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क्या है किसानों की मांग? कहीं हाईवे तो कहीं रेल ट्रैक पर बैठ जताया रोष, चक्का जाम से लोग परेशान; सरकार को दिया अल्टीमेटम

पंजाब में किसानों ने धान खरीद में देरी के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया। कई जगहों पर हाईवे जाम कर दिया गया तो कहीं रेल की पटरियों पर बैठकर रोष जताया गया। किसानों का कहना है कि सरकार धान की सरकारी खरीद लगातार नहीं कर रही है जिससे उन्हें भारी नुकसान हो रहा है। इस दौरान ट्रेन यात्रियों और लोगों को भारी जाम का सामन करना पड़ा।

By Jagran News Edited By: Sushil Kumar Updated: Sun, 13 Oct 2024 06:07 PM (IST)
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Farmers protest: कहीं हाईवे तो कहीं रेल ट्रैक पर बैठ किसानों ने जताया रोष।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। धान खरीद को लेकर किसानों ने पूरे पंजाब में अलग-अलग इलाकों में विरोध प्रदर्शन किया। कहीं हाईवे जाम किया तो कहीं रेल की पटरियों पर बैठकर अपना रोष प्रदर्शन किया। उड़मुड़ टांडा में जालंधर-जम्मू हाईवे जाम कर के दोआबा किसान कमेटी पंजाब ने धान की खरीद सही ढंग से करने की आवाज उठाई।

जत्थेबंदी के राज्य प्रधान जंगवीर सिंह चौहान और महासचिव पृथपाल सिंह गुराया के नेतृत्व में दानामंडी आढ़ती एसोसिएशन, शैलर मालिकों और मजदूरों ने मिलकर पंजाब तथा केंद्र सरकार के खिलाफ बिजली घर चौक नजदीक करीब 12 बजे सड़क जाम कर रोष प्रदर्शन किया। घड़ी।

इस मौके पर प्रधान चौहान ने कहा कि वह दोनों सरकारों से बार-बार अपील कर रहे हैं कि धान की सरकारी खरीद लगातार की जाए। लेकिन जब भी एसकेएम पंजाब चंडीगढ़ जाकर संघर्ष का आह्वान करता है, फिर खरीद शुरू होती है बाद में फिर से बंद कर दी जाती है।

नहीं हुई धान खरीद

उन्होंने विरोध जताते हुए कहा कि 15 दिन का सीजन लगभग खत्म हो चुका है, जबकि खरीद नहीं हुई है और उठान की भी कोई व्यवस्था नहीं है।

जबकि इसके उलट सरकार किसानों मज़दूरों आढ़ती तथा शेलर मालिकों को धोखा दे रही है। किसान किसान मंडियों में खराब हो रहे हैं। उन्होंने सीएम भगवंत सिंह मान से अपील की कि वह दिल्ली जाकर केंद्र सरकार से बातचीत कर इस मुद्दे का तुरंत समाधान निकालें।

जालंधर में हाईवे जाम

संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से धान खरीद के चलते रविवार को पूरे पंजाब में 12 बजे से 3 बजे तक सड़क जाम और धरने दिया गया, वहीं धर्मकोट में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों ने मोगा जालंधर नेशनल हाईवे पर धरना दिया और हाईवे को जाम कर दिया।

किसानों ने हाईवे और रेल ट्रैक किया जाम

गुरदासपुर और बटाला में भी मंडियों में धान की खरीद शुरू नहीं होने पर संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर रविवार को किसानों ने गुरदासपुर के बब्बरी बाइपास पर दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक अमृतसर-पठानकोट हाईवे जाम कर धरना दिया।

इसके अलावा बटाला में रेलवे ट्रैक पर 12.30 बजे से लेकर 2.30 बजे तक धरना लगाया गया। किसानों के धरने के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

बटाला में धरने के कारण दिल्ली-पठानकोट और अमृतसर-कादियां ट्रेन रद करनी पड़ी। गुरदासपुर में हाइवे जाम होने के कारण वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। बसों में सवार यात्रियों को पैदल ही शहर की तरफ जाने के लिए विवश होना पड़ा, जिसके चलते वे किसानों को कोसते देखे गए।

गौर हो कि जिले में लगभग आधी मंडियों में अब तक धान की खरीद शुरू नहीं हो पाई है, जिससे किसानों में गुस्सा है। यात्री गुरमेज सिंह ने बताया कि वे अमृतसर से पठानकोट जाने के लिए बस में सवार हुए थे।

बब्बरी बाइपास पहुंचने पर पता चला कि किसानों ने धरना लगा दिया है। अब पैदल ही बस स्टैंड की तरफ जाना पड़ रहा है ताकि आगे जाने के लिए बस पकड़ी जा सके।

किसान यूनियनों का चब्बेवाल-चंडीगढ़ मुख्य मार्ग पर धरना

कस्बा चब्बेवाल एवं जियाण मंडी के समीप चंडीगढ़ मुख्य मार्ग पर किसानों ने जाम लगा दिया। जाम के दौरान धरना स्थल के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।

