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Amritpal Singh: भगोड़े अमृतपाल के थे खतरनाक इरादे, दीप सिद्धू की मौत के बाद ऐसे किया 'वारिस पंजाब दे' पर कब्जा

Amritpal Singh खालिस्तान सर्थक अमृतपाल सिंह ने दिवंगत एक्ट अमृतपाल की पार्टी पर कब्जा किया। दस्तावेजों में दावा किया है कि सिद्दू के परिवार वाले अमृतपाल को उसका उत्तराधिकारी नहीं बनाना चाहते थे इसके चलते उसने एक साजिश रची।

By Jagran NewsEdited By: Swati SinghUpdated: Sun, 26 Mar 2023 06:44 PM (IST)
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दीप सिद्धू की मौत के बाद ऐसे किया 'वारिस पंजाब दे' पर कब्जा
चंडीगढ़, पीटीआई। अलगाववादी खालिस्तानी नेता अमृतपाल सिंह की तलाश लगातार नौंवे दिन भी जारी है। हर रोज अमृतपाल को पकड़ने के लिए दबिश दी जा रही है। अमृतपाल के साथियों की लगातार गिरफ्तारी हो रही है, तो वहीं हर रोज अमृतपाल के नए राज सामने आ रहे हैं।

इस बात से तो सभी वाकिफ थे कि अमृतपाल अपनी एक अलग सेना तैयार कर रहा था। अपने समर्थकों को वह बंदूक चलाने की ट्रेनिंग भी दे रहा था। इसी बीच पुलिस द्वारा जब्त किए गए दस्तावेजों से ये खुलासा हुआ है कि अमृतपाल ने दीप सिद्धू की प्रसिद्धि को भुनाने के लिए उसकी पार्टी वारिस पंजाब दे से मिलती जुलती एक पार्टी बनाई थी। दिवंगत अभिनेता दीप सिद्धू के भाई ने वारिस पंजाब दे पार्टी का गठन किया था। दीप सिद्धू इस पार्टी का लोकप्रिय चेहरा थे। दिवंगत नेता की प्रसिद्धी से सभी वाकिफ हैं और उसी लोकप्रियता को भुनाने के लिए अमृतपाल ने ‘वारिस पंज-आब दे’ बनाने का फैसला किया।

दीप सिद्धू के भाई ने बनाई थी पार्टी

दीप सिद्धू के भाई मनदीप ने 4 जुलाई, 2022 को फतेहगढ़ साहिब में 'सर्व शिक्षा अभियान' को बढ़ावा देने, प्रदूषण से संबंधित मुद्दों के बारे में जागरूकता फैलाने, नशा करने वाले युवाओं को खेलों की ओर आकर्षित करने और लोगों की मदद करने के लिए फतेहगढ़ साहिब में एक संगठन बनाया था। मनदीप ने कहा कि यह संगठन उनके दिवंगत भाई के पंजाब के लोगों की सेवा करने के सपने को पूरा करने के लिए बनाया गया था।

अमृतपाल पार्टी पर करना चाहता था कब्जा

मनदीप ने बताया कि अगस्त 2022 में जब अमृतपाल विदेश से लौटा तो उसने 'वारिस पंजाब दे' के कागजात मांगे। मनदीप ने उसे पार्टी के पेपर सौंपने से इनकार कर दिया। सिद्धू परिवार ने अमृतपाल को दीप की विचारधारा के उत्तराधिकारी के रूप में स्वीकार करने से इनकार कर दिया था। इसके बाद अमृतपाल ने धोखे से पार्टी को हथियाने की योजना बनाई।

अमृतपाल ने बना दी नई पार्टी

अचानक से 'वारिस पंज-आब दे' नामक एक नया संगठन सामने आया, जिसके साथ दीप सिद्धू का आधिकारिक फेसबुक पेज जुड़ा हुआ था। यह मोगा जिले में पंजीकृत था, इसकी स्थापना 15 दिसंबर, 2021 बताई गई थी। अचानक से सामने आए इस फेसबुक पेज के फॉलोअर्स की संख्या बहुत अधिक हो गई, जिससे लोगों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई। इससे ये साफ हो गया कि अब दीप सिद्धू की पार्टी को अमृतपाल लीड करेगा।

अमृतपाल के खिलाफ चल रही कार्रवाई के दौरान सामने आए कुछ दस्तावेजों से पता चलता है कि 'वारिस पंज-आब दे' की स्थापना हाल ही में अमृतपाल के करीबी सहयोगी गुरमीत सिंह बुक्कनवाला ने की थी। बुक्कनवाला को हिरासत में ले लिया गया है और राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत मामला दर्ज करके जेल भेज दिया गया है। गुरमीत में दावा किया कि ये पार्टी काफी बाद में स्थापित की गई थी।

फरार है अमृतपाल

बता दें कि खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह 18 मार्च से ही फरार है। अमृतपाल अपना हुलिया बदलकर हर रोज नए स्थान पर छुप रहा है। कभी कुरुक्षेत्र तो कभी पटियाला, हर रोज नए-नए सीसीटीवी फुटेज सामने आ रहे हैं, लेकिन अभी तक अमृतपाल हाथ नही आया है।

भगोड़े अमृतपाल ने की थी 20 बार वाट्सएप कॉल

सूत्रों के अनुसार जम्मू से हिरासत में लिए गए पपलप्रीत की बहन सर्बजीत कौर व उसके पति अमरीक सिंह से हुई पूछताछ में यह बात सामने आई है कि अमृतपाल ने उन्हें व्हाट्सएप पर करीब 20 बार कॉल की थी। हालांकि अभी पुलिस अधिकारियों की ओर से आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।

अधिकारियों के मुताबिक अमृतपाल के सुरक्षा कर्मी तेजिंदर सिंह उर्फ गोरखा बाबा के मोबाइल फोन में कुछ वॉट्सऐप ग्रुप मिले है। इन ग्रुपों में जो जो नंबर मिले है उसके आधार पर जांच आगे बढ़ रही है। जो भी नंबर है उन युवाओं व लोगों से भी संपर्क किया जा रहा है। जांच में पता चला है कि ज्यादातर वाट्सएप काल की गई है। ध्यान रहे कि इस मामले में शाहाबाद से गिरफ्तार बलजीत कौर, जम्मू से गिरफ्तार पपलप्रीत की बहन सर्बजीत कौर व उसका पति अमरीक सिंह और पटियाला से हिरासत में ली गई बलबीर कौर से पुलिस पूछताछ कर रही है।

बलबीर कौर ने की थी भागने में मदद

अमृतपाल पटियाला की बलबीर कौर के स्कूटर पर ही शाहाबाद पहुंचा था। बलबीर कौर हिरासत में ले लिया गया है तो जम्मू से सर्बजीत और अमरीक को पंजाब लाकर पूछताछ की जा रही है। इसके अलावा एक अन्य आरोपित सुखप्रीत सिंह सुक्खा को भी पुलिस चार दिन के पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है। उक्त सभी के मोबाइल फोन से जो नंबर मिले है उसके आधार पर जांच आगे बढ़ाई जा रही है। वह पपलप्रीत के गांव मरड़ी कलां का रहने वाला है अमृतपाल और पपलप्रीत तलाश में उत्तराखंड, जम्मू और मध्यप्रदेश में गई टीमें अभी वापस नहीं लौटी है। आईजी मुख्यालय सुखचैन सिंह गिल ने कहा कि हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ जारी है।

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