ्रेंड ने किराये पर ली थी।
दिलप्रीत की दोनों गर्लफ्रेंड ने पुलिस पूछताछ में खुलासा किया कि ढाहा नवंबर 2017 से गगनदीप सिंह के नाम से यहां रह रहा था। पुलिस ने उसकी गर्लफ्रेंड की ओर से सेक्टर 38 में किराये पर ली कोठी की तलाशी ली तो वहां से काफी आपत्तिजनक चीजें मिली। पुलिस को दिलप्रीत के बैग से हेरोइन व सेक्सवर्धक गोलियां भी मिली हैं।गर्लफ्रेंड ने किए कई खुलासे, कोठी की तलाशी में मिली हेरोइन व सेक्सवर्धक गोलियां
पुलिस ने एक कार सहित 13 नंबर प्लेटें भी बरामद की हैं। अब पुलिस इन नंबर प्लेटों के आधार पर पड़ताल कर रही है कि ये चुराई गई कारों की हैं या फर्जी बनवाई गई थीं। इनमें छह पंजाब के नंबर की हैं, तीन हरियाणा व दो हिमाचल व दो महाराष्ट्र के नंबरों की हैं। सोमवार को दिलप्रीत जिस स्विफ्ट कार में था, वह नारायणगढ़ से चोरी हुई थी।
एक कार व 13 नंबर प्लेटें कब्जे में लीं, छह नंबर प्लेटें पंजाब के नंबर की निकलीं
पुलिस सूत्रों के अनुसार, ढाहा अपनी गर्लफ्रेंडों में सबसे पहले 2016 में बड़ी बहन के संपर्क में आया। युवती से उसने दोस्ती की और अन्य गैंगस्टरों के साथ उसे मिलवाया। उसके बाद वह उसकी छोटी बहन से भी मिला, जोकि बड़ी बहन से ज्यादा तेजतर्रार निकली। वह ढाहा को इतनी पसंद आई कि उसने चंडीगढ़ में नवंबर 2017 में उसे घर किराये पर दिला दिया और उसके साथ आकर रहने लगा। इस बीच वह बड़ी बहन के पास भी आता-जाता रहता। हालांकि दोनों बहनों का कहना है कि वे अपनी मर्जी से ढाहा के साथ रह रही थीं।
दूसरी तरफ दोनों सगी बहनों को इंटेलिजेंस विंग मंगलवार शाम पांच बजे जिला अदालत लेकर पहुंची, लेकिन अदालत से सभी जज जा चुके थे। इस दौरान विंग की टीम करीब दस मिनट वहां रुकी रही। बाद में दोनों आरोपित बहनों को लेकर ड्यूटी मजिस्ट्रेट की कोठी में पेश किया गया। अदालत ने दोनों बहनों को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।नवंबर में करवाए केश कत्ल, खरड़ की महिला से लिया मकान
ढाहा ने दूसरी गर्लफ्रेंड के साथ रहने के लिए बीते वर्ष केश कत्ल करवाए थे। चंडीगढ़ के सेक्टर-38 के किराये के जिस मकान में यह युवती गैंगस्टर दिलप्रीत सिंह के साथ रह रही थी वह मकान खरड़ निवासी आशु नाम की एक महिला के नाम पर था। सूत्रों के मुताबिक इस महिला का दिलप्रीत की इस गर्लफ्रेंड का संपर्क एक प्रॉपर्टी डीलर के जरिए हुआ था।आशु ने बताया कि प्रॉपर्टी डीलर ने मकान किराये पर दिलाते समय बताया था जिस महिला ने इस मकान में रहना है वह तलाकशुदा है। उसके दो छोटे बच्चे हैं जोकि स्कूल में पढ़ते हैं। आशु ने जब एग्रीमेंट की बात की तो युवती बहाना बना देती थी। सूत्रों का कहना है कि युवती गैंगस्टर दिलप्रीत सिंह ढाहा के बारे में आस पड़ोस के लोगों को अपना पति बताया हुआ था। चार महीने से ढाहा चंडीगढ़ के इस मकान में रह रहा था।
---------छोटी गलफ्रेंड लुधियाना में जॉब करती थी, बड़ी नवांशहर में चलाती थी बुटीक