किसान निर्मल सिंह भीलोवाल एवं किसान परमजीत सिंह पम्मा भीलोवाल ने बताया कि धान की खरीद के संबंध में जो आज दोपहर बारह बजे से तीन बजे तक पंजाब बंद का संदेश था उसी के समर्थन में रविवार यहां चब्बेवाल मुख्य मार्ग पर धरना लगाया गया है।

उन्होंने कहा कि शैलर मालिक यदि सरकार से धान नहीं लेना चाह रहे तो इसका मतलब है कि सरकार का शैलर मालिकों के साथ तालमेल सही नहीं है और किसान इसके लिए पंजाब सरकार को दोषी मानते हैं।

किसान संगठनों ने दिया धरना

फरीदकोट, जैतो और कोटकपूरा में भी शैलर मालिकों व आढ़तियों की चल रही हड़ताल के चलते मंडियों में धान की खरीद में आ रही परेशानी के चलते किसान संगठनों, शैलर मालिकों, आढ़तियों व मजदूर संगठनों द्वारा संयुक्त तौर पर फरीदकोट में सादिक चौक पर धरना देकर तीन घंटे तक रोड जाम किया गया।

उल्लेखनीय है कि शैलर मालिकों और सरकार के बीच धान को लेकर सहमति न बन पाने और अपनी मांग को लेकर आढ़तियों की हड़ताल के कारण मंडियों से धान की फसल का की खरीद प्रक्रिया सही तरीके से नहीं चल पा रही है। जिसके कारण किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

इसी संबंध में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर दोपहर 12 बजे से तीन बजे तक सादिक चौक में सड़क जाम कर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया गया।

इस मौके पर कौमी किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष बिंदर सिंह गोलेवाला, क्रांतिकारी किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष भुपिंदर सिंह चहल, बीकेयू डकौंदा के जोरा सिंह भाणा, कुल हिंद किसान सभा के सुखजिंदर सिंह सहित अन्य किसान नेताओं ने कहा कि पंजाब सरकार व केंद्र सरकार द्वारा शैलरों में पड़े चावल को न उठाने के कारण यह पूरी समस्या पैदा हुई है।

यदि सरकार उचित प्रबंध नहीं करती तो किसान यूनियन संघर्ष तेज करेगी। इस मौके पर शैलर मालिकों ने कहा कि उन्होंने चार महीने पहले ही सरकार को सूचित कर दिया था कि शैलरों में धान की मिलिंग के संबंध में निर्णय ले और अगला समझौता करें, अन्यथा धान के सीजन में बड़ी समस्या हो जाएगी।

उन्होंने कहा कि उनकी मांगें पंजाब सरकार और केंद्र सरकार के सामने रखी जा चुकी हैं लेकिन पंजाब सरकार हमारा सही पक्ष केंद्र सरकार के सामने नहीं रख सकी। उन्होंने कहा कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाएंगी तब तक हम हड़ताल खत्म नहीं करेंगे।

किसानों ने अपनी मांगों को लेकर दिया धरना

कोटकपूरा में भी पंजाब भर में संयुक्त किसान मोर्चा की और से किसानों की पंजाब सरकार द्वारा धान की फसल की खरीद सही समय पर शुरू न करने के चलते सड़क मार्ग और रेलवे मार्ग जाम किए जाने का ऐलान किया गया था, इसी कड़ी के तहत आज किसान जत्थेबंदी बीकेयू एकता फतह की तरफ से मोगा रोड़, तिनकोणी चौंक में बैठकर धरना प्रदर्शन किया गया और सरकार के खिलाफ नारेबाज़ी की।

इसके इलावा भारती किसान यूनियन उगराहा द्वारा 12 बजे से तीन बजे तक कोटकपूरा रेलवे लाइनों पर धरना-प्रदर्शन किया गया और रेलवे मार्ग जाम किया गया। इस मौके पर बड़ी संख्या में किसान, मजदूर इस प्रदर्शन में शामिल हुए, और प्रदर्शन को सफल बनाया।

इस प्रदर्शन के चलते आम लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा, देखने वाली खास बात यह रही कि प्रदर्शन कर रहे किसानों ने फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस सेवा प्रभावित नही होने दिया और समय समय पर उन्हें सड़क खाली कर निकाला गया।

इस समय रेलवे स्टेशन मास्टर विकास कुमार ने बताया कि इस जाम के चलते कोटकपूरा से फाजिलका जाने वाली रेलगाड़ी और फिरोजपुर बठिंडा पैसेंजर प्रभावित हुए है। उन्होंने बताया कि कोटकपूरा फाजिलका डीएमयू को कोटकपूरा स्टेशन और फिरोजपुर बठिंडा पैसेंजर को फरीदकोट स्टेशन पर रोका गया है।

सड़क जाम कर रोष प्रदर्शन

जैतो में संयुक्त किसान मोर्चा, आढ़ती एसोसिएशन और शैलर मालिकों द्वारा किए गए आह्ववान के अनुसार स्थानीय मंडी के गेट के सामने तीन घंटे तक सड़क जाम कर रोष प्रदर्शन किया गया। इस दौरान जहां सरकार के खिलाफ नारेबाजी की गई वहीं यातायात ठप किया गया।

