पंजाब में किसानों ने 1561 टेलीकाम टावरों को पहुंचाई क्षति, सीएम ने दिया कड़े एक्शन का आदेश
Farmers Protest पंजाब में आंदाेलनकारी किसान किसी की अपील भी सुनने को तैयार नहीं हैं। राज्य में आंदोलनकारी किसानों ने करीब 1600 माेबाइल टावरों को नुकसान पहुंचाया है। अब मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने ऐसे तत्वों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया है।
By Sunil Kumar JhaEdited By: Updated: Tue, 29 Dec 2020 08:17 AM (IST)
चंडीगढ़/बठिंडा, जेएनएन। Farmers Protest: पंजाब में आंदोलनकारी किसान मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की भी नहीं सुन रहे हैं और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं। कृषि सुधार कानूनों का विरोध कर रहे किसान निजी टेलीकाम कंपनियों के मोबाइल टावरों को निशाना बना रहे हैं। राज्य में आंदोलनकारी किसानों ने 1561से अधिक टेलीकाम टावरों को नुकसान पहुंचाया है। इस समय 1128 टावर बंद पड़े हैं। इससे लोगों को भारी माेबाइल और इंटरनेट सेवाएं बाधित हो रही हैं। दूसरी ओर, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मोबाइल टावरों को नुकसान पहुंचाने वालों को कड़ी चेतावनी दी है और आगे इस तरह की हरकत के लिए कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री के मीडिया रवीन ठुकराल ने ट्वीट कर कहा है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने माेबाइल टावरों को नुकसान पहुंचाने और टेलीकाम सेवाओं को बाधित करने वालों को कड़ी चेतावनी दी है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पुलिस को ऐसे तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है।
वहीं, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मोबाइल टावरों की तोड़-फोड़ व टेलीकाम सेवाओं में बाधा पहुंचाने के मामले में सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने पुलिस को निर्देश दिए हैं कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्यवाई की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी निजी या सरकारी संपत्ति का नुकसान सहन नहीं होगा। हम पंजाब में अराजकता फैलाने और किसी को भी कानून अपने हाथों में लेने की आज्ञा नहीं देंगे।
सीएम ने कहा कि राज्य में कुल 1561 मोबाइल टावर प्रभावित हुए हैं, जिनमें से 25 टावरों में तोड़-फोड़ हुई है। अब तक 433 टावरों की मरम्मत की जा चुकी है। इससे बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ रहा है। वर्क फ्रॉम होम में भी बाधा पहुंच रही है।राज्य में जो 1128 मोबाइल टावर बंद हैं वे सभी ग्रामीण क्षेत्रों के हैं। अन्य टावरों की सेवाएं फिर से बहाल कर दी गई हैं। किसानों ने मोबाइल टावरों की बिजली आपूर्ति बाधित करने के अलावा कई हिस्सों में नेटवर्क केबल भी काट दिए गए। सिर्फ बठिंडा जिले में ही 300 गांवों में बिजली कनेक्शन काटे गए हैं। जिओ टेलीकाम के बठिंडा सर्किल के हेड कमल कुमार ने बताया कि शहरों में टावर काम कर रहे हैं, लेकिन गांवों में सेवाएं बंद हैं।
वहीं, इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो के अनुसार कुछ जगहों पर किसानों ने जेनरेटर उठा कर गुरुद्वारों में रख दिए। जिओ कंपनी के कर्मचारियों को धमकी देने और भगाने के वीडियो भी वायरल हुए हैं। जालंधर में जिओ की फाइबर केबल के कुछ बंडल भी जलाए गए हैं। जिओ के राज्य में 9,000 से अधिक टावर हैं। टावर एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइडर्स एसोसिएशन (टाइपा) के डायरेक्टर जनरल तिलक दुआ ने इस बारे में आइजी ला एंड आर्डर एके पांडे को लिखित में शिकायत देकर टावरों की सुरक्षा सुनिश्चित बनाने की मांग की थी।
जालंधर में एक कंपनी के फाइबर केबल के कुछ बंडल भी जलाए गए हैं। जिओ के राज्य में 9,000 से अधिक टावर हैं। इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो के अनुसार कुछ जगहों पर किसानों ने जेनरेटर उठा कर गुरुद्वारों में रख दिए। जिओ कंपनी के कर्मचारियों को धमकी देने और भगाने के वीडियो भी वायरल हुए हैं।इसके बाद पंजाब सरकार के उद्योग एवं वाणिज्य विभाग ने भी डीजीपी दिनकर गुप्ता को पत्र लिखा था। डीजीपी ने टावरों को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ केस दर्ज करने के आदेश दिए थे। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी शुक्रवार को किसानों से ऐसा न करने की अपील की थी।
नवांशहर में 2500 लोगों ने दूसरी कंपनी के सिम खरीदेनवांशहर में 19 टावर बहाल किए गए। यहां एक ही दिन में 2500 लोगों ने दूसरी कंपनी के सिम खरीद लिए थे। रूपनगर में भी दो, पठानकोट में चार, गुरदासपुर और कपूरथला के दो-दो और होशियारपुर में भी 18 कनेक्शन बहाल कर दिए गए।
मोगा में चार किसानों को पकड़ा, शाम को छोड़ामालवा में किसानों पर केस दर्ज नहीं हुआ है। मोगा में चार किसानों को पकड़ा गया था। शाम को उन्हेंं छोड़ दिया गया। मोगा में तीन टावर बहाल किए गए। फरीदकोट में तीन टावर बंद हैं। संगरूर में आठ, बरनाला में 14 व फाजिल्का में 19 टावरों की सप्लाई सुचारू की गई। फिरोजपुर में 24 टावरों की बिजली सप्लाई बाधित है।
भाकियू उगराहां ने कहा- हम ऐसी तोड़-फोड़ के खिलाफभारतीय किसान यूनियन (भाकियू) उगराहां के प्रदेश सचिव सिंगारा सिंह मान ने कहा कि हमारे संगठन ने जिओ के टावर बंद करने या तोडऩे का कोई फैसला नहीं किया है। हमें नहीं मालूम कि ये कौन लोग हैं। लोग अपने आप ही ऐसे कदम उठा रहे हैं। हम ऐसी तोड़-फोड़ के खिलाफ हैं।
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