सूत्रों के अनुसार, दिलप्रीत की दूसरी वाली गर्लफ्रेंड पहले लुधियाना में जॉब करती थी। वह चार महीने पहले ही लुधियाना से चंडीगढ़ शिफ्ट हुई थी। ढाहा अकसर रात को ही उसके पास आता जाता था। वह शादीशुदा थी और शादी के कुछ समय बाद ही तलाक हो गया था। उसके भी दो छोटे बच्चे भी हैं। उसने चंडीगढ़ में अपनी ग्रेजुएशन पूरी की है और उसका खुद का आइटी का काम था।ढाहा की बड़ी गर्लफ्रेंड के पति की मौत नौ साल पहले हो गई थी और उसके भी दो बच्चे हैं। उसके बच्चे स्कूल में पढ़ते हैं। वह इन दिनों नवांशहर बुटीक चला रही थी, जहां ढाहा का आना जाना था। ढाहा की गिरफ्तारी के बाद जालंधर देहात पुलिस ने नवांशहर के वाहेगुरु नगर में उसके के घर भी छापामारी की। सोमवार रात शाम को करीब डेढ घंटे तक पुलिस ने यहां पड़ताल की और युवती को अपने साथ ले गई। बताया जाता है कि पुलिस ने यहां से कार की नंबर प्लेट, हथियार व नशीला पदार्थ बरामद किया है। लेकिन स्थानीय पुलिस अधिकारी इसकी पुष्टि नहीं कर रहे हैं।
-----------कस्टडी को लेकर पंजाब-यूटी पुलिस में असमंजस
चंडीगढ़ : गैंगस्टर दिलप्रीत ढाहा की कस्टडी को लेकर यूटी और पंजाब पुलिस के बीच असमंजस बना है। पंजाब व यूटी पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन से उसे पकड़ा गया था। दोनों ही उसे कस्टडी में लेना चाहती है। इस मामले में यूटी पुलिस की एसएसपी नीलांबरी जगदाले दिलप्रीत को छुïट्टी मिलने तक इंतजार करने का बयान दे रही हैं। सूत्रों की मानें तो पंजाब पुलिस और यूटी पुलिस गैंगस्टर दिलप्रीत को कस्टडी में लेने को लेकर अंदर ही अंदर मीटिंग कर रही हैं।वेरीफिकेशन में फंसी चंडीगढ़ पुलिस
चंडीगढ़ में किरायेदारों का पुलिस वेरीफिकेशन की व्यवस्था है। कोई भी मकान मालिक पुलिस वेरीफिकेशन के बिना किरायेदार नहीं रख सकता। इसके बाद भी सेक्टर 38 के जिस आवास को दिलप्रीत की गर्लफ्रेंड ने किराये पर लिया था, उसके वेरीफिकेशन में चंडीगढ़ पुलिस चूक गई। नहीं तो सात महीने पहले ही पंजाब पुलिस से पहले दिलप्रीत चंडीगढ़ पुलिस के हत्थे चढ़ चुका होता।---------दिलप्रीत के टांग का ऑपरेशन, सुरक्षा बढ़ाईगैंगस्टर दिलप्रीत ढाहा के टांग में गोली लगने के बाद पीजीआइ में उसका ऑपरेशन भी किया गया। उसकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है। ऑपरेशन के बाद उसे प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट किया गया है। उसकी पैर की सर्जरी 8 से 10 डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ की टीम ने की। पुलिस ने उसकी सुरक्षा के लिए 10 कमांडों सहित करीब 25 पुलिसकर्मी लगाए हैं।------पड़ताल को लेकर चार टीमों का गठनदिलप्रीत के गिरोह ने कहां-कहां पर क्या-क्या वारदातें की हैं, कितनी फिरौती वसूली है, कौन-कौन इनके शिकार हुए थे और गिरोह में कितने सदस्य हैं, इसकी पड़ताल को लेकर पुलिस ने डीएसपी के नेतृत्व में चार टीमों की गठन किया है। एक टीम गिरोह, दूसरी फिरौती के मामलों, तीसरी नशे के कारोबार व चौथी टीम इसकी पड़ताल में जुट गई है कि दिलप्रीत के टारगेट पर कौन-कौन थे। उधर, दिलप्रीत जालंधर देहात के महितपुर और शाहकोट के थाने में हत्या के प्रयास के मामले में नामजद है। इन मामलों में दिलप्रीत को पुलिस जालंधर लाएगी और उसकी गिरफ्तारी भी डालेगी।
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