इस दौरान किसान नेताओं गुरजीत सिंह अजीतगिल व अन्य ने कहा कि 13 दिन बीत जाने के बाद भी पंजाब की मंडियों में धान की आधिकारिक खरीद शुरू नहीं हुई है। इसके साथ ही शैलरों में पिछले साल का पड़ा है, जिसके चलते शैलरों ने नया धान लेना बंद कर दिया है।

इसके साथ ही आढ़ती एसोसिएशन ने भी अपनी मांगों को लेकर धरना दिया है। पंजाब सरकार सभी मांगों से अलग हटकर अपने काम में व्यस्त है। इस अजीबो गरीब स्थिति के चलते पंजाब के आढ़ती एसोसिएशन, शेलर मालिकों और संयुक्त किसान मोर्चा संगठनों द्वारा चंडीगढ़ के किसान भवन में संयुक्त बैठक कर तीन घंटे के लिए रोड जाम का आह्वान किया। 

सरकार से मांग की गई है कि सरकारी खरीद तुरंत शुरू की जाए और पिछले साल का चावल शैलरों से उठाया जाए। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि कल पंजाब स्तर की बैठक कर अगला फैसला लिया जाएगा। इस विरोध प्रदर्शन के मौके पर विभिन्न किसान संगठनों के नेता और शेलर मालिक व मजदूर भी मौजूद रहे।

लदपालवां टोल पर तीन घंटे किसानों का धरना

सरना में किसानों ने रविवार को पठानकोट-अमृतसर नेशनल हाईवे पर स्थित लदपालवां टोल प्लाजा पर धरना दिया। इसके चलते पठानकोट से अमृतसर आने-जाने वालों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

किसानों के 12 से तीन बजे तक दिए जाने वाले धरने के मद्देनजर जिला प्रशासन ने ट्रैफिक को अन्य रास्तों से डायवर्ट करके सुचारू बनाने का प्रयास किया था, लेकिन रास्ते छोटे होने की वजह से दिन भर कई मार्गों पर लोगों को जाम का सामना करना पड़ा। लदपालवां टोल प्लाजा सहित लिंक मार्गों पर वाहनों की लंबी लाइनें देखी गई।

किसान जत्थेबंदियों ने चेताया है कि अगर उनकी मांगों को केंद्र और राज्य सरकार ने हल्के में लिया तो आने वाले दिनों में वह अपना संघर्ष और तेज कर देंगे।

जाम से जनता परेशान 

फाजिल्का में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर विभिन्न किसान संगठनों की ओर से रविवार को जिले में तीन जगह दोपहर 12 से लेकर तीन बजे तक हाईवे पर धरने के चलते आमजन को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। खासकर बड़े वाहन चालक धरना खत्म होने का इंतजार करते रहे।

फाजिल्का के रेलवे फ्लाईओवर के निकट प्रदर्शन में भारतीय किसान यूनियन लक्खोवाल, क्रांतिकारी किसान यूनियन पंजाब, कुल हिंद किसान सभा और किसान जम्हूरी सभा पंजाब के प्रमुख नेता शामिल हुए। उधर, जलालाबाद में भी किसानों ने रेलवे प्लेटफार्म पर धरना लगा दिया और रोष प्रदर्शन किया।

इस दौरान फ्लाईोवर के निकट धरने पर खड़े ट्रक के चालक मंजूर ने कहा कि वह गुजरात से टाइलें लेकर चला था और उसे जम्मू जाना है, लेकिन यहां आकर पता चला कि किसान धरने पर बैठे हुए हैं, अब यहां उन्हें खड़े दो घंटे हो गए हैं और तीन बजे के बाद ही किसान हटेंगे और वह जाएंगे।

उधर धरने के चलते पुलिस ने शाह पैलेस के निकट, अनाज मंडी के गेट नंबर एक से व फिरोजपुर रोड पर गोल चौक से रूट को डायवर्ट किया, जिससे छोटे वाहनों को तो ज्यादा परेशानी नहीं हुई, लेकिन बड़े वाहन धरना खत्म होने का इंतजार करते हुए नजर आए।

टी प्वाइंट बरनाला से बठिंडा-चंडीगढ़ हाईवे जाम

बरनाला में संयुक्त किसान मोर्चा के निमंत्रण पर किसानों , आढ़तियों, राइस मिलरों ने मांगों को लेकर रविवार को भदौड़, महलकलां, धनौला-बरनाला के टी प्वाइंट बरनाला से बठिंडा-चंडीगढ़ मुख्य हाईवे को जाम किया।

सरकार धान नहीं खरीद रही है। उन्होंने कहा कि तीन घंटे का जाम कार्यक्रम एक सांकेतिक कार्यक्रम था, लेकिन अगर सरकार फौरी डीएपी खाद का स्पेशल रैक लगाकर खाद की कमी पूरी नहीं की, धान की खरीदारी सही तरीके से शुरू नहीं की गई तो आने वाले दिनों में तीव्र संघर्ष का कार्यक्रम बनाया जाएगा।

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