Move to Jagran APP

पंजाब के किसानों को गेहूं के प्रमाणित बीजों पर मिलेगी 50 फीसदी सब्सिडी, 2 लाख क्विंटल बीज करवाया जा रहा मुहैया

गेहूं की बिजाई का सीजन नजदीक है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने पंजाब के किसानों को गेहूं के तकरीबन 2 लाख क्विंटल प्रमाणित बीज मुहैया करवाएगी। रबी के सीजन के दौरान किसानों को बीजों की कुल कीमत पर 50 प्रतिशत सब्सिडी या प्रति क्विंटल अधिक से अधिक 1000 रुपए सब्सिडी के हिसाब से प्रमाणित बीज मुहैया करवाए जाएंगे।

By Jagran NewsEdited By: Gaurav TiwariUpdated: Mon, 09 Oct 2023 03:08 PM (IST)
Hero Image
पराली प्रबंधन के लिए सब्सिडी पर मुहैया करवाई जा रही है लगभग 24,000 मशीनें
चंडीगढ़। गेहूं की बिजाई का सीजन नजदीक है। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने पंजाब के किसानों को गेहूं के तकरीबन 2 लाख क्विंटल प्रमाणित बीज मुहैया करवाएगी। रबी के सीजन के दौरान किसानों को बीजों की कुल कीमत पर 50 प्रतिशत सब्सिडी या प्रति क्विंटल अधिक से अधिक 1000 रुपए सब्सिडी के हिसाब से प्रमाणित बीज मुहैया करवाए जाएंगे।

किसानों के गेहूं के बीज खरीदते समय सब्सिडी की रकम घटाने के बाद बची हुई रकम का ही भुगतान करना होगा। इस योजना के पीछे मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की सोच हैं कि राज्य में किसानों को न सिर्फ नकली बीजों से बचाया जा सके बल्कि किसानों को क्वालिटी बीज मुहैया करवाए जाए।

एक किसान को सब्सिडी वाला बीज अधिक से अधिक 5 एकड़ (2 क्विंटल) क्षेत्रफल के लिए मुहैया करवाया जायेगा और सब्सिडी वाले बीजों के वितरण के समय अनुसूचित जातियों, छोटे (2.5 एकड़ से 5 एकड़) और सीमांत किसानों (2.5 एकड़ तक) को प्राथमिकता दी जायेगी। 

वहीं, पंजाब सरकार ने विभाग के अधिकारियों को यह निर्देश दिए हैं कि वह राज्य में होने वाली गेहूं की बीज की बिक्री पर निगरानी रखे ताकि किसानों को उत्तम बीज मिले।

पराली प्रबंधन के लिए सब्सिडी पर मुहैया करवाई जा रही है लगभग 24,000 मशीनें

विभाग द्वारा इन-सीटू प्रबंधन के लिए सुपर एसएमएस, हैपी सिडर, पैडी स्टरा चौपर, मलचर, स्मार्ट सिडर, जीरो टिल्ल ड्रिल, सरफेस सिडर, सुपर सिडर, करोप रीपर, सरब मास्टर/ रोटरी सलैशर और रिवरसीबल एम. बी. प्लो और धान की पराली के एक्स-सीटू प्रबंधन के लिए बेलर और स्टरा रैक मुहैया करवाए जाएंगे। पिछले साल 2022-23 के दौरान राज्य सरकार के ठोस यत्नों स्वरूप सीआरएम मशीनों के प्रयोग से पराली जलाने के मामलों में लगभग 30 प्रतिशत कमी आई है।

धान की पनीरी के लिए स्थापित हुआ कंट्रोल रूम

पंजाब में आई बाढ़ के कारण किसानों द्वारा रोपी गई धान की फसल भी बह गई। इस संकट के समय में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने किसानों का हाथ पकड़ा। मान सरकार ने न सिर्फ किसानों को मुफ्त धान की पनीरी मुहैया करवाई बल्कि पनीरी लेने में किसानों को परेशानी न हो इसके लिए पंजाब में पहली बार कंट्रोल रूम स्थापित किया गया। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का कहना है पंजाब सरकार इस कुदरती आपदा से प्रभावित किसानों की मदद के लिए पूरी ताकत झोंक दी। संकट काल में पंजाब सरकार किसानों के साथ मजबूती से खड़ी रही।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।