Punjab News: 'महिलाओं को 1548 करोड़ रुपए से अधिक की मुफ्त बस सफर सुविधा', मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की क्रांतिकारी पहल
मान सरकार द्वारा अपने कार्यकाल के 28 महीनों के दौरान पंजाब रोडवेज/पनबस और पी.आर.टी.सी. की बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा यकीनी बनाने हेतू 1548.25 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। इस क्रांतिकारी योजना के अंतर्गत महिलाओं को 32.46 करोड़ यात्राओं की सुविधा प्रदान की गई है जिससे पंजाब भर की महिलाओं को समर्थ बनाने के अवसरों तक उनकी पहुंच बनाने की दिशा में अहम विस्तार हुआ है।
डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण की दिशा में काम करते हुए राज्य की महिलाओं को अब तक 1,548 करोड़ रुपए से अधिक की मुफ्त बस सफर सुविधा मुहैया करवाई जा चुकी है।
मान सरकार द्वारा अपने कार्यकाल के 28 महीनों के दौरान पंजाब रोडवेज/पनबस और पी.आर.टी.सी. की बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा यकीनी बनाने हेतू 1,548.25 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। इस क्रांतिकारी योजना के अंतर्गत महिलाओं को 32.46 करोड़ यात्राओं की सुविधा प्रदान की गई है, जिससे पंजाब भर की महिलाओं को समर्थ बनाने के अवसरों तक उनकी पहुंच बनाने की दिशा में अहम विस्तार हुआ है।
मार्च 2022 से मार्च 2023 तक कुल 664.63 करोड़ रुपए खर्च कर महिलाओं को 14.29 करोड़ यात्राओं का लाभ दिया गया, जबकि वित्तीय वर्ष 2023- 2024 के दौरान 694.64 करोड़ रुपए के खर्च के साथ महिलाओं को 14.90 करोड़ यात्राओं की सुविधा प्रदान की गई है।
उन्होंने कहा कि मौजूदा वित्तीय वर्ष के दौरान 15 जुलाई, 2024 तक 188.98 करोड़ रुपए के साथ महिलाओं को 3.27 करोड़ यात्राओं की सुविधा दी जा चुकी है। महिलाओं के लिए आने-जाने की वित्तीय रुकावटों को दूर करते हुए यह पहल उनको शिक्षा, रोजगार, सेहत और अन्य जरूरी सुविधाओं तक आसान पहुंच प्रदान करने के लिए समर्थ बना रही है।
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का मानना है कि सभी वर्गों का संपूर्ण विकास ही असली मायनों में विकास है। यह मुफ्त यात्रा योजना महिलाओं को केवल आने-जाने की सुविधा देना ही नहीं, बल्कि पंजाब की प्रत्येक महिला के लिए आत्माभिमान, आजादी और विकास को दर्शाती है।
महिलाओं के लिए मुफ्त बस सफर सुविधा मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के एक प्रगतिशील और समानता वाले पंजाब के संकल्प को उजागर करती है, जहां प्रत्येक नागरिक लिंग आधारित पक्षपात के बिना राज्य के विकास और खुशहाली में अपना योगदान दे सकता है।